Narnol
- परिवार का इकलौता बेटा था गांव डोहर कलां का रहने वाला था कुलदीप उर्फ लक्की परिवार में मातम
- नसीबपुर जिला जेल के सामने हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के बाहर चला रहा था साइकिल
- परिजनों में मातम छाया, दीपावली पर्व की खुशियां रुदन में बदलीं
Narnol । हरियाणा के नारनौल में शनिवार को महेंद्रगढ़ रोड पर नसीबपुर जिला जेल के सामने एक तेज रफ्तार ऑडी कार ने साइकिल को टक्कर मार दी। जिससे साइकिल सवार 13 वर्षीय बालक की मौत हो गई। हादसे के बाद कार चालक गाड़ी मौके से फरार हो गया। आसपास के लोगों ने एंबुलेंस बुलाकर बालक को अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। को टक्कर मार देने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी का सुराग नहीं मिल पाया था।
एक माह पहले परिवार के साथ नारनौल आया था अजीत
जानकारी के अनुसार गांव डोहर कलां का रहने वाला अजीत सिंह करीब एक महीने से अपनी पत्नी व बच्चों के साथ नारनौल की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहता है। वह इससे पहले जमालपुर में रहते थे। वह तथा उसकी पत्नी दोनों मेहनत मजदूरी करते हैं। उसका करीब 13 वर्षीय पुत्र कुलदीप उर्फ लक्की शुक्रवार रात को करीब नौ बजे हाउसिंग बोर्ड के बाहर महेंद्रगढ़ रोड पर साइकिल चला रहा था। तभी एक ऑडी ड्राइवर अपनी कार को तेज गति से चलाता हुआ आया तथा उसने साइकिल चला रहे कुलदीप को सीधे टक्कर मार दी। हादसा होने पर वहां काफी भीड़ जमा एकत्रित हो गई तथा लोगों ने इसकी सूचना डॉयल 112 पर पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंची तथा एंबुलेंस की मदद से लड़के को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल पहुंचाया।
एयरबैग खुलने से ऑडी चालक को नहीं आई चोट
जहां पर डाक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि ऑडी कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि हादसे के बाद कार के एयरबैग स्वत: ही खुल गए, जिस कारण ऑडी चालक को चोट नहीं लगी तथा वह उसे वहीं छोड़ मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया। ड्राइवर पास ही बसे हुडा सेक्टर एक का रहने वाला बताया जा रहा है। मृतक कुलदीप की एक छोटी बहन है। मृतक का अगले महीने 20 नवंबर को जन्मदिन भी आने वाला था, लेकिन इससे पहले ही वह एक्सीडेंट का शिकार हो गया। इस घटना से परिजनों में मातम छाया हुआ है तथा उनकी दीपावली पर्व की खुशियां रुदन में बदल गई हैं। शव का पोस्टमार्टम कराने उपरांत परिजनों एवं ग्रामीणों ने उसे गांव डोहर कलां ले जाकर उसका श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया।