Haryana News
- नागरिक अस्पताल में महिला चिकित्सक ने 15 दिन बाद बुलाया थाअस्पताल में चेकअप कराने के बाद घर लौट रही थी
- महिला चिकित्सक ने 15 दिन बाद डिलीवरी होने की बात कही
- जलियावास के पास ब्रेकर पर महिला की चलती बस में डिलीवरी
Haryana News : रेवाड़ी। शहर के नागरिक अस्पताल में चेकअप कराने के बाद बनीपुर लौट रही गर्भवती महिला ने चलती बस में बच्चे को जन्म दे दिया। बस चालक ने महिला व बच्चे को पास के अस्पताल में पहुंचाया, जहां दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। जच्चा-बच्चा को अस्पताल पहुंचाने में महिला यात्रियों ने भी खुलकर मदद की। मूल रूप से यूपी के कासगंज निवासी दीपक एक कंपनी में कार्यरत है। वह परिवार सहित बनीपुर चौक पर एक मकान में किराये पर रह रहा है। उसकी पत्नी 27 वर्षीय दिव्यांशी गर्भवती होने के कारण शनिवार को बावल सामुदायिक केंद्र में चेक के लिए गई थी। वहां से उसे रेवाड़ी नागरिक अस्पताल भेज दिया गया। बताया गया है कि नागरिक अस्पताल में चेकअप के बाद महिला चिकित्सक ने 15 दिन बाद डिलीवरी होने की बात कहते हुए दिव्यांशी को घर भेज दिया। वह बावल चौक से बनीपुर जाने के लिए हरियाणा रोडवेज की बस में सवार हो गई। महिला जलियावास के निकट पहुंची तो ब्रेकर पर उसे चलती बस में डिलीवरी हो गई।
जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ
महिला ने बस में स्वस्थ लड़के को जन्म दिया। बस चालक ने महिला यात्रियों की मदद से दिव्यांशी और उसके नवजात शिशु पास के एक प्राइवेट अस्पताल पहुंचाया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ बताए गए हैं।
लापरवाही की इंतहा
दिव्यांशी के अनुसार उसे प्रसव पीड़ा होने के बाद ही वह पहले बावल के सरकारी अस्पताल में गई थी। उसे वहां से रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल भेज दिया। वहां महिला डॉक्टर ने चेकअप के बाद उसे बताया कि अभी डिलीवरी होने में 15 दिन का समय लगेगा। उस समय भी दिव्यांशी को प्रसव पीड़ा हो रही थी। उसे प्रसव के लिए दाखिल करने की बजाय घर जाने के लिए बोला गया, लेकिन रास्ते में ही उसने बेटे को जन्म दे दिया।
कराई जाएगी
मामले की जांच
महिला का चेकअप करते समय शायद डॉक्टर डिलीवरी के समय का आकलन नहीं कर पाई होगी। कई मामलों में ऐसा हो जाता है। महिला का मेडिकल कार्ड देखने के बाद इस बात का पता किया जाएगा कि डॉक्टर ने उस पर क्या लिखा। इस मामले की जांच की जाएगी। जांच में अगर लापरवाही सामने आती है, तो एक्शन जरूर लिया जाएगा। -डाॅ. नरेंद्र दहिया, सीएमओ।