Student Suicide
- कूदने वाले छात्र के पास से सुसाइड नोट बरामद
- पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपे
- सुसाइड नोट किसी को मौत के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया
- एक छात्र कर्नाटक और दूसरा तेलंगाना का रहने वाला था
Student Suicide : सोनीपत। राई एजुकेशन सिटी स्थित अशोका विवि में दो छात्रों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। एक छात्र ने विवि परिसर में बनी इमारत की दसवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। तो दूसरे छात्र का शव गेट पर मिला। संदिग्ध परिस्थिति में मृत मिले छात्र की मौत का कारण हृदय गति रुकना माना जा रहा है। पुलिस ने विसरा जांच के लिए लैब में भेजा है। शुक्रवार देर शाम को दसवीं मंजिल से एक छात्र के गिरने की सूचना मिली थी। विवि प्रबंधन ने छात्र को नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्र की पहचान कर्नाटक के बैंगलोर निवासी ध्रुव ज्योति साहू (20) के रूप में हुई। वह द्वितीय वर्ष का छात्र था। उसके कमरे से सुसाइड नोट बरामद हुआ है। हालांकि इसमें उसने किसी को मौत के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया है।
विवि गेट पर बेहोश होकर गिरा विग्नेश
तेलंगाना का छात्र विग्नेश (19) शुक्रवार रात दो बजे को यूनिवर्सिटी से बाहर आया था। यूनिवर्सिटी के पास स्थित दुकान से कुछ सामान भी लिया। इसके बाद वापस यूनिवर्सिटी जा रहा था तो बेहोश होकर गेट के पास गिर गया। उसे अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
विवि प्रशासन ने घटना को बताया दु:खद
अशोका विवि की तरफ से दो छात्रों की मौत के बाद प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई, जिसमें घटना को दु:खद बताया है। विवि की तरफ से कहा गया है कि एक छात्र ने आत्महत्या की है। जिसका सुसाइड नोट बरामद हुआ है। वहीं दूसरा छात्र कैंपस के बाहर बेहोश मिला है।
साहू ने पहले काट लिया था हाथ
परिजनों के अनुसार ध्रुव ज्योति साहू ने डेढ़ पेज का एक सुसाइड नोट लिखकर मां के पास भेजा। उसने एक सप्ताह पहले भी किसी बात को लेकर अपने हाथ पर कट लगा लिया था। बताया जा रहा है कि विवि प्रबंधन ने एक स्कैनिंग मशीन लगाई गई थी। जिसका विरोध छात्र व छात्राओं ने किया था। उक्त यंत्र का विरोध करने में ज्योति साहू सबसे आगे था।
जांच कर रहे हैं
छात्र के कमरे से मिले सुसाइड नोट की जांच की जा रही है। करीब डेढ़ पेज का नोट मिला है। वहीं परिसर में लगे सीसीटीवी की जांच की तो उसमें अकेले ही दसवीं मंजिल पर जाते हुए दिखाई दिया। मेडिकल और फॉरेंसिक सैंपल लिए गए है। विसरा जांच के लिए लैब भेजा गया है।
-विपिन अहलावत, एसीपी।