- startup news
- चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) करेगा मदद
- 10 सितंबर तक www.hau.ac.in पर करें ऑनलाइन आवेदन
- कृषि विभाग का 65 स्टार्टअप का लक्ष्य, 7 करोड़ का प्रावधान
- एचएयू ने शुरू की पहल, एबिक के माध्यम से दिया जाएगा अनुदान
startup news : हिसार। अगर आप भी कृषि क्षेत्र में काम शुरू करना चाहते हैं और आपके पास कारोबार करने के लिए कोई बेहतरीन आइडिया है तो देर मत करिये और 10 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन करें। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय(HAU) में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, केंद्र सरकार के सहयोग से स्थापित एग्रीबिजनेस इंक्यूबेशन सेंटर (abic) के माध्यम से आपको 4 लाख से 25 लाख रुपये तक की अनुदान राशि दिला सकता है। इसलिए जल्दी कीजिये और अपने आईडिया को शेयर करें। अनुदान राशि एबिक के माध्यम से ही दी जाएगी। इसके लिए एचएयू वेबसाइट www.hau.ac.in पर 10 सितम्बर तक ऑनलाइन आवेदन करना है।
यह मिलेगी राशि
एचएयू के कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज ने कहा कि इस सेंटर के माध्यम से युवा, छात्र, किसान, महिला उद्यमी मार्केटिंग, नेटवर्किंग, लाइसेंसिंग, ट्रेडमार्क, पेटेंट, तकनीकी व फंडिग से संबंधित प्रशिक्षण लेकर कृषि क्षेत्र में startup शुरू कर सकते हैं। इसके लिए छात्र कल्याण, ‘पहल’ एवं ‘सफल’-2024 नाम से तीन प्रोग्राम लॉन्च किए गए हैं।
ये तीन पहल
1. छात्र कल्याण
यह प्रोग्राम छात्रों के लिए पहली बार प्रारंभ किया गया है जो छात्रों को उद्यमी बनाने में मदद करेगा। इसके तहत केवल छात्र ही आवेदन कर सकते हैं। चयनित छात्र को एक माह का प्रशिक्षण व 4 लाख तक की अनुदान राशि दी जाएगी।2. पहल
इस प्रोग्राम के तहत चयनित उम्मीदवार को एक माह का प्रशिक्षण व 5 लाख तक की अनुदान राशि दी जाएगी। यह राशि एकमुश्त मिलेगी।3. सफल
इसके तहत चयनित उम्मीदवार को एक माह का प्रशिक्षण व 25 लाख तक की अनुदान राशि दी जाएगी। यह राशि दो किश्तों में दी जाएगी।
कृषि मंत्रालय का लक्ष्य
5 साल में 65 startup को केंद्रीय कृषि एवं कृषि कल्याण मंत्रालय द्वारा 7 करोड़ की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। इससे कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू होंगे। इस मौके कुलपति ने कार्यक्रमों से संबंधित विवरण पुस्तिका का विमोचन भी किया।आयु व शिक्षा बाधक नहीं
आवेदक को आइडिया का प्रपोजल एचएयू की वेबसाइट hau.ac.in पर ऑनलाइन आवेदन करना है। यह नि:शुल्क है। इसके बाद उस आइडिया का यूनिवर्सिटी वैज्ञानिक व इंक्युबेशन कमेटी द्वारा माह के प्रशिक्षण के लिए चयन किया जाएगा। एक माह के प्रशिक्षण के बाद केंद्र सरकार द्वारा गठित कमेटी आवेदक के आइडिया को प्रस्तुत करवाएगी और चयनित आवेदक को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा अनुदान राशि दी जाएगी। इसके लिए आयु और शिक्षा बाधक नहीं बनेगी।
रोजगार देने वाला बनेगा युवा
एबिक सेंटर से प्रशिक्षण व वित्तीय सहायता लेकर युवा रोजगार खोजने की बजाय रोजगार देने वाले बन सकते हैं। इस सेंटर के माध्यम से स्टार्टअप्स देश को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अहम भूमिका निभाएंगे।
महिलाओं के लिए अतिरक्त राशि का प्रावधान
केंद्र सरकार ने महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए 10 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान राशि देने का प्रावधान रखा है।
करोड़ों में पहुंचा चुके हैं टर्नओवर
इसके साथ ही युवा, किसान व उद्यमी एबिक सेंटर के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में प्रोसेसिंग, मूल्य संवर्धन, सर्विसिंग, पैकजिंग व ब्रांडिग करके व्यापार की अपार संभावनाएं तलाश सकते हैं। ये तीनों कार्यक्रम उनको आत्मनिर्भर बनाने में काफी मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा इस सेंटर से अब तक जुड़े युवा उद्यमी व किसानों ने न केवल अपनी कंपनी का टर्न ओवर करोड़ों रुपये तक पहुंचाया है अपितु उन्होंने दूसरे लोगों को रोजगार भी प्रदान किया है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर अनुसंधान निदेशक डॉ. एसके पाहुजा, ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा, प्रिंसीपल इन्वेस्टीगेटर डॉ. राजेश गेरा, मीडिया एडवाइजर डॉ. संदीप आर्य, एबिक के बिजनेस मैनेजर विक्रम सिंधु व राहुल दूहन मौजूद रहे।