Kurukshetra
- -केडीबी ने गीता महोत्सव के लिए तैयार किया रोडमैप
- -गीता महोत्सव के आयोजन की तैयारियों का रोडमैप तैयार
- -28 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक ब्रह्मसरोवर तट पर गीता महोत्सव
- -5 से 11 दिसंबर तक गीता महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम होंगे
Kurukshetra : चंडीगढ़। महाभारत धरा के 48 कोस के तीर्थों पर गीता वाणी की गूंज सुनाई देगी। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 48 कोस तीर्थ कमेटी द्वारा तीर्थों पर गीता महोत्सव के आयोजन की तैयारियों का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। यही नहीं 48 कोस के तीर्थों के जीर्णोद्धार को लेकर भी केडीबी ने रूपरेखा तैयार की है। लुप्त हो चुके तीर्थों को भी नई पहचान दिलाने के लिए 48 कोस तीर्थ कमेटी कवायद में जुटी हुई है। मुख्यमंत्री नायब सैनी भी तीर्थों के विकास को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। इसी सिलसिले में सोमवार को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 48 कोस तीर्थ कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की। उन्होंने भाजपा की प्रदेश में तीसरी बार सरकार बनने पर आभार जताया। इसके साथ ही नायब सैनी को दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने का बधाई दी। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण-अर्जुन रथ स्मृति चिन्ह के तौर पर भेंट किया। 48 कोस तीर्थ कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी ने तीर्थों के जीर्णोद्धार को लेकर को लेकर विशेष रूचि और श्रद्धा पर आभार जताया। उन्होंने अवगत कराया कि लोकसभा सांसद के कार्यकाल में उन्होंने न केवल तीर्थों के विकास में रूचि दिखाई थी, बल्कि खुद कई तीर्थों के जीर्णोद्धार का शिलान्यास और उद्घाटन किया था। उनके मार्गदर्शन में केडीबी तीर्थों के उत्थान को लेकर काम कर रही है।
11 दिसंबर को हर तीर्थ पर मनाएंगे महापर्व
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की 48 कोस तीर्थ कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने बताया कि 11 दिसंबर को सभी तीर्थों पर महापर्व मनाया जाएगा। ब्रह्मसरोवर पर सायं के समय दीपदान होगा तो 48 कोस के तीर्थ दीयों की रोशनी से जगमगाएंगे। यही नहीं अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के कार्यक्रम का आयोजन होगा। हर तीर्थ पर तीर्थ की महत्ता को दर्शाने वाली प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में स्थानीय लोगों की भागेदारी सुनिश्चित करने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार अभियान चलाया जाएगा।
ब्रह्मसरोवर पर लगाई जाएगी प्रदर्शनी
48 कोस तीर्थ कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने बताया कि 28 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक ब्रह्मसरोवर के तट पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन होगा। 5 से 11 दिसंबर तक गीता महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम होंगे। ब्रह्मसरोवर के तट पर 48 कोस के तीर्थों के इतिहास और महत्ता को दर्शाने वाली प्रदर्शनी लगाई जाएगी। ताकि पर्यटकों की भागेदारी इन तीर्थों पर बढ़ सके। इसको लेकर केडीबी की ओर से कार्य योजना तैयार की जा रही है।
ऐसे आयोजन जरूरी: सीएम
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि ब्रह्मसरोवर के साथ 48 कोस के विकास के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। तीर्थों के जीर्णोद्धार को लेकर केडीबी रोडमैप तैयार करेगी। पर्यटकों को तीर्थों की महत्ता बारे अवगत कराने के लिए विशेष कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रह्मसरोवर पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के आयोजन के साथ सभी तीर्थों पर कार्यक्रमों का आयोजन जरूरी है। जिससे आमजन का गीता के साथ भावनात्मक जड़ाव बढ़ेगा। 48 कोस के तीर्थों के संत महात्माओं के साथ आमजन की भागेदारी भी सुनिश्चित की जाए।