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- डीएमए का ज्ञापन : आयुष्मान मित्रों को मिले चंडीगढ़ एवं पंजाब जैसा वेतन
- डॉ व्यास का बड़ा बयान– आयुष्मान मित्रों का शोषण हर हाल में अस्वीकार्य
- गाइडलाइन्स के अनुरूप न्यायोचित वेतनमान लागू करने की मांग
चंडीगढ़। डेमोक्रेटिक मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने हरियाणा सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) से आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्यरत आयुष्मान मित्रों के वेतनमान में हो रही भारी विसंगति को तुरंत दूर करने और गाइडलाइन्स के अनुरूप न्यायोचित वेतनमान लागू करने की मांग की है।इसी कड़ी में डीएमए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अमित व्यास और राष्ट्रीय महासचिव डॉ शुभ प्रताप सोलंकी ने आयुष्मान मित्र के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर “आयुष्मान मुख्य कार्यकारी अधिकारी संगीता तेतरवाल” को ज्ञापन सौंपा। डीएमए का कहना है कि हरियाणा में आयुष्मान मित्रों को मात्र 5,000 मानदेय दिया जा रहा है, जबकि NHA की गाइडलाइन्स के अनुसार उन्हें न्यूनतम वेतनमान दिया जाना चाहिए। जैसे चंडीगढ़ में 24,222 प्रतिमाह दिया जा रहा है।जब हर राज्य अपना न्यूनतम वेतन दे रहा है तो हरियाणा प्रदेश इस नियम से वंचित क्यो है।
डीएमए ने सरकार को दिलाए पुराने आदेशों की याद
-2 मई 2022 के आदेश में स्पष्ट रूप से NHA गाइडलाइन्स के अनुसार वेतनमान तय करने का निर्देश दिया गया था।
-1 जुलाई 2025 से लागू नए आदेश में भी यही प्रावधान दोहराया गया है।
-हाल ही में 27 अगस्त 2025 को NHA पर डॉ व्यास द्वारा RTI से जवाब लिया गया जिसमे साफ कहा गया है कि राज्यों को गाइडलाइन्स के अनुरूप न्यूनतम वेतन देना ही होगा।
डीएमए की प्रमुख मांगें-
1. हरियाणा सहित सभी राज्यों में आयुष्मान मित्रों को न्यायोचित न्यूनतम वेतनमान मिले।
2. उन्हें पहचान पत्र (ID Card) और अधिकारिक दर्जा दिया जाए।
सरकार शीघ्र निर्णय ले : डॉ. अमित
आयुष्मान मित्र कोविड-19 जैसी आपात परिस्थितियों में अग्रिम पंक्ति में सेवा देते रहे हैं। उनके साथ अन्यायपूर्ण वेतन व्यवहार अस्वीकार्य है। यदि सरकार शीघ्र निर्णय नहीं लेती तो डीएमए कड़े निर्णय लेने को बाध्य होगा। इस दौरान आयुष्मान मित्रो के हरियाणा अध्यक्ष नितिन गुणावत के साथ साथ सोनू, हरीश, सुनील, संजीव, अंजू, राजन, रितिका, सूरज एवं अन्य मौजूद रहे।