Supava
- -हाइफ़ा लोक धरोहर गौरव सम्मान डॉ महासिंह पूनिया को मिला
- -हाइफ़ा लोक संस्कृति गौरव सम्मान डॉ अनूप लाठर को दिया गया
- -हाइफ़ा साहित्य सम्मान से डॉ राजेंद्र गौतम को सम्मानित किया गया
रोहतक। रोहतक हरियाणवी इनोवेटिव फ़िल्म एसोसिएशन (हाइफ़ा) का चौथा वार्षिक एवं पुरस्कार वितरण समारोह बड़े उत्साह और सांस्कृतिक गरिमा के साथ आयोजित हुआ। हाइफा संस्था हरियाणवी सिनेमा, हरियाणवी बोली में लगे कलाकारों का एक ऐसा व्यापक मंच है। जहां समस्त हरियाणा के कलाकार एक ही छत के नीचे एकत्र होते हैं। हरियाणवी सिनेमा के उत्थान के लिए पिछले चार सालों से हाइफा में शॉर्ट फ़िल्म प्रतियोगिता, हरियाणवी गीत प्रतियोगिता, कहानी प्रतियोगिता आदि अनेक आयोजन किए जाते हैं और उन सभी प्रतियोगिताओं में विजेता रहे सभी प्रतिभागियों को वार्षिकोत्सव में पुरस्कृत किया जाता है। हाइफा का मुख्य उद्देश्य बेहतरीन रचनात्मक कार्यों की अनुशंसा एवं प्रोत्साहन के साथ साथ सभी कलाकारों को एक मंच पर लाना है। कार्यक्रम का आरम्भ सुबह 10 बजे मुख्य अतिथि दादा लखमीचंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स सुपवा के वाईस चांसलर डॉ अमित आर्या और विशिष्ट अतिथि बॉलीवुड एक्टर डायरेक्टर यशपाल शर्मा तथा हरिओम कौशिक व अतिथि के पारंपरिक तिलक एवं पुष्प स्वागत द्वारा अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना (गायत्री कौशल द्वारा) के साथ हुआ। इसके पश्चात् HIFA का गीत प्रस्तुत किया गया। इसके उपरांत श्री यशपाल शर्मा, डॉ अमित आर्या, अंशुल पठानिया पठानिया एजुकेशन सोसायटी के डायरेक्टर ने मंच से दो शब्द कहे। इस अवसर पर सुपवा के वाईस चांसलर ने कहा -” जैसे उनके लिए सुपवा है वैसे ही हाइफ़ा है। दोनों का उद्देश्य समान है। यह सिद्धि है और वह इसमें हर संभव पर्याप्त सहयोग करेंगे।’
इन्होंने दी शानदार प्रस्तुती
रंगारंग और संस्कृतक कार्यक्रमों की श्रृंखला में इंदर लांबा और लीला सैनी ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। उसके बाद क्रमशः मीना मलिक का लोक नृत्य, डॉ. महिपाल पठानिया की गीत प्रस्तुति, सोनिया का नृत्य, जोगेंद्र वशिष्ठ की कविता, मनोज ने मिमिक्री प्रस्तुत की। विशेष आकर्षण के रूप में डॉक्यूमेंट्री फ़िल्मों का प्रदर्शन एवं विजेताओं को सम्मानित करने के साथ-साथ निर्णायक मंडल को भी आदरांजलि दी गई। नन्ही प्रीति का डांस परफॉरमेंस ने मंच पर धमाल मचा दिया।
डॉ तबस्सुम जहां ने कविता से दर्शकों की वाह वाही लूटी
डॉ तबस्सुम जहां ने लाजवाब कविता से दर्शकों की वाह वाही लूटी। केलापती ने लोक गीत तथा योगेश वत्स ने रागनी प्रस्तुत की। इसके बाद पूजा भारद्वाज की फ़िल्म ‘रक्त बीज’ का ट्रेलर दिखाया गया और प्रकाश सिंह बादल ने कविता सुनाई। इसके उपरांत रील विजेताओं की रील दिखाई गई और बैगन फ़िल्म का ट्रेलर दिखाया गया।
ट्रेलर के बाद फ़िल्म के मुख्य किरदार जगबीर राठी और मासूम शर्मा की जुगलबंदी ने दर्शकों को अपनी धुनो पर थिरकने को मजबूर कर दिया। 2:50 बजे वीडियो गीत प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं को मंच पर प्रस्तुत किया गया। इसके बाद आनंद शर्मा, रमन नासा, डिंपल, सागर शर्मा, संजय ढांडा (रागिनी), संजीत कौशिक (मिमिक्री), आशा रानी एवं मनोज कुमार ने अपनी-अपनी प्रस्तुतियों से वातावरण को जीवंत किया। सायं 3:50 बजे हिंदी एवं हरियाणवी लघु फ़िल्मों के प्रथम स्थान प्राप्त विजेताओं का प्रदर्शन हुआ। तत्पश्चात् श्री यशपाल शर्मा का मार्गदर्शन एवं अवलोकन और मुख्य अतिथि का प्रेरक संबोधन हुआ।
पुरस्कार वितरण समारोह
हरियाणवी वीडियो गीत प्रतियोगिता में इस वर्ष लोक संवेदना और आधुनिकता का सुंदर संगम देखने को मिला।
गीत “राम मिले भगवान” ने प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि “न्यारा हरियाणा” और “ब्यूटी एंड डयूटी” क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। लोकप्रिय गीत “तेरे प्यार में कतई बावली” को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
