Tirupati
- मंत्रोच्चार के बीच भगवान से मांगी गई माफी
- तिरुपति मंदिर में महाशांति किया, अनुष्ठान में लड्डू व अन्न प्रसादम रसाेई की शुद्धि की गई
- शुद्धिकरण कार्यक्रम में 20 पुजारी शामिल हुए
- पुजारी बोले, अब मंदिर पूरी तरह शुद्ध, घर ले जा सकते हैं प्रसाद
Tirupati : तिरुपति। तिरुमला मंदिर में हुए कथित अपवित्रीकरण के बाद शुद्धिकरण के लिए चार घंटे का ‘शांति होमम् पंचगव्य प्रोक्षण’ (शुद्धिकरण अनुष्ठान) किया गया। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के एक सूत्र ने इस बात की पुष्टि की कि अनुष्ठान सुबह छह बजे से 10 बजे तक चला। उन्होंने कहा कि अनुष्ठान का उद्देश्य तिरुपति के लड्डुओं और अन्य को बनाने में पशु चर्बी के उपयोग जैसे कथित कृत्यों से हुए अपवित्रीकरण के बाद मंदिर का शुद्धिकरण करना है। टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव ने रविवार को कहा कि इस अनुष्ठान के जरिए श्रीवरि भक्तों के कल्याण की कामना करते हुए नकारात्मक प्रभावों को नष्ट किया जाएगा और ‘लड्डू प्रसादम’ की पवित्रता को बहाल किया जाएगा। टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव ने रविवार को कहा था कि इस अनुष्ठान के जरिए श्रीवरि भक्तों के कल्याण की कामना करते हुए नकारात्मक प्रभावों को नष्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘लड्डू प्रसादम’ की पवित्रता को बहाल किया जाएगा।
बाहर के प्रसाद पर रोक
देश के कई मंदिरों ने अब बाहर से आने वाले प्रसाद को भगवान पर अर्पित करने पर रोक लगा दी है। लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा बाहर से लाकर प्रसाद चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है। मंदिर प्रशासन ने भक्तों से आग्रह किया है कि वे घर के बने हुए प्रसाद या सूखे मेवे का ही भोग लगाएं।
कोर्ट से स्वतः संज्ञान लेने की अपील
विहिप ने सुप्रीम कोर्ट से तिरुपति के लड्डुओं में मिलावट के आरोपों का स्वत: संज्ञान लेने और दोषियों का पता लगाने के लिए जांच शुरू करने की सोमवार को अपील की। विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की तिरुपति में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। विहिप ने एक विज्ञप्ति में कहा, सुप्रीम को इस मामले का स्वतः संज्ञान लेना चाहिए तथा एक निश्चित समयावधि में इसकी जांच कर इस अक्षम्य अपराध के दोषियों की पहचान करनी चाहिए तथा उन्हें कड़ी सजा देनी चाहिए।
मथुरा-वृंदावन के दुकानों से लिए गए सैंपल
तिरुपति की घटना के बाद मथुरा में भी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग सक्रिय हो गया। पिछले 48 घंटों में अलग-अलग जगहों पर से प्रसाद के रूप में बिक रहे पदार्थों के कुल 13 सैंपल जमा कर लैब भेजे गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि, वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर एवं गोवर्धन के दानघाटी मंदिर के बाहर स्थित दुकानों पर से ये सैम्पल लिए गए हैं।
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