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Mahadev : महादेव सट्टा एप मामले की जांच करेगी सीबीआई, 70 मामले दर्ज हैं

महादेव सट्टा एप मामलामहादेव सट्टा एप मामला

Mahadev

  • -विदेश में बैठे ऑपरेटर्स को भारत लाने का भी दावा
  • -जांच के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने दी सहमति
  • -ईडी 16 माह से मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही

Mahadev : रायपुर। महादेव ऑनलाइन बेटिंग एप मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। इस संदर्भ में सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है। सरकार ने दावा किया है, जल्द ही विदेश में बैठे आरोपियों को भी भारत लाया जाएगा। डिप्टी सीएम एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने जानकारी दी है कि छत्तीसगढ़ गृह मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। उन्होंने बताया कि महादेव एप के 70 मामले हैं। सारे प्रकरणों का एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश तक जुड़े होने की बात आ रही थी। सारे प्रकरण सीबीआई को सौंप दिए गए हैं। कठोरता के साथ आदेश पर कार्रवाई होगी। जो विदेश में भी लोग हैं, उन्हें भी यहां लाने की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि महादेव सट्टा मामले में अब तक ईडी ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है। ईडी करीब 16 महीने से महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार के दौरान ईडी ने आरोप लगाया था कि सिंडिकेट को संरक्षण देने वालों में उच्च पदस्थ राजनेता और नौकरशाह शामिल हैं। ईडी के अनुसार इस मामले में करीब 6 हजार करोड़ रुपए की आय कमाई गई है।

सीबीआई को तीसरा मामला

राज्य में पांच साल बाद सीबीआई की एंट्री छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की सीजीपीएससी 2021 की भर्ती की जांच से हुई है। इसके साथ बिरनपुर हिंसा मामले में भी सीबीआई पहले से ही जांच कर रही है। महादेव एप घोटाले की यह तीसरी सीबीआई जांच होगी।

नोटिफिकेशन में यह कहा गया

गृह विभाग से जारी नोटिफेकेशन में दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम 1946 की धारा 6 के तहत प्रदान शक्तियों का प्रयोग करते हुए, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार सहमति देती है कि धारा 420, 467 के तहत अपराध संख्या 6/2024 द्वारा अपराध की जांच और जांच करने के लिए इस विभाग की समांकित अधिसूचना 12 फरवरी 2024 के माध्यम से दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान के सदस्यों को पूरे छत्तीसगढ़ में शक्तियों और क्षेत्राधिकार का विस्तार किया गया है। भारतीय दंड संहिता की धारा 468, 471, 201, 120 बी और भष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7,7 ए (2018 में संशोधित) जुआ अधिनियम 1867 की धारा 4,7,8,11 सार्वजनिक जुआ (एम पी संशोधन) संशोधन अधिनियम 1976 द्वारा महादेव ऑनलाइन जुआ प्लेटफार्म और अन्य संबंधित प्लेटफार्म को संशाधित करने और शामिल होने वाले अपराधियों के खिलाफ जांच व कार्रवाई।

1 हजार करोड़ का निवेश्र

ईडी ओर ईओडब्ल्यू के अलावा महादेव ऐप की भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड भी जांच कर रहा है। ईडी की चार्ज सीट में खुलासा हुआ है कि महादेव बेटिंग एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और शुभम सोनी ने सट्टेबाजी की काली कमाई को सफेद करने शेयर मार्केट में 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया है। इसकी जांच भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के पास है।

https://vartahr.com/cbi-will-investi…cases-registered/

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