Moosam
- गुरुवार को भी भारी बारिश का अलर्ट
- फसलों में भारी नुकसान को अंदेशा, लोगों को हो रही भारी परेशानी
- घरों में भी पानी घुसा, बारिश होने पर तापमान में आई गिरावट
- युमना फिलहाल सामान्य स्तर पर बह रही और बारिश हुई तो नुकसान
- झज्जर में बारिश के कारण सड़क में गड्ढा बना
- फतेहाबाद एसडीएम कोर्ट में सांप घुसा
- मानसून के सीजन में प्रदेश में अब तक 24 की मौत
Moosam : यमुनानगर। प्रदेश के 11 जिलों में बुधवार को तेज बरसात हुई। इससे सड़कों, घरों, खेतों और नीचले इलाकों में पानी भर गया। भिवानी, चरखी दादरी, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, यमुनानगर, नूंह, करनाल, झज्जर, जींद और पंचकूला में अच्छी बरसात दर्ज की गई। वहीं, मौसम वैज्ञानिकों ने फतेहाबाद, सिरसा, हिसार, झज्जर, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम में बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने गुरुवार को भी प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, यमुनानगर में तेज बारिश से खेतों में फसले जलमग्न हो गई। नीचले इलाकों में कई फुट तकपानी भरने लोगों कपरेशानी का सामना करना पड़ा। पानी निकासी के इंतजाम फेल होते नजर आए। खेतों में पानी भरने से फसलों पर संकट गहरा गया है। हालांकि गन्ने की गोभ में आने वाली बीमारियों से छुटकारा मिलने की उम्मीद बन गई। बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
सड़कों पर फंसे रहे वाहन
यमुनानगर में सड़कों पर पानी भरने से कई वाहन बंद हो गए, जबकि कुछ वाहन पानी में रेंगते रहे। कई जगह लोग गाड़ियों को खींचते नजर आए। कई घरों में पानी घुस गया। आलम यह रहा कि जगाधरी के मटका चौक, छोटी लाइन बाजार, सड़कों समेत कई नीचले इलाकों में दो से तीन फुट पानी भर गया। इस दौरान नगर निगम की टीम में सड़कों व नीचले इलाकों में भरे कई-कई फुट पानी की निकासी करने के लिए वह बेबश नजर आई। निगम क्षेत्र के कई इलाके तो झील की तरह नजर आए।
क्या कहते हैं किसान
किसान सुमेर चंद, पलविंद्र सिंह, रोशन लाल, बहादुर सिंह, पृथ्वी सिंह व जयपाल ने बताया कि बारिश से सब्जी की फसलें चौपट हो गई हैं, जबकि धान और गन्ने की फसल के बारिश राहतभरी है। धान व गन्ने की फसल में बीमारियों के प्रकोप के छुटकारा मिलने की उम्मीद जगी है।
सामान्य स्तर पर बह रही यमुना
तेज बारिश होने के बावजूद यमुना नदी अपने सामान्य स्तर से भी कम पर बह रही है। हथनीकुंड बैराज के सूत्रों के मुताबिक यमुना नदी में शाम तक कुल 20,000 क्यूसिक पानी बह रहा है। जो न्यूनतम स्तर से भी कम है और बारिश होती है यमुना में उफान आने का खतरा है।
प्रदेश में ये हाल
-सिरसा के डबवाली में गांव पन्नीवाला मोरिका में कच्चे मकान की छत गिर गई। इससे चाय पी रहे दंपती दब गए। दोनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
-रोहतक के महम में 2500 और झज्जर में 500 एकड़ में बोई धान, बाजरा और कपास की फसल पानी में डूब गई।
-झज्जर जिले में गांव कुंजियां में बारिश के कारण सड़क में गड्ढा पड़ गया।
-फतेहाबाद के लघु सचिवालय में बने एसडीएम कोर्ट में सांप घुस गया।
-पंचकूला के पिंजौर में शिवलोक मंदिर के पास तेंदुए का शावक दिखाई दिया। शावक को कुछ कुत्ते नोच रहे थे।
-मानसून सीजन में प्रदेश में अब तक 24 मौतें हो चुकी हैं। इनमें 3 महिलाएं और 5 बच्चे भी शामिल हैं।