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Weather : फतेहाबाद में बारिश के बाद उत्तर-पश्चिमी हवाएं चली, खेतों में बिछी गेहूं की फसल

बरसात से खेतों में बिछी फसल।बरसात से खेतों में बिछी फसल।

Weather

  • 1 व 4 मार्च को दो पश्चिमी विक्षोभ और होंगे एक्टिव
  • बारिश व बादलवाही की संभावना, किसान परेशान
  • उत्तर हरियाणा के भी जिलों में 30 से 40 किलोमीटर की गति से तेज हवाएं चलने का अंदेशा जताया

Weather : फतेहाबाद। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शुक्रवार को अलसुबह जिलाभर में हुई बारिश से किसानों के चेहरे पर रौनक लौट आई। हालांकि बारिश के बाद दिनभर हवाएं चलने से टोहाना व कुलां क्षेत्र में गेहूं की फसल बिछ गई जिससे वहां के किसान मायूस नजर आए। मौसम विभाग ने 4 मार्च तक पश्मिची विक्षोभ के फिर से एक्टिव होने की संभावना जताई है। 4 मार्च तक क्षेत्र में बारिश व ओलावृष्टि की संभावना जताई जा रही है। पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में सक्रिय हो रहा है, जिससे प्रदेश में बादल छाये रहने की संभावना बन गई है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ प्रदेश के आसपास सक्रिय होगा। 4 मार्च तक पड़ोसी राज्य पंजाब पर एक दबाव का क्षेत्र बनेगा, इसके प्रभाव से आज से 4 मार्च तक उत्तर पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी की भी पूरी संभावना होगा। इसका असर प्रदेश में भी पड़ेगा। इस समय फतेहाबाद में अधिकतम तापमान 24 से 28 डिग्री के बीच घूम रहा है। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से कुछ ज्यादा चल रहा है। मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में होने वाले बदलाव को लेकर अलर्ट जारी किया है। हिसार, जींद, फतेहाबाद और सिरसा जिले के लिए विभाग द्वारा येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें 4 मार्च तक मौसम खराब होने की बात कही गई है। इसके अलावा उत्तर हरियाणा के भी जिलों में 30 से 40 किलोमीटर की गति से तेज हवाएं चलने का अंदेशा जताया है।
कृषि विशेषज्ञों ने गेहूं की फसल में पानी न लगाने की सलाह किसानों को दी है।

चार मार्च तक बारिश की संभावना

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि आज हुई बरसात फसलों के लिए फायदेमंद है। 4 मार्च तक बारिश की संभावना बनी हुई है, इसलिए, किसानों को अभी फसल में पानी नहीं लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तेज हवा चलने और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हो सकता है। पश्चिमी विक्षोभ से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अभी गेहूं की फसल की बालियां निकल रही हैं, जो उसे फायदा पहुंचाएगी। यदि ऐसा मौसम और तापमान बना रहा तो इस बार गेहूं की फसल काफी बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि सरसों, चना, जौ की फसल में भी यह बारिश फायदेमंद है। किसान अपने खेत में पानी न खड़ा होने दें। अलसुबह फतेहाबाद में 8 एमएम, टोहाना में 7 व कुलां में 8 एमएम बारिश दर्ज की गई। बारिश के बाद उत्तर-पश्चिमी तेज हवाएं चलने से कुलां व टोहाना क्षेत्र में गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई। विशेषज्ञों का मानना है कि बारिश के बाद खेतों में पानी रूका हुआ है। गेहूं का तना नीचे गिरने से बालियां काली पड़ जाएंगी जिससे वह पौधा दोबारा प्रोपर उत्पादन नहीं दे पाता। ऐसे में अगर ओर हवा चलती हैं तो खेतों में गेहूं की फसल बिछ सकती है जिससे बड़ा नुकसान हो सकता है।

गेहूं में पानी न लगाएं

कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेश सिहाग ने बताया कि मौसम विभाग की भविष्यवाणी के चलते किसानों को सलाह दी जाती है कि वे गेहूं में पानी न लगाएं। अगर गेहूं में पानी लगा होगा तो तेज हवाएं चलने से फसल नीचे बिछ सकती है। उन्होंने कहा कि मौसम ठंडा हो, उससे तो फायदा है लेकिन ओलावृष्टि का नुकसान ज्यादा होगा। बता दें कि शुक्रवार को बारिश के बाद यहां के तापमान में 4 डिग्री गिरावट दर्ज की गई है। आज यहां अधिकतम तापमान 24 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 14 डिग्री दर्ज किया गया।

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