CME
- डीजीएएफएमएस डायरेक्टर जनरल डॉ. आर्ति सारिन रहीं मुख्य अतिथि
- विवेकानंद हेल्थ मिशन ट्रस्ट ने आयोजित किया ऑन्कोलॉजी पर सीएमई
- विशेषज्ञों ने साझा किए अनुभव, युवाओं को होगा बड़ा फायदा
CME : नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में विवेकानंद हेल्थ मिशन ट्रस्ट द्वारा “करेंट ट्रेंड्स इन ऑन्कोलॉजी” विषय पर कंटिन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन (CME) का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर देशभर के प्रख्यात कैंसर विशेषज्ञ, वरिष्ठ चिकित्सक, शोधकर्ता और युवा डॉक्टर बड़ी संख्या में शामिल हुए। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कैंसर के उपचार में हो रहे नवीनतम बदलावों और चुनौतियों पर चर्चा करना था।
शुभारंभ और मुख्य संबोधन
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई। इसके बाद अतिथियों का स्वागत व सम्मान किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. मनीष पांडे ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि इस प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियाँ न केवल चिकित्सकों को अद्यतन ज्ञान प्रदान करती हैं बल्कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के खिलाफ सामूहिक प्रयासों को भी मजबूती देती हैं। मुख्य अतिथि सर्ज वाइस एडमिरल आर्ति सारिन, एवीएसएम (Ati Vishisht Seva Medal), वीएसएम (Vishisht Seva Medal), डायरेक्टर जनरल आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विसेज (DGAFMS) ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि “भारत में कैंसर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हमें समय पर पहचान, रोकथाम और आधुनिक उपचार पद्धतियों पर समान रूप से ध्यान देना होगा। यही प्रयास रोगियों के जीवन की गुणवत्ता और दीर्घायु को सुनिश्चित कर सकते हैं।”
विशेष अतिथि और वरिष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट
कार्यक्रम में देश के प्रसिद्ध कैंसर विशेषज्ञ डॉ. जी.के. रथ , पूर्व प्रमुख, रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग, एम्स नई दिल्ली, तथा डॉ. हरित चतुर्वेदी, चेयरमैन, मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर, नई दिल्ली विशेष रूप से उपस्थित रहे। दोनों वरिष्ठ विशेषज्ञों ने इस बात पर बल दिया कि कैंसर के बढ़ते बोझ को कम करने के लिए जागरूकता, किफायती उपचार और संस्थानों के बीच सहयोग बेहद जरूरी है। इस अवसर पर डॉ. अमुल कपूर, कमांडेंट एवं डीन, आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल), नई दिल्ली भी गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने संस्थागत सहयोग और शोध की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि सेना और सिविल हेल्थकेयर संस्थान मिलकर कैंसर के खिलाफ महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. बी.एन. कपूर और मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. शरद भटनागर का सम्मान। दोनों को ऑन्कोलॉजी क्षेत्र में आजीवन योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया। अपने अनुभव साझा करते हुए दोनों विशेषज्ञों ने कैंसर चिकित्सा की यात्रा, बुनियादी ढांचे के विकास और भविष्य में नई तकनीकों की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
शैक्षणिक सत्र और निष्कर्ष
सीएमई के दौरान सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, टारगेटेड थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, पर्सनलाइज्ड मेडिसिन और पेलिएटिव केयर जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने कहा कि “मल्टीडिसिप्लिनरी एप्रोच (बहु-आयामी दृष्टिकोण)” और साक्ष्य आधारित चिकित्सा (Evidence-Based Medicine) ही कैंसर रोगियों को बेहतर जीवन और उपचार उपलब्ध कराने का मार्ग है। कार्यक्रम का संचालन लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ. अशोक कुमार ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नीरज आज़ाद यादव, सचिव, विवेकानंद हेल्थ मिशन ट्रस्ट ने प्रस्तुत किया।
ट्रस्ट का उद्देश्य
विवेकानंद हेल्थ मिशन ट्रस्ट लंबे समय से समाज की सेवा के लिए सेमिनार, सीएमई, कार्यशालाएँ, निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर और स्क्रीनिंग कैंप आयोजित करता आ रहा है। ट्रस्ट का उद्देश्य चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना है। यह आयोजन न केवल चिकित्सकों के लिए ज्ञानवर्धक रहा बल्कि कैंसर के खिलाफ सामूहिक लड़ाई को भी नया आयाम देने वाला साबित हुआ।