congress :
- -हरियाणा के 13 बुरी तरह से नशे की चपेट में : कुमारी सैलजा
- -नशे की ओवरडोज से कई जिलों में हो रही है युवाओं की मौत
-हरियाणा में नशा नासूर की तरह फैल रहा - -नशे से युवा मौत का शिकार हो रहे, तो घर बरबाद हो रहे हैं
congress : चंडीगढ़। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा में नशा नासूर की तरह फैल रहा है, नशे से युवा मौत का शिकार हो रहे है तो घर के घर बरबाद हो रहे हैं। नशा पंजाब और राजस्थान के साथ लगते हरियाणा के लोकसभा क्षेत्रों में अधिक प्रभावी है। हिसार, सिरसा, भिवानी-महेंद्रगढ़, अंबाला और कुरुक्षेत्र आदि इससे प्रभावित है, इसी प्रकार उत्तर प्रदेश के साथ लगते करनाल, सोनीपत, फरीदाबाद व गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्रों में भी नशीले पदार्थ काफी बिक रहे हैं। जित दूध दही का खाणा, वह मेरा हरियाणा के नाम से पहचान बनाने वाले प्रदेश की आज की तस्वीर काफी डरावनी है। आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं। प्रदेश के कुल 22 जिलों में 13 जिले बुरी तरह से नशे की चपेट में हैं और ये जिले नशे के हॉट स्पाट बन चुके हैं। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि पंजाब को ‘उड़ता पंजाब’ के नाम से जाना जाने लगा और अब हरियाणा की भाजपा सरकार ने इस प्रदेश को नशे में ‘उड़ता हरियाणा’ में तब्दील कर दिया। कांग्रेस बार बार इस मुद्दे पर सरकार को चेताती रही पर सरकार नशा तस्करों पर कार्रवाई करने की बजाय कभी राहगीरी तो कभी सरकारी उत्सवों और कभी बाइक सफारी जैसी इवेंटों का आनंद लेती रही।
13 जिलों के हाताल खराब
आज सरकार का ‘नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो’ ये स्वीकार कर रहा है कि प्रदेश के 22 में से 13 जिले नशे की भयानक चपेट में हैं। विदेशों से नशा हरियाणा और एनसीआर क्षेत्र में पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के केवल 13 जिले ही नहीं पूरा प्रदेश नशे का हब बन चुका है। सरकार को प्रदेश के युवाओं की कोई फिक्र ही नहीं है। भाजपा सरकार ने दस साल के कार्यकाल में प्रदेश को नशा, अपराध और बेरोजगारी का हब बनाकर रख दिया है। प्रदेश की जनता इनके इस कृत्य पर खून के आंसू रोने पर मजबूर है। सिरसा जिला में नशे की ओवरडोज से एक के बाद एक युवाओं की मौत हो रही है। शहरों के साथ अब गांवों में भी सिंथेटिक नशा पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नशा मुक्ति केंद्रों के हालात भी खराब हैं और प्रदेश में मनोचिकित्सकों की संख्या भी कम है। कांग्रेस ने हर बार इस मुद्दे को उठाती रही है।
महिलाएं भी नशे की चपेट में
नशा करने वालों में युवाओं के साथ महिलाओं की भी तादाद बढ़ी है। नशा करने वालों की ओपीडी साल दर साल बढ़ रही है। 2021 में लगभग 95863 नशा करने वाले लोग ओपीडी में पहुंचे थे। इसमें 28283 महिलाएं थीं। इनमें से 2765 लोगों को भर्ती किया गया। 2022 और 2023 में नशे के जाल में फंसने वालों की संख्या लगातार बढ़ी है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार नशे की ओवरडोज की वजह से 2014 से लेकर अब तक 329 मौतें हुई हैं। पिछले डेढ़ साल में अकेले सिरसा जिले में ओवरडोज से 33 मौतें हो चुकी हैं जिनकी उम्र 18 से 30 साल के बीच है।
भाजपा को देश के अन्नदाता से नफरत क्यों
सैलजा ने कहा कि आखिर भाजपा वालों को देश के अन्नदाता से इतनी नफरत क्यों है ?
भाजपा ने तो हमेशा देश के अन्नदाताओं पर झूठ, फरेब, साजिश और अत्याचार किया है। अब एक बार फिर हमारे अन्नदाताओं पर भाजपा सांसद ने अनर्गल आरोप लगाया है। क्या कंगना ने भाजपा की चुनावी रणनीति के हिसाब से किसान पर ये घटिया आरोप लगाया है ? क्या कंगना के सिर्फ शब्द थे या फिर कॉपी किसी और ने लिखी है ? अगर नहीं तो फिर देश के प्रधानमंत्री, हरियाणा के मुख्यमंत्री और तमाम बीजेपी सांसद-विधायक इस मसले पर खामोश क्यों हैं?
https://vartahr.com/congress-bjp-has…ate-kumari-selja/