Weather
- -ज्यादा बारिश होने पर बिगड़ सकते हैं हालात
- -तीनों गांवों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद होने का अनुमान
- -अगर भारी बारिश होती है, तो इससे हालात बिगड़ सकते हैं
Weather : रेवाड़ी/डहीना। बुधवार रात से हो रही बारिश धवाना व आसपास के गांवों किसानों पर कहर साबित हो गई। पहाड़ों का पानी कई घरों में घुसने के बाद धवाना व मंदोला के खेतों से निमोठ की सीमा में प्रवेश कर गया। तीनों गांवों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद होने का अनुमान लगाया जा रहा है। डहीना-कुंड मार्ग से पानी गुजरने के कारण सड़क का एक हिस्सा टूटकर पानी में बह गया, जिससे इस मुख्य मार्ग पर वाहनों का आवागमन पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर बंद करा दिया। इस मार्ग के बंद होने से वाहन चालकों को लिंक रोड वैकल्पिक मार्ग के रूप में अपनाने पड़े। मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अगर भारी बारिश होती है, तो इससे हालात बिगड़ सकते हैं। दो दिन से हो रही बारिश के कारण धवाना व खोल के पहाड़ों का पानी मंदोला व धवाना के खेतों से होते हुए कई घरों तक में घुस गया। धवाना नहर के पास पानी निकासी नहीं होने के कारण लोगों ने नहर तोड़ दी, जिससे यह पानी धवाना के रास्ते निमोठ के खेतों में पहुंच गया। डहीना और मंदोला के बीच पानी रोड क्रास कर गया, जिससे सड़क का काफी हिस्सा पानी में बहकर टूट गया। इस मार्ग पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद हो गया। सूचना मिलने के बाद डहीना पुलिस चौकी से कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर इस रोड को वाहनों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया। इससे इस मार्ग से गुजरने वाले सैकड़ों वाहन चालकों की परेशानी बढ़ गई। पहाड़ों के पानी ने धवाना से मंदोला रोड भी क्षतिग्रस्त कर दी, जिससे यह मार्ग भी आवागमन के लिए बंद हो गया। वाहन चालकों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए गांवों के लिंक रोड का इस्तेमाल किया, जिससे उन्हें लंबा चक्कर लगाना पड़ा। मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अगर ज्यादा बारिश होती है, तो इस इलाके में हालात बिगड़ सकते हैं।
सैकड़ों एकड़ फसल पर फिर पानी
इस क्षेत्र में किसानों ने बाजरा व कपास के साथ-साथ गेंदे के फूलों की खेती भी की हुई है। फसलें पानी में डूबकर तबाह हो गई हैं। सबसे ज्यादा नुकसान गेंदा उत्पादक किसानों का हुआ है। गेंदा की फसल रोपाई करने तक किसानों को प्रति एकड़ लगभग 50 हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं। तीनों ही गांवों के किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। कई खेतों में शाम तक पानी भरा हुआ था। किसानों ने प्रशासन से खराब फसलों की गिरदावरी कराकर मुआवजा देने की मांग उठाई है।
मरम्मत के बाद ही खुलेगा रास्ता
डहीना-कुंड मार्ग जिला मुख्यालय से कई गांवों को जोड़ता है। निमोठ के पास इस मार्ग के अवरुद्ध होने से कई गांवों के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। जब तक सड़क की मरम्मत नहीं कराई जाती, तब तक वाहनों का आवागमन शुरू नहीं होगा। मरम्मत से पहले पानी रोकना जरूरी है। जिला प्रशानसन की ओर से इस दिशा में वीरवार शाम तक कोई प्रयास शुरू नहीं किए गए थे। स्कूल बसों तक को दूसरे रास्तों से निकलना पड़ा, जिस कारण लिंक मार्गों पर भी जाम जैसे हालात बने रहे। ज्यादा बारिश होने पर हालात और बिगड़ने की पूरी आशंका है।