Rishwat
- एक लाख की रिश्वत लेने के आरोप, ड्राइवर हुआ था गिरफ्तार
- सोनिया अग्रवाल को पुलिस ने किया था गिरफ्तार
- खरखौदा की रहने वाली है सोनिया
Rishwat : चंडीगढ़। प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार हुई महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल को शुक्रवार को बर्खास्त कर दिया। सरकार ने सोनिया पर यह कार्रवाई गिरफ्तारी के 25 दिनों के बाद में की है। करप्शन पर जीरो टॉलरेंस नीति को लागू करते यह कदम उठाया गया है। राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष और भाजपा नेत्री सोनिया अग्रवाल को हटाने संबंधी सूचना जारी कर दी है। सरकार ने इस संबंध में आधिकारिक लिखित आदेश जारी कर दिए हैं। सोनिया पर पद का दुरुपयोग करने और एक लाख की रिश्वत लेने के गंभीर आरोप लगे थे, इसकी जांच में पुष्टि हुई।
पद का दुरुपयोग किया
सोनिया पर महिला आयोग उपाध्यक्ष रहते हुए कई मामलों के निपटारे का अनैतिक तरीके से रिश्वत मांगने जैसे गंभीर आरोप था। सूत्रों का कहना है कि तैनाती के वक्त से ही उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज की जा रही थीं। इन शिकायतों में आरोप था कि वह प्रभावित महिलाओं को उनके मामलों में मदद करने के बदले रिश्वत की मांग करती है। जांच के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि सोनिया ने अपने पद का दुरुपयोग किया और तत्काल कार्रवाई करते हुए बर्खास्त कर दिया गया।
चालक के माध्यम से ली घूस
सोनिया पर अपने चालक कुलबीर के माध्यम से एक लाख की रिश्वत का मामला एसीबी ने पकड़ा था। जिसके कारण उन्हें बहुत ही कम वक्त में उपाध्यक्ष पद से हाथ धोना पड़ा है। उनको बाहर करने के आदेश महिला एवं बाल विकास विभाग आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी. कुमार की ओर जारी किए गए हैं।
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