Weather
- -कई इलाकों में बादलों के बीच बूंदाबांदी, दो दिन बाद अच्छी बारिश की संभावना
- -अधिकतम तापमान 4.0 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 35.0 डिग्री पर पहुंच गया
- -न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री की कमी के साथ 21.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया
- -10 जुलाई के बाद पहली बार तापमान इस स्तर पर पहुंचा
Weather : रेवाड़ी। लगभग दो सप्ताह बाद पारा 35 डिग्री पर पहुंचते ही उमस भरी गर्मी ने लोगों को जमकर परेशान कर दिया। दिन भर लोग पसीने में भीगते रहे। कई इलाकों में घने बादलों के बीच बूंदाबांदी भी हुई, लेकिन गर्मी से राहत नहीं मिली। आसमान में छाए बादल बारिश का संकेत दे रहे हैं। अगले दो दिनों में अच्छी बरसात होने की संभावना भी जताई जा रही है। वीरवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। जिले के कई भागों में हल्की बरसात और बूंदाबांदी हुई। अधिकतम तापमान 4.0 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 35.0 डिग्री पर पहुंच गया। न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री की कमी के साथ 21.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 10 जुलाई के बाद पहली बार तापमान इस स्तर पर पहुंचा है। हवा में नमी का स्तर 71 प्रतिशत तक रहने के कारण दोपहर के समय धूप निकलते ही भारी उमस बन गई। चिपचिपाहट भरी गर्मी ने लोगों को पसीने-पसीने करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कूलरों की हवा उमस के कारण बेअसर रही। अभी अच्छी बरसात होने तक उमस भरी गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार लगभग एक सप्ताह तक मौसम इसी तरह का बना रह सकता है। आसमान में बादलों के बीच बंदाबांदी या हल्की बरसात होती रहेगी। बीच-बीच में अच्छी बारिश भी हो सकती है। तापमान में उतार-चढ़ाव भी इस दौरान बना रहेगा। 26 जुलाई से तेज बारिश हो सकती है।
कपास और बाजरे के लिए मौसम अनुकूल
जिले में इस बार किसानों ने 90 हजार हेक्टयेर से अधिक जमीन पर बाजरे की खेती की है। 8 हजार हेक्टेयर में कपास की फसल खड़ी है। बार-बार हो रही बारिश के कारण दोनों फसलों को अच्छा फायदा मिल रहा है। कपास की फसल के फूल और टिंडे आने शुरू हो गए हैं। कुछ खेतों में बाजरे की फसल पर रोग के लक्षण देखने को मिल रहे हैं, जबकि कपास की फसल अभी तक पूरी तरह सुरक्षित है। मौसम अनुकूल रहने के कारण दोनों फसलों का अच्छा उत्पादन होने की संभावना बनी हुई है।