cough syrup
- जिला ड्रग कंट्रोलर ने की कार्रवाई
- खांसी, जुकाम और बुखार में होती हैं प्रयोग
- कुछ कंपनियों ने अपना स्टाक वापस लिया
- दो बैच की दवाइयों पर पहले लगाई जा चुकी रोक
हरिभूमि न्यूज. जींद। देश में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पर मचे हंगामे के बीच प्रदेश सरकार भी अलर्ट पर है। हर जिले में कफ सिरप और अन्य दवाइयों की जांच चल रही है। इसी कार्रवाई के चलते शुक्रवार को जींद में कुछ दवाइयों पर रोक लगा दी है। जिला ड्रग कंट्रोलर डा. गीता गोयल ने बताया कि सरकार के निर्देशों के अनुसार 4 बैच की दवाओं की बिक्री प्रतिबंधित की गई है। इन दवाओं का प्रयोग खांसी, जुकाम और बुखार में किया जाता है। ये दवाएं बच्चों की दी जाती हैं। उन्होंने बताया कि सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है। इसलिए हर जिले में दवाओं की कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इनमें पहले दो बैच केएल 25/148 बैच की दवाई पर रोक लगा दी गई थी। इस बैच के तहत एमएस केयसंस फार्मा की दवा थी।
इन दवाओं पर रोक
-केएल 25/148 बैच (एमएस केयसंस फार्मा की दवा)
-एसआर.13 बैच (सरेसेन कंपनी की दवा)
-एचएसएच25160 बैच (एमएस शैपे फार्मा की दवा)
-आर01जीएल2523 बैच (रेडनाक्स फार्मास्युटिकल लिमिटेड की दवा)
स्टॉक वापस ले रही कंपनी
इन सभी चारों बैच की दवाओं की बिक्री पर रोक रहेगी। यदि किसी मेडिकल स्टोर संचालक के पास इन दवाओं का स्टाक है तो उसे इसकी जानकारी देनी होगी। एक कंपनी ने जिसकी दवा को प्रतिबंधित किया गया है, अपना स्टाक वापस ले लिया है। डा. गीता गोयल ने बताया कि यदि इन बैच की दवाई कोई भी दवा विक्रेता बेचता मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।