Rohtak News
- –आपातकालीन सेवाएं बंद की, गेट पर लगाया ताला, नारेबाजी कर जताया रोष
- -डायरेक्टर ऑफिस के पास धमकाने का लगाया आरोप
- -देर रात तक डॉक्टर्स और अधिकारियों के बीतचीत का दौर चलता रहा
Rohtak News : डॉक्टर्स की सुरक्षा की मांग को लेकर पीजीआई में 12 दिन से धरने पर बैठे रेजिडेंट में रोष बढ़ता ही जा रहा है। बातचीत सिरे न चढ़ने के विरोधस्वरूप शनिवार की सुबह से ही आपातकालीन सेवाएं, ओपीडी और वार्ड में ड्यूटी बंद कर दी। डॉक्टर्स ने धरना स्थल पर एकत्रित होकर पीजीआई प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इसके अलावा डायरेक्टर ऑफिस के बाहर भी प्रदर्शन किया गया। उन्होंने लम्बित मांगों को तत्काल पूरा करने के लिए कहा। रेजिडेंट पीजीआई कैंपस को सुरक्षित कैंपस बनाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि बाहरी लोगों के कैंपस में घुसने पर रोक लगाई जाए। श्री नगर कॉलोनी की तरफ जाने वाले मार्ग को बंद किया जाए। इसके अलावा जरूरी जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ-साथ क्विक रिस्पांस टीम का गठन किया जाए। सुरक्षा कर्मियों ने पीजीआई के पिछले गेट को भी बंद रखा। देर रात तक डॉक्टर्स और अधिकारियों के बीतचीत का दौर चलता रहा। मांगें पूरी न हुई तो रविवार को भी हड़ताल जारी रखेंगे।
डॉक्टर्स के ये आरोप
डॉक्टर्स ने आरोप लगाया कि शुक्रवार की देर रात डायरेक्टर ऑफिस के बाहर दो बाहरी गाड़ियों में सवार व्यक्तियों द्वारा पीजीआई सुरक्षा कर्मियों से बदसलूकी की गई। इसके अलावा विद्यार्थियों को धमकाया गया। जिसके बाद डायरेक्टर ऑफिस के बाहर भी प्रदर्शन किया गया।
डॉक्टरों की प्रमुख मांगें
- -लेबर रूम के गेट को डॉक्टर्स हॉस्टल की तरफ से बंद किया जाए और कहीं और से एंट्री बनाई जाए। ताकि डॉक्टर्स हॉस्टल के आस पास से लेबर रूम के मरीजों के साथ आने वाले परिजनों की भीड़ के वाहन यहां खड़े।
- -ब्वायज हॉस्टल के साथ लगते श्रीनगर कालोनी की तरफ जाने वाले आम रास्ते को बंद किया जाए, आम जनता की आवाजाही से अलग किया जा सके।
- -कैंपस की बाउंड्री वॉल का निर्माण किया जाए हर एक दिशा में।
- -कैंपस में हर जगह नाइट विजन वाले सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएं
- -कैंपस में बाहरी गाड़ियों में आने वाले असामाजिक तत्वों की भारी समस्या है जिससे हर रोज किसी का किसी महिला डॉक्टर या छात्रा को छेड़छाड़, अभद्र टिप्पणी, रास्ता रोक जाने और कई अन्य गंभीर स्थितियों का सामना करना पड़ता है। इसे रोके जाने के लिए गर्ल्स हॉस्टल, ब्वायज हॉस्टल, डॉक्टर्स हॉस्टल, लाइब्रेरी एरिया और विश्विद्यालय के मुख्य द्वार पर सख्त बैरिकेडिंग और वाहनों की चेकिंग की जाए।
- -यदि किसी भी डॉक्टर के साथ ड्यूटी के दौरान किसी भी तरह की हिंसा की जाती है तो स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशानुसार 6 घंटे के अंदर केस दर्ज हो
- -लाइब्रेरी से गर्ल्स हॉस्टल की तरफ जाने वाले रास्ते पर एक सिक्योरिटी चेक पोस्ट का निर्माण किया जाए जिसमें हर समय सुरक्षा कर्मी मौजूद रहेंगे।
- -कैंपस के सभी ऐसे जोन व रास्ते जिनपर डॉक्टर्स एवं छात्रों की आवाजाही रहती है वहां बेहतर लाइट्स एवं सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएं।
- -सीएचसी डीघल, बेरी और चिड़ी में रेजिडेंट डॉक्टर्स एवं इंटर्न डॉक्टर्स की तीन माह के लिए ड्यूटी लगती है।
- -पीजीआई सिक्योरिटी की एक क्विक रिस्पांस टीम का गठन किया जाए और एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाए।
- -अस्पताल के प्रत्येक वार्ड में हर एक शिफ्ट में दो सुरक्षा कर्मी लगाए जाएं परिजनों की वार्डो में अनावश्यक एंट्री को बंद किया जाए।
- -प्राथमिकता के आधार पर पीजीआईएमएस सिक्योरिटी में अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी भर्ती किए जाएं और नियमित तौर पर सुरक्षाकर्मियों को ट्रेनिंग दी जाए।
- – हेल्थ यूनिवर्सिटी के बजट में से संस्थान में स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए विशेष बजट का प्रावधान किया जाए। ताकि हर समय बजट या संसाधनों की कमी का हवाला ना दिया जाए।
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