Election :
- राहुल गांधी ने नेताओं से मांगी राय, दोनों दलों ने बातचीत करेगी कमेटी
- चंडीगढ़ में इसी फार्मूले से लोकसभा और निगम चुनाव जीते
- पार्टी ने गठबंधन के लिए वेणुगाेपाल, बाबरिया, माकन और हुड्डा की चार सदस्यीय कमेटी बनाई
Election : चंडीगढ़। कांग्रेस में कई दिनों से टिकटाें के बंटवारे को लेकर चल रहे मंथन के बीच कांग्रेस राहुल गांधी ने हरियाणा में कांग्रेस की एकला चलो यात्रा में ब्रेक लगा दिया है।दरअसल, कांग्रेस हाई कमान और राहुल गांधी हरियाणा को लेकर किसी भी प्रकार से जोखिम उठाने के पक्ष में नहीं है। उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) से गठबंधन की बातचीत शुरू की है, इसकी पुष्टि हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने भी कर दी है। कांग्रेस ने आप से गठबंधन को लेकर बातचीत के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई है। सूत्रों का कहना है कि केसी वेणुगोपाल की देखरेख में बनाई गई कमेटी में स्क्रीनिंग कमेटी अध्यक्ष अजय माकनए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा और कांग्रेस हरियाणा मामलों के प्रभारी दीपक बाबरिया सदस्य बनाए गए हैं। आप और समाजवादी पार्टी से गठबंधन को लेकर वार्ता यही कमेटी करेगी।
वरिष्ठ नेता कर रहे मंथन
राहुल के निर्देशों के बाद आप व कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में मंथन की शुरुआत हो गई है। इसकी पुष्टि मंगलवार देर शाम को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस मामलों प्रभारी दीपक बाबरिया ने कर दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आप और कांग्रेस में गठबंधन करने की वार्ता चल रही है। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष हरियाणा भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला तमाम नेताओं का कहना है कि कांग्रेस हरियाणा में बेहद मजबूत स्थिति में है।
आप-पार्टी दिल्ली और पंजाब जैसी मजबूत हरियाणा में नहीं है।
लोकसभा जीत से कांग्रेस उत्साहित
लोकसभा चुनाव में मिली सफलता और 5 सीटों जीतने के बाद उत्साहित कांग्रेस के नेता वैसे तो प्रदेश में गठबंधन नहीं चाहते, क्योंकि हरियाणा की 90 में 42 सीटों पर कांग्रेस आगे रही थी। आप का प्रदर्शन भले ही लोकसभा में बहुत बढ़िया नहीं रहा उसके बावजूद भी 4 सीटों पर आप की बढ़त थी। गठबंधन के हालात में आप का वोट फीसदी कांग्रेस के साथ जोड़कर देखा जाएगा। अर्थात सीटों की संख्या 46 के पार जाएगी। विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते, कांग्रेस के प्रदेश से जुड़े दिग्गज नेता भले ही प्रदेश में गठबंधन नहीं चाहते, लेकिन हाई कमान बेहद फूंक फूंक कर कदम रख रहा है।
भाजपा की बढ़ेगी परेशानी
हरियाणा में यदि कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन हुआ तो भाजपा की परेशानी बढ़ जाएगी। यदि गठबंधन नहीं होता है तो सीधे-सीधे भाजपा को लाभ होगा। यही कारण है कि राहुल के रणनीतिकारों ने प्रदेश के अंदर गठबंधन का सुझाव दिया है। राहुल ने तुरंत ही इस पर काम करने के लिए वरिष्ठ नेताओं को निर्देश दिए हैं ।
दिल्ली और पंजाब में आप मजबूत
हरियाणा में भले ही आप की जबरदस्त उपस्थिति नहीं है, उसके बावजूद पंजाब में मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान और दिल्ली में भी आप की सरकार है। दोनों ही प्रदेश की सियासत हरियाणा से जुड़ी हुई है। कांग्रेस और आप में गठबंधन हुआ तो पंजाब से लगाते हुए इलाकों शहरों और कस्बों ग्रामीण क्षेत्र में भगवंत मान प्रचार के लिए आएंगे। जिसका सीधा-सीधा लाभ चुनाव में दोनों पार्टियों को होगा।
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