Paris Olympic
- स्वप्निल कुसाले ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में पहला कांस्य जीता
- भारत के ओलंपिक इतिहास में पहली बार निशानेबाजों ने तीन पदक एक ही खेलों में जीते
- बैडमिंटन और मुक्केबाजी में पदक दावेदार बाहर
- पुरुष हॉकी टीम को भी मिली पहली हार
Paris Olympic : पेरिस ओलंपिक में गुरुवार का दिन भारत के लिए खुशी और गम भरा रहा। खुशी इसलिए कि निशानेबाजी रेंज से भारत के पदकों की हैट्रिक पूरी हो गई। महाराष्ट्र के स्वप्निल कुसाले ने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में देश के लिए पहला कांस्य पदक जीता, लेकिन बैडमिंटन और मुक्केबाजी में पदक के प्रबल दावेदारों के बाहर होने से देश को निराशा हाथ लगी, वहीं भारतीय हॉकी टीम को भी बृहस्पतिवार को यहां पहली हार झेलनी पड़ी।
कुसाले को कांसा
महाराश्ट्र के निशनेबाज कुसाले ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में 451.4 स्कोर करके तीसरा स्थान हासिल किया। एक समय वह छठे स्थान पर थे, जिसके बाद उन्होंने तीसरा स्थान हासिल किया। भारत का इन खेलों में यह तीसरा कांस्य है। इससे पहले मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल और सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम वर्ग में कांस्य जीता था। भारत के ओलंपिक इतिहास में पहली बार निशानेबाजों ने तीन पदक एक ही खेलों में जीते हैं। हालांकि महिला वर्ग में अंजुम मौदगिल और सिफत कौर फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकीं ।
बैडमिंटन में सेन प्री क्वार्टर में
राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता लक्ष्य सेन ने 39 मिनट चले पुरुष एकल स्पर्धा के प्री क्वार्टर फाइनल में अंतिम 16 के मुकाबले में 30वें नंबर के हमवतन खिलाड़ी एचएस प्रणय को 21-12, 21-6 से शिकस्त देकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
सात्विक और चिराग बाहर
पदक की प्रबल दावेदार सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी क्वार्टर फाइनल में कड़े मुकाबले में हारकर बाहर हो गई जिससे देश को निराशा हाथ लगी।
सिंधु भी बाहर बाहर
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू को हालांकि महिला एकल स्पर्धा के प्री क्वार्टर फाइनल में चीन की ही बिंग जियाओ के खिलाफ सीधे गेम में हार का सामना करना पड़ा जिससे उनका लगातार तीन ओलंपिक में व्यक्तिगत पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनने का सपना भी टूट गया। दसवीं वरीय सिंधू को 56 मिनट चले मुकाबले में चीन की छठी वरीय खिलाड़ी के खिलाफ 19-21, 14-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
मुक्केबाज निकहत का सपना टूटा
दो बार की विश्व चैम्पियन मुक्केबाज निकहत जरीन (50 किलो) का ओलंपिक पदक जीतने का सपना एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता चीन की वू यू से 0.5 से अप्रत्याशित और एकतरफा हार के साथ खत्म हो गया। निकहत का यह पहला ओलंपिक था और उन्हें वरीयता नहीं मिली थी, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी महासंघ (आईबीए) को मान्यता नहीं देती जो विश्व चैम्पियनशिप कराता है।
अब तक ये मुक्केबाज बाहर
निकहत पेरिस ओलंपिक से बाहर होने वाली भारत की चौथी मुक्केबाज हैं। इससे पहले दुनिया के पूर्व नंबर एक मुक्केबाज अमित पंघाल (51 किलो), राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जैसमीन लम्बोरिया (57 किलो) और एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता प्रीति पंवार (54 किलो) बाहर हो चुके हैं।
ये पदक से एक जीत दूर
टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन (75 किलो) और विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता निशांत देव (71 किलो) पदक से एक जीत दूर हैं।
बेल्जियम से हारी हॉकी टीम
हाफटाइम तक एक गोल से बढ़त बनाने के बावजूद भारत को मौजूदा चैम्पियन बेल्जियम ने पूल बी के मैच में 2.1 से हरा दिया। इस टूर्नामेंट में भारत की यह पहली हार थी, जिसने न्यूजीलैंड को 3.2 और आयरलैंड को 2.0 से हराने के अलावा अर्जेंटीना से 1.1 से ड्रॉ खेला था। हॉकी टीम क्वार्टर फाइनल के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुकी है। भारत को अब अगला मैच शुक्रवार को आस्ट्रेलिया से खेलना है, जिसे बेल्जियम ने 6.2 से हराया था।
20 किमी पैदल चाल में निराशा
भारतीय खिलाड़ियों का पुरुष और महिला दोनों वर्ग की 20 किलोमीटर पैदल चाल में निराशाजनक प्रदर्शन रहा। पुरुष वर्ग में विकास सिंह और परमजीत सिंह जहां क्रमश: 30वें और 37वें स्थान पर रहे, वहीं राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक अक्षदीप सिंह छह किमी के बाद हट गए। महिला वर्ग में राष्ट्रीय रिकॉर्डधारक प्रियंका गोस्वामी 41वें स्थान पर रही।
तीरंदाज में चुनौती समाप्त
भारतीय तीरंदाज प्रवीण जाधव व्यक्तिगत पुरुष रिकर्व स्पर्धा के पहले दौर में चीन के काओ वेनचाओ के खिलाफ 0-6 (28-29 29-30 27-28) से हार के साथ बाहर हो गए। जाधव की हार के साथ पुरुष व्यक्तिगत स्पर्धा में भारतीय अभियान समाप्त हो गया क्योंकि अनुभवी तरूणदीप राय और धीरज बोम्मदेवरा पहले ही अपने नॉकआउट मैच हार चुके हैं।
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