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Gurugram Murder

  • गुरुग्राम की अदालत का फैसला
  •  सुखबीर खटाना की 2022 में सरेआम की गई थी हत्या
  •  लव मैरिज से नाराज पत्नी के भाई ने मारी थी गोलियां
  • गैंगस्टर विक्रम समेत 20 आरोपियों को किया था गिरफ्तार

Gurugram Murder : गुरुग्राम। भाजपा नेता एवं सोहना मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन सुखबीर खटाना उर्फ सुखी हत्याकांड में जिला कोर्ट ने 5 आरोपितों को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है और तीन लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इस हत्याकांड में रेकी करने व हत्या को अंजाम देने के मामले में एसटीएफ ने कुल 20 आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इनमें से कोर्ट ने चमन (मृतक का साला), योगश, दीपक, अरुण व राहुल को उम्रकैद की सजा के साथ तीन लाख रुपये के जुर्माना भी लगाया। यह आदेश अतिरिक्त सत्र एवं न्यायाधीश सुनील कुमार दीवान की अदालत ने दिया। मृतक के बेटे की शिकायत पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने यह केस दर्ज किया था। बता दें कि एक सितंबर 2022 को रिठौज गांव निवासी भाजपा नेता सुखबीर खटाना की गुरुद्वारा रोड पर रेमेंड्स के शोरूम में कपड़े खरीदने के दौरान उनके साले चमन व उसके साथियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

ये गिरफ्तार किए थे

इस मामले में पुलिस ने सुखबीर के साले चमन, रोहतास खटाना के भाई जोगिंद्र, गैंगस्टर विक्रम सिंह उर्फ पपला समेत 20 आरोपितों को गिरफ्तार किया था। सुखबीर सोहना नगर परिषद में वाइस चेयरमैन के पद पर रह चुके थे। उनकी पत्नी पुष्पा जिला परिषद में वार्ड दो से पार्षद हैं। चमन की बहन पुष्पा से सुखबीर ने कोर्ट मैरिज की थी। इसी बात की रंजिश को लेकर वह सुखबीर से दुश्मनी रखता था। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद सोमवार को 20 आरोपितों में से पांच को दोषी ठहराया था। बुधवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

चमन पर दर्ज हैं कई केस

इस मामले में दोषी ठहराए गए मृतक के साले चमन पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्ष 2011 में बादशाहपुर थाना में लड़ाई-झगड़ा करने को लेकर केस दर्ज है। वर्ष 2015 में महेंद्रगढ़ जिले में हत्या, वर्ष 2016 में अवैध हथियार को लेकर सोहना थाना में केस दर्ज है। इसके अलावा वर्ष 2019 गैंगस्टर सुरेंद्र को मारने की साजिश रचने व वर्ष 2022 में सुखबीर हत्या का केस दर्ज है, जिसमें उसे उम्रकैद की सजा सुनाई है।

पपला गैंग का सक्रिय सदस्य रहा है चमन

वर्ष 2015 के बाद से चमन पपला के गैंग के लिए काम करने लगा था। उसने पपला के विरोधी गैंगस्टर सुरेंद्र उर्फ चीकू को मारने की साजिश वर्ष 2015 के दौरान रची थी। इसके बाद पपला राजस्थान के बहरोड़ से गिरफ्तार कर लिया गया था। थाने पर गोलीबारी कर पुलिस की गिरफ्त से पपला को छुड़ाने वालों में भी चमन शामिल था।

कई बार कराई रेकी

पुलिस के अनुसार आरोपी चमन ने सुखबीर खटाना की 10 से अधिक बार रेकी कराई थी। इसके बाद एक सितंबर की दोपहर बाद गांव रिठौज के रहने वाले 49 वर्षीय सुखबीर खटाना को सदर बाजार के नजदीक गुरुद्वारा रोड पर रेमंड्स के शोरूम में हथियारबंद बदमाशों ने गोलियों से भून दिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी पैदल ही सिविल लाइन इलाके की तरफ फरार हो गए थे। उस पर 10 से अधिक गोलियां चलाई गई थीं। सुखबीर के चेहरे, कमर व पेट में भी गोलियां लगी थी।

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