Weather
- फतेहाबाद में जन्नत तरबूज व ताइवान खरबूजे की बिजाई जोरों पर
- लो-टनल तकनीक अपना रहे किसान, पन्नियों से भी ढकी फसल
- हरियाणा के 8 शहरों में तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे आया
Weather : फतेहाबाद। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण हरियाणा में कड़ाके की ठंड लोगों को सताने लगी है। प्रदेश में गुरुवार को 8 शहरों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह हिसार सबसे ठंडा जिला रहा। यह न्यूनतम पारा 0.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सोनीपत में न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री दर्ज किया गया। 10 जिलों में सुबह के समय धुंध छाई रही। इनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत, सोनीपत, पलवल, जींद, नूंह, महेंद्रगढ़, हिसार और कैथल शामिल हैं। जींद में विजिबिलिटी 20 मीटर से भी कम रही। कैथल में धुंध के साथ फसलों पर पाला भी जमा है। कड़ाके की ठंड और पाले के कारण सब्जियों की फसल पर खतरा मंडराने लगा है। तापमान के थोड़ा-सा ओर गिरते ही टमाटर, आलू, बैंगन व मिर्च की फसल नष्ट हो सकती हैं। ऐसा मौसम तरबूज, खरबूजा जैसी फसल की बिजाई के लिए भी अनुकूल नहीं माना जा रहा। बागवानी विभाग ने इसको लेकर सब्जी उत्पादक किसानों को चेताया है।
फतेहाबाद में फसलें
-करीब 1500 एकड़ में आलू की फसल
-300 एकड़ में टमाटर की फसल
-400 एकड़ में बैंगन लगाए गए हैं
-500 एकड़ में मिर्च की फसल लगी है
-खरबूज व तरबूज की बिजाई शुरू हुई
-जन्नत वैरायटी के तरबूज व ताइवान के बाॅबी खरबूजे की ज्यादा बिजाई हो रही
पड़ रही सूखी ठंड
दिसम्बर में बारिश न होने के सूखी ठंड पड़ रही है। सब्जियों की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। धुंध व सर्दी का मौसम दिसम्बर से जनवरी तक रहता है। कोहरा पडऩे पर सबसे पहले सब्जी वाली फसलों की पत्तियां प्रभावित होती हैं। इसके बाद टहनियां व बाद में पौधे पर लगी सब्जियों पर असर पड़ता है। पौधे सूखने लगते हैं। पौधों पर पहले काला व भूरा दानेदार धब्बे बनते हैं। कोहरे का सब्जी की फसल पर असर तुरंत नहीं दिखता। एक सप्ताह बाद फसलों पर कोहरे के कारण दाग और धब्बे दिखाई देते हैं। इसलिए किसानों को चाहिए कि फसलों को बचाने के लिए समय रहते फंफूदनाशक रसायन का छिडक़ाव करें।
खेत के चारों ओर करें धुंआ
सब्जियों को पाले व सर्दी से बचाने के लिए समय-समय पर हल्की सिंचाई करें और खेत के चारों ओर धुंआ करें, जिससे धरती का तापमान बढ़ेगा और यह सब्जी की फसलों के लिए लाभकारी है। रात के समय सब्जियों के पौधों को प्लास्टिक की पन्नियों से ढक़ दें। इसके साथ ही सूक्ष्म तत्वों का किसान समय-समय पर छिडक़ाव करें। जिन किसानों की सब्जियों की पनीरी तैयार है, उन्हें ठंड से बचाने के लिए प्लास्टिक या पुराल से ढकें। जो किसान लो-टनल तकनीक का इस्तेमाल करता है, उनकी सब्जियों को कम नुकसान होता है।
उत्तर पश्चिम हवाएं चलने से बढ़ेगी ठंड
वीरवार को फतेहाबाद में न्यूनतम तापमान 2 डिग्री व अधिकतम तापमान 19 डिग्री दर्ज किया गया। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिमी ठंडी हवाएं चलने से रात के तापमान में ओर गिरावट आएगी। इससे ठंड में बढ़ोतरी होगी। अलसुबह धुंध रहने की संभावना है। 21 व 22 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा, जिसके बाद बादलवाही संभावित है।
क्या कहते हैं किसान
गांव मोहम्मदपुर रोही के किसान महावीर गुज्जर ने कहा कि उनके क्षेत्र में इन दिनों तरबूज, खरबूजे तथा हरी मिर्च की बिजाई हो चुकी है। अभी एक-दो बार पाला पड़ चुका है, लेकिन उन्होंने लो टनल तकनीक अपनाई है। जन्नत तरबूज व बॉबी खरबूजे की फसल को प्लास्टिक की पन्नियों से ढका है, जिससे नुकसान का अंदेशा कम है। गांव म्योंद कलां के किसान जितेन्द्र का कहना है कि उन्होंने हरी मिर्च, टमाटर व आलू की फसल लगा रखी है। अभी तक ठंड से फसल का बचाव है, लेकिन पाला पड़ते ही सब्जियों को नुकसान हो सकता है।
क्या कहते हैं बागवानी के अधिकारी
फतेहाबाद के जिला बागवानी अधिकारी डॉ. श्रवण का कहना है कि लगातार दो-तीन दिन पाला पड़ता है तो आलू की फसल नष्ट हो सकती है। टमाटर की फसल के भी खराब होने के आसार है।