Haryana
- विकसित भारत में माताओं, बहनों और बेटियों का होगा सबसे बड़ा योगदान
- राष्ट्रीय महिला दिवस पर सीएम नायब ने किया महिलाओं को सम्मानित
- पंचकूला में हुआ राज्य स्तरीय महिला सम्मान समारोह
- महिलाओं को विशेष दिनों में मिलने वाली छुट्टियां बढ़ाई
- डेरिया स्थापित करने के लिए एक लाख तक का ब्याज मुक्त लोन मिलेगा
- प्रदेश में 44 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का उद्घाटन किया
- जुलाना विधायक विनेश फोगाट सम्मान लेने नहीं पहुंची
Haryana : चंडीगढ़। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं के लिए कई बड़े ऐलान किए और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाली महिलाओं, खिलाड़ियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया। सीएम ने होली से पहले महिलाओं को बड़ी सौगातें दीं। प्रदेश में नियमित महिला सरकारी कर्मचारियों को अब प्रतिवर्ष 20 की बजाय 25 छुट्टियां मिलेंगी। हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत काम कर रही महिला कर्मियों को प्रतिवर्ष 10 छुट्टियां मिलती थी। अब इन्हें 22 छुट्टियां दी जाएंगी। महिलाओं को डेयरी इकाइयां स्थापित करने के लिए 1 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त लोन दिया जाएगा। सैनी ने ऑनलाइन माध्यम से प्रदेश में 44 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का उद्घाटन और बाल भवन चरखी दादरी का शिलान्यास किया। सैनी ने कहा कि हमने हरियाणा में महिला कृषि वृद्धि योजना शुरू करके कृषि परिवारों में महिलाओं की पशुधन पालन, मधुमक्खी पालन, झोंगा पालन, डेयरी फार्मिंग और अन्य कृषि उद्यम जैसी गतिविधियों के लिए ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करने का संकल्प लिया था।
महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण
सीएम ने कहा कि किसी भी समाज की प्रगति में महिलाओं का योगदान सबसे अहम होता है। जब महिलाएं आगे बढ़ती हैं, तो परिवार, समाज और देश आगे बढ़ता है। पीएम नरेंद्र मोदी के 2047 के विकसित भारत में देश की माताओं, बहनों और बेटियों का सबसे ज्यादा योगदान होगा। सीएम पंचकूला में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय महिला सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
ये पोर्टल शुरू
-घरेलू हिंसा शिकायत पंजीकरण और निगरानी पोर्टल।
-आपकी बेटी-हमारी बेटी के लिए एमआईएस पोर्टल।
-एसएनपी मांग और आपूर्ति पोर्टल शुरू किया गया।
लैंगिक समानता को जन आंदोलन का रूप दें
सैनी ने कहा, आज का दिन न केवल महिलाओं का सम्मान करने का है, बल्कि उनके प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करने का भी है। अगर आज हम दुनियां को सुंदर, सशक्त और सुदृढ़ रूप में देखते है तो उसमें महिलाओं का ही योगदान है। इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का थीम भी ’लैंगिक समानता के लिए कार्य में तेजी लाना’ है। उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता को एक नारा नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन का रूप देना होगा, ताकि हर बेटी और हर महिला को पूरा मान सम्मान मिले। हमें लिंगानुपात में बराबरी लाने के लिए अपने प्रयासों को और तेज करना होगा।