Farming
- -करीब तीन हजार हेक्टेयर भूमि में मक्का की फसल लहलहा रही
- -कम लागत में हाइब्रीड किस्म की मक्का की पैदावार बढ़िया
Farming : यमुनानगर। आर्थिक स्थिति मजबूत करने, भूमि की उर्वरा शक्ति बनाए रखने और पानी का दोहन कम करने के उदेश्य से जिले के अधिकांश किसानों द्वारा इस बार हाइब्रिड मक्का की फसल की पैदावार की है। सरकारी आंकड़ो की मानें तो जिले में इस बार करीब तीन हजार हेक्टेयर भूमि में मक्का की फसल लहलहा रही है। किसानों के मुताबिक कम लागत में हाइब्रीड किस्म की मक्का की पैदावार प्रति एकड़ 30 से 35 क्विंटल निकलने की उम्मीद है। जिससे किसान खुश हैं। किसान जयपाल सिंह, पवन कुमार, दिलीप राणा, सुखविंद्र सिंह, बिट्टू व कुलदीप आदि का कहना है कि मक्का की खेती पर जहां लागत नाम मात्र आ रही है, वहीं इसकी पैदावार भी अधिक निकल रही है। जिससे किसानों का रुझान जिले में हाइब्रिड मक्का की खेती की ओर बढ़ रहा है। सरकारी आंकड़ो के मुताबिक इस बार जिले में तीन हजार हेक्टेयर भूमि पर मक्का की खेती लहलहा रही है। जो पिछले साल के मुकाबले अधिक है।
भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ रही
कृषि विशेषज्ञ डॉ. विजय पाल सहारनपुर का कहना है कि अधिक पैदावार लेने के लिए हाइब्रीड मक्का की खेती की बिजाई फरवरी माह के अंत तक कर देनी चाहिए। इस अवधि में बिजाई करने से जहां फसल की ग्रोथ बढ़ती है, वहीं उसकी पैदावार भी अधिक मिलती है। खास बात यह है कि मक्का की खेती करने से जहां पानी का दोहन कम होता है, वहीं भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है।
चार महीने में तैयार हो जाती है फसल
कृषि विशेषज्ञ डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि हाइब्रिड मक्का की फसल की खासियत यह है कि यह चार महीनें में पक कर तैयार हो जाती है। इसके बाद किसान मक्का की फसल के खेत में अन्य फसल की पैदावार कर सकते हैं। जिससे उन्हें वर्ष में दो से तीन फसलों की पैदावार प्रति एकड़ करने का लाभ मिल सकता है।
https://vartahr.com/farming-hybrid-m…roduced-per-acre/