Flood
- -वीरवार शाम पांच बजे के करीब हथनीकुंड बैराज का जलस्तर 54 हजार क्यूसिक रहा
- -हथनीकुंड बैराज पर जलस्तर बढ़ जाता है और जैसे ही हल्की बारिश होती है तो जलस्तर कम हो जाता है
- -शाम पांच बजे के करीब पहाड़ी इलाकों में बारिश होने से हथिनीकुंड बैराज का जलस्तर बढ़कर 54 हजार 798 क्यूसिक पहुंच गया
Flood : यमुनानगर। यमुना नदी के कैचमेंट एरिया व पहाड़ी इलाकों में वीरवार को भी रुक रुक कर कभी हल्की तो कभी तेज बारिश हुई। जिसकी वजह से दिन भर यमुना नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव जारी रहा। वीरवार शाम को हथनीकुंड बैराज पर जहां जलस्तर 54 हजार दर्ज किया गया। वहीं, यमुना नदी में जलस्तर 39 हजार क्यूसिक था। मगर गनीमत यह है कि अभी यमुना नदी अपने न्यूनतम स्तर से भी कम जलस्तर पर बह रही है। हथनी कुंड बैराज के सूत्रों के मुताबिक यमुना नदी के कैचमेंट एरिया में अभी बारिश जारी है। वीवार को भी कैचमेंट एरिया में रुक रुक कर बारिश होती रही। उनके मुताबिक पहाड़ी इलाकों में जैसे तेज बारिश होती है तो हथनीकुंड बैराज पर जलस्तर बढ़ जाता है और जैसे ही हल्की बारिश होती है तो जलस्तर कम हो जाता है। वहीं, कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक शाम पांच बजे के करीब पहाड़ी इलाकों में बारिश होने से हथिनीकुंड बैराज का जलस्तर बढ़कर 54 हजार 798 क्यूसिक पहुंच गया। जबकि यमुना नदी का जलस्तर शाम के वक्त 39 हजार 98 क्यूसिक रहा।
-कैचमेंट एरिया में अभी भी छाए हैं बादल
वीरवार को दिन भर पहाड़ी व मैदानी इलाकों में कभी घने तो कभी हल्के बादल छाए रहे। मगर इस दौरान पहाड़ी इलाकों में कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हुई। लेकिन मैदानी इलाकों में बारिश नहीं हुई। जिसकी वजह से वीरवार शाम को यमुना नदी का जलस्तर न्यूनतम स्तर पर रहा। उधर, सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी कोई चिंता करने वाली बात नहीं है। नदी अपने न्यूनतम स्तर से नीचे बह रही है।
https://vartahr.com/flood-yamuna-flo…s-in-hilly-areas/