Hissar News
- हिसार में गुजवि के दीक्षांत समारोह में मुख्यातिथि रहीं राष्ट्रपति, राज्यपाल दत्तात्रेय ने की अध्यक्षता
- राष्ट्रपति बोलीं, विश्व स्तरीय शोध भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे
- दीक्षांत समारोह में 2090 डिग्रियां बांटीं, इंद्रेश डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित
Hissar News : हिसार। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को कहा कि युवा पीढ़ी को बदलती वैश्विक मांगों के लिए तैयार करना उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य है। लेकिन, देश के संतुलित एवं सतत विकास के लिए यह आवश्यक है कि शिक्षा एवं प्रौद्योगिकी का लाभ गांवों तक पहुंचे। इस संदर्भ में गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय जैसे उच्च शिक्षा संस्थानों की बहुत अहम भूमिका है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रही थी। समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल तथा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने की। इस मौके पर गुजवि द्वारा आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। समारोह में कुल 2090 डिग्रियां दी गई हैं।
विद्यार्थियों से आग्रह
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि इस विवि में छोटे शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों से विद्यार्थी आते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने गांव एवं शहर के लोगों को शिक्षा के महत्व से अवगत कराएं और उन्हें अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करें। उच्च शिक्षण संस्थानों में किए जाने वाले विश्व स्तरीय शोध भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसमें इनक्यूबेशन, स्टार्ट-अप, पेटेंट फाइलिंग और शोध परियोजनाओं के लिए विशेष विभाग हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये सभी प्रयास विद्यार्थियों में नवाचार और उद्यमिता की भावना विकसित करेंगे और भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाने में मदद करेंगे।