Weather
- -रेवाड़ी में तीन दिन में बिजली की खपत में 10 लाख यूनिट तक बढ़ी
- -प्रदूषण का स्तर बढ़ने से छाई रही धुएं की चादर
- -प्रदेश में बरसात की अभी कोई संभावना नजर नहीं आ रही
- -इस माह लोगों को सूखी ठंड का सामना ही करना पड़ेगा
Weather : रेवाड़ी। दिसंबर के तीसरे सप्ताह में सर्दी अपने पूरे रंग में रंगती हुई नजर आने लगी है। दिन के तापमान में गिरावट शुरू होने से ठंड का असर बढ़ गया है। बिजली की मांग 10 लाख यूनिट तक बढ़ गई है, जबकि प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ना शुरू हो गया है। कोहरे ने इस सीजन में पहली बार दर्शन दे दिए, लेकिन अभी विजिबिलिटी खराब नहीं हुई है। बरसात की अभी कोई संभावना नजर नहीं आ रही है, जिस कारण इस माह लोगों को सूखी ठंड का सामना ही करना पड़ सकता है। दिसंबर माह शुरू होने के बाद बुधवार को सुबह के समय पहली बार आसमान में कोहरा छाया। कोहरे की दृश्यता ज्यादा खराब नहीं रही, जिस कारण वाहनों की रफ्तार पर इसका कोई असर नहीं हुआ। अगले दो-तीन दिनों में कोहरा गहराने की संभावना जताई जा रही है। बुधवार को अधिकतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस गिरकर 21.5 पर आ गया।
न्यूनतम पारा चढ़ा
न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 4 डिग्री पर पहुंच गया। इससे पाला जमने की आशंका कम हो गई। सुबह 9 बजे के बाद कोहरा साफ हो गया। तेज धूप खिली रही, लेकिन ठंड का असर ज्यादा रहा। गत वर्ष 18 दिसंबर को अधिकतम तापमान 21 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिसंबर माह में कोहरे का प्रकोप बना रहा था। इस बार बुधवार को हल्का कोहरा शुरू हुआ है, जो आने वाले दिनों में गहरा सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले रविवार को आसमान में आंशिक बादल छा सकते हैं। इससे कोहरा गहराने की संभावना है। बरसात की संभावना साल के अंत तक नजर नहीं आ रही है। तापमान में उतार-चढ़ाव लगातार बना रहने की संभावना है। कोहरा शुरू होने से पाला जमने की आशंका भी कम हो सकती है।
बिजली की खपत में होने लगी वृद्धि
ठंड का असर बढ़ते ही बिजली के उपकरणों का इस्तेमाल भी बढ़ना शुरू हो गया है। हीटर व रूम हीटर के साथ-साथ बिजली के दूसरे उपकरण भी चलने शुरू हो गए हैं, जिससे बिजली की खपत बढ़ गई है। तीन दिन में बिजली की खपत 10 लाख यूनिट की वृद्धि के साथ 130 लाख यूनिट तक पहुंच गई है। निगम सूत्रों के अनुसार दिन के तापमान में और गिरावट आने के बाद बिजली की खपत और बढ़ जाएगी। आपूर्ति स्थिर रहने की सूरत में लोगों को पावर कटों का सामना भी करना पड़ सकता है।
ठंड के साथ बढ़ रहा प्रदूषण का खतरा
ठंड के साथ प्रदूषण का खतरा भी लगातार बढ़ने लगा है। तीन दिन से हवा की गति कम होने के कारण एक्यूआई बढ़ रहा है। बुधवार को एक्यूआई 250 के आसपास चल रहा था, जिसके और बढ़ने की आशंका है। बरसात नहीं होने के कारण भी प्रदूषण साफ नहीं हो रहा है। बुधवार को सुबह कोहरा साफ होने के बाद शाम तक आसमान में प्रदूषण की चादर बनी रही। धुएं और धूल के कारण श्वास व दमा रोगियों के लिए परेशानी पैदा होनी शुरू हो गई है। तापमान गिरने के बाद एक्यूआई और बढ़ सकता है।
फसलों के कोहरा काफी फायदेमंद
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार रबी की फसलों सरसों और गेहूं के लिए कोहरा काफी फायदेमंद साबित होता है। कोहरा गहराने के बाद पाला जमने की आशंका कम हो जाती है। पाला फसलों को नुकसान पहुंचाता है। इस समय दोनों फसलों की नियमित सिंचाई करना जरूरी है। किसान बरसात का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बार दिसंबर माह भी सूखा निकल रहा है, जिस कारण किसान नलकूपों के पानी से फसलों की सिंचाई कर रहे हैं। कोहरा शुरू होने से दोनों फसलों का तेजी से विकास होगा।