Bahadurgarh
- 16 अगस्त को दिल्ली के दीपक की अपहरण के बाद हत्या के आरोप
- दीपक के अपहरण के बाद परिवार से मांगी थी पांच लाख की फिरौती
- फिरौती की रकम लेने आए आरोपित को पुलिस ने कर लिया था काबू
Bahadurgarh : बहादुरगढ़। अपहरण और हत्या के मामले में फरार चल रहे तीन बदमाशों के साथ बहादुरगढ़ पुलिस की बुधवार सुबह मुठभेड़ हो गई। दोनों तरफ से गोलियां चली। इस दौरान सीआईए-2 ने तीनों बदमाशों को काबू कर लिया। तीनों के पांव में गोली लगी है। उन्हें पीजीआई रोहतक रेफर किया गया है। आरोपितों से तीन पिस्तौल और आठ कारतूस बरामद हुए हैं। फिलहाल बदमाशों के खिलाफ पुलिस पर फायरिंग करने सहित अन्य धाराओं के तहत लाइनपार थाने में केस दर्ज हुआ है।
16 अगस्त को हुई थी वारदात
दरअसल, दिल्ली के राजू एक्स्टेंशन का दीपक मांझी दिल्ली जल बोर्ड में कार्यरत था। 16 अगस्त को वह सांपला में पेपर देने आया था। पेपर देकर जब वह वापस जाने लगा तो रोहद टोल से कुछ दूरी पर चार युवकों ने उसका अपहरण कर लिया। इसके बाद बदमाशों ने दीपक के फोन से कॉल कर उसके परिजनों से 5 लाख की फिरौती मांगी। जब दीपक के परिजन फिरौती की रकम देने बहादुरगढ़ आए तो इस दौरान पुलिस ने एक आरोपित सतीश निवासी रोहतक को पकड़ लिया, जबकि उसका दूसरा साथी भागने में कामयाब रहा। आसौदा थाने में केस दर्ज हुआ था। फरार तीनों आरोपियों ने दीपक को गला दबाकर मार दिया और उसका शव कारोर से गुजर रही माइनर में फेंक दिया। अगले दिन 17 अगस्त की सुबह शव माइनर में पाया गया।
बराही रोड पर ड्रेन के पास मुठभेड़
इस केस की जांच सीआईए 2 बहादुरगढ़ के पास आई। तब से आरोपियों की तलाश जारी थी। बुधवार की अल सुबह इंस्पेक्टर रवींद्र कुमार की अगुवाई वाली सीआईए-2 को सूचना मिली की वारदात में शामिल तीनों आरोपी फिलहाल बराही रोड पर ड्रेन के पास मौजूद हैं और किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इस पर पुलिस हरकत में आई और कार्रवाई के लिए टीमें मौके पर पहुंची। पुलिस टीम ने बदमाशों को सरेंडर करने के लिए कहां लेकिन वे नहीं माने। यहां पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। सरेंडर करने के बजाय बदमाशों ने लगातार पुलिस पर फायरिंग की। इस दौरान पुलिस जवान बाल बाल बच गए और पुलिस गाड़ी पर गोलियां लगी। अपनी सुरक्षा और जवाबी कार्रवाई में पुलिस को भी गोलियां चलानी पड़ी। एकाउंटर में तीनों बदमाशों के पांव में गोलियां लगी। उन्हें पुलिस ने काबू किया और ईलाज के लिए ट्रामा सेंटर ले जाया गया। जहां से उन्हें पीजीआई रोहतक ले जाया गया। बदमाशों की पहचान सुनील, अंकित निवासी रोहित और विकास निवासी दहकोरा के रूप में हुई है। आरोपियों से पुलिस को तीन पिस्तौल और कुछ कारतूस मिले हैं। फिलहाल दीपक की गाड़ी का कुछ पता नहीं चल सका है। आरोपी अंकित व सुनील पर बहादुरगढ़ में चोरी, लूटपाट, छीना झपटी के कई मामले दज है। वहीं सुनील पर चोरी का मामला सेक्टर 6 थाने में दर्ज है।
तीनों फरार चल रहे थे
अपहरण और हत्या के मामले में फरार चल रहे तीन आरोपितों के साथ पुलिस का आमना सामना हो गया था। तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पीजीआई रोहतक में ईलाज चल रहा है। उन्हें जल्द अदालत में पेश किया जाएगा। जहां से पुलिस रिमांड पर लेगी।
प्रदीप नैन, एसीपी क्राइम
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