Election
- भाजपा के पूर्व सीएम मनोहर और बसपा ने दिया आफर
- मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी पहले दे चुके प्रसताव
- केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल ने तंवर से मारपीट की याद दिलाई
- बसपा नेता औऱ मायावती के भतीजे आनंद ने भी सैलजा को बसपा ज्वाइन करने को कहा
Election : चंडीगढ़। आखिरकार सिरसा सीट से लोकसभा की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री सैलजा का विधानसभा चुनाव के ऐन वक्त पर चुप्पी साधने का मामला सूबे और राष्ट्रीय स्तर पर तूल पकड़ गया है। सूबे के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अपनी हर सभा में एक वरिष्ठ व दलित नेत्री का अपमान करने के मुद्दे पर बोल रहे हैं। वहीं उनके सियासी गुरु व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने एक कदम आगे बढ़ते हुए सैलजा को भाजपा ज्वाइन करने का ऑफर दे दिया है। सैलजा की चुप्पी व अचानक ही प्रचार की मुहिम से दूरी बना लेना अब मुद्दा बन गया है।कांग्रेस सांसद सैलजा की नाराजगी पर हरियाणा चुनाव में घमासान के हालात बन गए हैं, हालांकि सैलजा इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से बच रही हैं, उन्होंने पूरी तरह से दूरी बना ली है। चुनावी बयानबाजी के बीच सैलजा पूरी तरह से उन्होंने राजनीतिक सभाओं से भी दूरी बना ली है। सैलजा के मामले को मुद्दा बनाते हुए भाजपा के सारे दिग्गजों द्वारा ऑफर दिया गया है कि वे भाजपा ज्वाइन कर लें। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, उनके सियासी गुरु व केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल ने भी सैलजा के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की निंदा की साथ ही भाजपा ज्वाइन करने का ऑफर दिया है। सैलजा के पास में अब भाजपा व कईं दलों से ऑफर आ रहे हैं। लेकिन सबसे पहले भाजपा नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर ने सैलजा को बीजेपी में आने का ऑफर दिया।
बहुजन समाज पार्टी नेशनल कोऑर्डिनेटर ने भी दिया ऑफर
बहुजन समाज पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर और मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने कांग्रेस नेता सैलजा को पार्टी में शामिल होने का खुला न्योता दे दिया है। आकाश आनंद का कहना है कि कुमारी सैलजा के लिए बहुजन समाज पार्टी के दरवाजे हमेशा के लिए खुले हैं।
टिकटों को लेकर हुई थी जंग
भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि सांसद सिरसा सीट और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा 30 समर्थकों के लिए पार्टी हाईकमान से टिकटों मांग की थी। मगर उनके 4 समर्थकों को ही टिकट पार्टी हाईकमान की ओर से टिकट दिया। जबकि पूर्व सीएम और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे का दबदबा रहा है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अपने चरम पर पहुंचा हुआ है। कांग्रेस के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस की कमान संभाली हुई है, वे पीसीसी चीफ, सासंद बेटे दीपेंद्र सहित बाकी नेता विधायकों को लेकर प्रचार की मुहिम में उतरे हुए हैं। भाजपा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और नायब सिंह सैनी हरियाणा का दौरा और प्रचार कर रहे हैं। इनेलो के विधायक और वरिष्ठ नेता अभय चौटाला और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी पूरे दम से प्रचार में जुटे हैं।
आईएनएलडी से बीएसपी का गठबंधन
आईएनएलडी ( इनेलो ) से गठबंधन के बाद बहुजन समाज पार्टी के नेता और मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी हरियाणा के सियासी दंगल-2024 में कूद पड़े हैं। शनिवार को हरियाणा आए हुए करनाल में आकाश आनंद ने चुनावी सभा की और लोगों से जुड़ने का प्रयास किया। हरियाणा विधानसभा चुनाव में उनका यह प्रयाेग सफल रहा, तो वे देश के दूसरे राज्यों में भी जाएंगे। आकाश आनंद ने बताया कि उनका लक्ष्य बसपा की सियासी जमीन को फिर से मजबूत करना है।
गायब सैलजा नहीं दिख रहीं सार्वजनिक सभाओं में
नाराज कांग्रेस की दिग्गज नेता पिछले कई दिनों से चुनाव प्रचार में नजर नहीं आ रही हैं। जिसकी वजह से हुड्डा गुट में खलबली मच गई है। वहीं चुनाव से पहले भाजपा ने इस चुनावी समर में इस मौके को भुनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा । राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में सैलजा का नाराज होना भी आ रहा है, लेकिन हाईकमान और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लगातार खंडन कर रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता सैलजा का पक्ष तो ले रहे हैं, लेकिन सैलजा पर्दे से गायब हैं। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने सैलजा को बीजेपी में आने का ऑफर दे रहे हैं, वहीं उनके चेले और सीएम नायब सैनी भी सैलजा का पक्ष लेते नजर आए। सैलजा की हरियाणा कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में हैं। अनुसूचित जाति से आने वाली सैलजा कांग्रेस का बड़ा दलित चेहरा हैं, साथ ही वो हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में 21 विधानसभा सीटों पर होल्ड रखती हैं। सैलजा का कांग्रेस के साथ होना जितना पार्टी के लिए फायदेमंद है, उतना ही भाजपा के लिए नुकसानदायक भी है। भाजपा नेता सैलजा की नाराजगी का फायदा उठाकर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करना चाहती है, जिससे आगामी चुनाव में इसका फायदा मिल सके।
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