Haryana politic
- करनाल में कुमारी सैलजा के मंच पर बीरेंद्र सिंह ने कहा था मैं रिटायर्ड हो चुका,
- हुड्डा मुझसे डेढ साल छोटे, वह भी अब जाएंगे
- रोहतक में 25 को इनेलो की रैली,
- किलोई में अभय ने कहा था,
- यहां पिकनिक मनाने आते हैं हुड्डा, जनता से कोई सरोकार नहीं
हरियाणा में 2025 में हुए हुए विधानसभा चुनना होने के बाद भी प्रदेश की सियासी गर्मी कम नहीं हुई है। अगले चुनाव में अभी करीब चार साल का वक्त बचा है, परंतु नेताओं का वाकयुद्ध अब भी चरम पर है। भूपेंद्र हुड्डा के गढ़ रोहतक में 25 सितंबर को चौ. देवीलाल की जयंती पर होने वाली रैली व कांग्रेस नेताओं में चुनाव के समय से ही चली आ रहे शहमात के खेल ने प्रदेश में सियासी गर्मी को ओर हवा दे दी है। भूपेंद्र हुड्डा के फफेर भाई एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह हाल ही में कुमारी सैलजा के साथ मंच शेयर कर उम्र का हवाला देते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा को रिटायमेट लेने देकर कुमारी सैलजा को आगे बढाने की सलाह दी। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोमवार को बिरेंद्र सिंह व इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला पर एक साथ लपेटे में लिया। भूपेद्र सिंह हुड्डा ने बिरेंद्र को जवाब देते हुए कहा कि वह न तो रिटायर हैं और न ही टायर्ड। ओमप्रकाश चौटाला के शासनकाल में हुए महम कांड को याद करवाकर हुड्डा ने अभय चौटाला पर भी बड़ा हमला बोला।
बिरेंद्र सिंह मेरे बड़े भाई, मेरे लिए सम्मानित
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि चौ. बिरेंद्र सिंह मेरे बड़े भाई है। करनाल में उन्होंने खुद को रिटायर्ड घोषित किया, उनकी इस पहल के लिए मैं उनका सम्मान करता हूं। जहां तक मेरी बात है मैं न तो रिटायर्ड हूं और न ही टायर्ड। बिरेंद्र सिंह ने जो भी कहा, वह केवल उनके लिए ही अच्छा है, मै अभी स्वस्थ हूं और मैं न रिटायर्ड हूं और न ही टायर्ड।
मीटर होगा न रीडर कहकर आए, किसानों को मारा
इनेलो वही पार्टी है जो बिजली बिल माफी का नारा “न मीटर होगा और न ही मीटर रीडर” देकर सत्ता में आई थी। सत्ता में आने के बाद बिजली बिल माफ करने की बजाय किसानों पर लाठी डंडे व गोलियां चलाई। अभय चौटाला को 25 सितंबर को रोहतक में होने वाली रैली के मंच से बताना चाहिए कि महम में क्या और क्यों हुई थी। वर्दी पहनकर कौन गया था और रोहतक जेल से शासन कौन चलाता था।
सैलजा का समय, उन्हें आगे बढ़ाएं
18 सितंबर को कुमारी सैलजा के मंच से चौ. बीरेंद्र सिंह ने कहा था कि मैं तो राजनीति से रिटायर्ड हो चुका हूं। भूपेंद्र हुड्डा भी मुझसे डेढ दो साल छोटे हैं। अब वह भी चले जाएंगे और नए नेतृत्व को आगे लाने का समय है। कुमारी सैलजा हमसे 15-20 साल छोटी हैं, अब हमें मिलकर उन्हें आगे बढ़ाना चाहिए। अब बहन सैलजा की बदलाव की राजनीति का नेतृत्व करेंगी।
मेरी विधानसभा में एक टांग पर खड़े रहते हैं अधिकारी
किलोई में अभय चौटाला ने भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ लोग अखबारों में ही बयानबाजी करते हैं। सही में लोगों के हितैषी हैं तो आए और बैठ जाएं, देखना प्रशासन दौड़ा दौड़ा आएगा। लोगों से भूपेंद्र हुड्डा का कोई लेना देना नहीं है। मेरे विधानसभा क्षेत्र में जाकर देखो, कैसे प्रशासन एक टांग पर खड़ा रहता है। अगर कोई कमी छोड़ता है तो उनके नकेल डाल रखी है। भूपेंद्र हुड्डा तो यह केवल ट्रैक्टर पर सवार होकर पिकनिक मनाने आते हैं।
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