इस प्रतियोगिता में उमेश वर्मा को सर्वश्रेष्ठ पुरुष गायक और गीता सिंह को सर्वश्रेष्ठ महिला गायिका चुना गया। केलापति राहीवाल को सांत्वना सम्मान मिला। इन गीतों का मूल्यांकन हरियाणवी सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्रियाँ उषा शर्मा और सुमित्रा हुड्डा पेढनेकर ने किया। हरियाणा फिल्म एसोसिएशन (हाइफ़ा) द्वारा आयोजित वार्षिक फिल्म, गीत, कहानी लेखन और वीडियो रील प्रतियोगिताओं के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। संस्था के प्रधान जनार्दन शर्मा और महा सचिव रामपाल बल्हारा ने बताया कि सभी श्रेणियों में विजेताओं को सम्मानित करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें फिल्म जगत से जुड़ी जानी-मानी हस्तियाँ शामिल रहीं।
हिंदी शॉर्ट फिल्म श्रेणी में “थर्सडे स्पेशल” अव्वल
हिंदी शॉर्ट फिल्म श्रेणी में इस बार “थर्सडे स्पेशल” ने बाज़ी मार ली। इसे प्रथम स्थान मिला, जबकि “हैंडफुल ऑफ लाइफ” दूसरे और “20 रु. नोट” तीसरे स्थान पर रहीं। इस श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री दोनों का खिताब “थर्सडे स्पेशल” से जुड़े कलाकार राम मिश्रा और शकुंतला मिश्रा के नाम रहा। दर्शकों और ज्यूरी दोनों ने इस फिल्म की भावनात्मक प्रस्तुति और सामाजिक संदेश की सराहना की। हरियाणवी शॉर्ट फिल्मों की श्रेणी में अभिनेता यशपाल शर्मा ने विजेताओं की घोषणा करते हुए बताया कि “नचार” ने प्रथम, “भाई” ने द्वितीय और “भोगा भगत” ने तृतीय स्थान हासिल किया। फिल्म “बस्ता” और “बकरी” को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। अभिनेता चेतन कौशिक और अभिनेत्री नैना शर्मा (दोनों “नचार” से) को क्रमशः सर्वश्रेष्ठ अभिनेता व अभिनेत्री घोषित किया गया, जबकि बाल कलाकार कुलदीप ने “बस्ता” फ़िल्म के लिए सबका दिल जीता। डॉक्यूमेंट्री वर्ग में “घूंघट” ने प्रथम और “क्राफ्ट हैंडफुल” ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इन फिल्मों का मूल्यांकन ज्यूरी सदस्य राजीव भाटिया, वंदना भाटिया और महिपाल सैनी ने किया।
ये भी सम्मानित
कहानी लेखन प्रतियोगिता में इस बार दो कहानियों को संयुक्त रूप से प्रथम स्थान दिया गया — डॉ. श्याम वशिष्ठ की “फ्राइड राइस और अखरोट” तथा मीना मलिक की “सिमटती यादें”। द्वितीय स्थान रामरतन पांडे की “हार” को मिला, जबकि तृतीय पुरस्कार सुरेश बरनवाल (“दस्तावेज”) और डा. मनुहार शर्मा (“बाबा की बुलेरी”) को संयुक्त रूप से दिया गया। हरियाणवी कहानी श्रेणी में चंद्रशेखर शर्मा की “अलबेली” ने प्रथम, मनोज कुमार की “लोन” ने द्वितीय और संगीता देवी की “काली कढ़ावणी” ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इनका चयन साहित्य जगत की प्रतिष्ठित हस्तियों डा. मधुकांत, डा. रामफल चहल और डा. अंजना गर्ग ने किया। हाइफ़ा सदस्यों के बीच आयोजित वीडियो रील्स प्रतियोगिता में सुदेश कुमारी प्रथम, महिपाल पठानिया द्वितीय और प्रीति सिंह व विजय तंवर तृतीय स्थान पर रहे। इस प्रतियोगिता के एकल ज्यूरी सदस्य फिल्म निर्देशक विजय भटोटिया रहे, जिन्होंने सभी प्रतिभागियों के प्रदर्शन की सराहना की।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण हाईफ़ा की उन चुनिंदा विभूतियों का सम्मान प्रदान करना था जिन्होंने अपना समस्त जीवन साहित्य कला और संस्कृति को समर्पित कर दिया। इस श्रेणी मे हाइफ़ा लोक धरोहर गौरव सम्मान डॉ महासिंह पूनिया को, हाइफ़ा लोक संस्कृति गौरव सम्मान डॉ अनूप लाठर जी को, हाइफ़ा साहित्य सम्मान डॉ राजेंद्र गौतम को तथा हाइफ़ा सिनेमा लाइफ़ टाइम गौरव सम्मान हरीश कटारिया को दिया गया। इन सभी अतिथियों को स्मृति-चिह्न भेंट किए गए। कार्यक्रम का समापन राजू मान सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन तथा राष्ट्रीय गान के साथ हुआ। कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. अल्पना सुहासिनी ने किया। यह समारोह हरियाणवी संस्कृति, कला और फ़िल्म जगत की रचनात्मकता को समर्पित रहा। कलाकारों की विविध प्रस्तुतियों, फ़िल्मों व पुरस्कार वितरण ने पूरे आयोजन को अविस्मरणीय बना दिया।
https://vartahr.com/supava-haifas-fo…-life-time-honor/