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Haryana : हिसार प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर, रात को एक्यूआई 500 पार

गुरुग्राम में सुबह के समय स्मॉग।गुरुग्राम में सुबह के समय स्मॉग।

Haryana

  • -सुबह कुछ घटा, शाम तक औसतन 379 हुआ दर्ज
  • -गुरुग्राम का 310, चरखी दादरी का 308, मानसेर का 305 एक्यूआई रहा
  • -मौसम आमतौर पर 7 नवंबर तक खुश्क रहने की संभावना जताई

Haryana :हिसार। सोमवार को हिसार प्रदेश के सबसे प्रदषित शहरों में सबसे ऊपर रहा। रात के समय हिसार का एक्यूआई 500 के पार पहुंच गया है और सुबह उसमें सुधार हुआ है। इसके बावजूद हिसार शहर का एक्यूआई का स्तर बेहद खराब श्रेणी में रहा है। सोमवार को हिसार का औसतन एक्यूआई 379 दर्ज किया गया। इसके चलते आंखों में जलन तथा सांस लेने में दिक्क्त महसूस की गई। केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की समीर एप के अनुसार सोमवार को हिसार के बाद फतेहाबाद से प्रदूषित शहर रहा। उसका एक्यूआई 322 रहा। इसके अलावा गुरुग्राम का 310, चरखी दादरी का 308, मानसेर का 305 एक्यूआई रहा। प्रदेश के बाकी शहरों में एक्यूआई का लेवल 200 से 300 के बीच रहा। उधर, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 7 नवंबर तक खुश्क रहने की संभावना जताई है। इस दौरान हल्की गति से उत्तरी हवाएं चलने की संभावना से राज्य में दिन व रात्रि तापमान में हल्की गिरावट की भी उम्मीद है। जानकारी के अनुसार दीपावली के बाद से हिसार की आबोहवा लगातार खराब होती जा रही है। हिसार के वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के स्तर में कोई सुधार नहीं हो रहा है।

अलसुबह तीन बजे एक्यूआई 400 से नीचे

रविवार की अर्धरात्रि में हिसार का एक्यूआई 500 के पार रहा। फिर उसमें थोड़ा सुधार आया और अलसुबह तीन बजे एक्यूआई 400 से नीचे आ गया। उसके बाद फिर से एक्यूआई 500 के पार चला गया, सुबह आठ बजे तक एक्यूआई में कोई सुधार नहीं हुआ। सुबह 9 बजे एक्यूआई 380 के आसपास रहा। इसके बाद एक्यूआई से सुधार होता चला गया। हवा की गति बढ़ने और दिशा बदलने से दोपहर 12 बजे एक्यूआई का स्तर एक बार तो 100 के आसपास पहुंच गया था, लेकिन दोपहर बाद फिर से 400 के पास पहुंच गया, हालांकि जैसे-जैसे दिन ढलना शुरू हुआ हिसार का एक्यूआई लेवल भी नीचे आना शुरू हो गया। इससे पहले शनिवार को हिसार का एक्यूआई 255 तथा रविवार को 222 रहा था।

प्रदेश के प्रमुख शहरों का एक्यूआई का ग्राफ

हिसार 379
फतेहाबाद 322
गुरुग्राम 310
चरखी दादरी 308
मानसेर 305
जींद 289
सिरसा 281
बहादुरगढ 275
रोहतक 266
करनाल 265
फरीदाबाद 260
सोनीपत 254
कुरुक्षेत्र 230
कैथल 228
नारनौल 218
भिवानी 214
यमुनानगर 213
अंबाला 206

वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर

-0-50 – अच्छा, सांस लेने के लिए उत्तम।
-51-100 – संतोषजनक, सांस लेने लायक हवा।
-101-200 – मध्यम, बीमार लोगों को हल्की परेशानी।
-201-300 – खराब, आंखों में जलन, दिल के रोगियों के लिए खतरनाक।
-301-400 – बेहद खराब, खुली हवा में सांस लेना खतरनाक।
-401-500 – गंभीर, सांस लेने लायक ही नहीं, जहरीली हवा।

सैर पर जाने से बचें

एक्यूआई का स्तर बेहद खराब होने से सांस के रोगियों की भी परेशानियां बढ़ गई हैं। जहां स्वस्थ आदमी को सांस लेने में कठिनाई होती हो वहां सांस के रोगियों को तो और भी दिक्कत होगी। चिकित्सकों ने सांस के मरीजों को बढ़े हुए एक्यूआई में बाहर न निकालने की सलाह दी है। सुबह व शाम को सैर पर न जाएं।

जींद में एक्यूआई 289 पहुंचा

जींद जिले में वायु प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सुबह व शाम को वायु प्रदूषण सबसे अधिक रह रहा है। जो आमजन के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। दिन के समय कुछ हद तक यह कम हो जाता है। सोमवार को औसतन वायु प्रदूषण 289 सूचकांक रहा जबकि यह अधिकतम 418 तक पहुंच गया था। जो लोग पहले से ही बीमार हैं, उनके लिए यह वायु प्रदूषण काफी खतरनाक है। वहीं इतना वायु प्रदूषण स्वस्थ व्य?क्ति के शरीर पर भी विपरीत प्रभाव डालता है। दीपावली के बाद वायु प्रदूषण कम नहीं हो रहा है। हालांकि दो दिन से कुछ राहत जरूर है लेकिन अब भी वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक ही है। जो लोग पहले ही बीमार हैं, उनके स्वास्थ्य के लिए यह वायु प्रदूषण काफी हानिकारक है। इसके अलावा अस्थमा रोगियों के लिए तो यह वायु प्रदूषण जहर के बराबर है। अस्थमा रोगियों को पहले ही सांस लेने में परेशानी आती हैए वायु प्रदूषण अधिक होने से उनको और ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

बहादुरगढ़: आधी रात के दौरान सबसे अधिक प्रदूषण

बहादुरगढ़। औद्योगिक नगरी में बहादुगढ़ में सोमवार को भी प्रदूषण की धुंध छाई रही। दूर से कोहरे जैसी दिखने वाली यह धुंध (स्मॉग) स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। सोमवार को बहादुरगढ़ में पीएम 2.5 अधिकतम 335 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर, औसत 277 और न्यूनतम 185 रहा। जबकि पीएम 10 अधिकतम 218, औसत 160 और न्यूनतम 121 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा।

https://vartahr.com/hisar-most-pollu…ses-500-at-night/

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