Sports
- चार दिन तक चलने वाली प्रतियोगिता में भाग ले रहे 700 खिलाड़ी
- कुलदीप बिश्नोई व रणधीर पनिहार ने किया प्रतियोगिता का शुभारंभ
- लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं, हर काम ले रही बढ़चढ़कर भाग
Sports : हिसार। तीसरी सब जूनियर बॉयज़ एवं गर्ल्स हरियाणा स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025 निकटवर्ती गांव गंगवा स्थित मंजीत लोहान बॉक्सिंग क्लब में शुरू हुई। चार दिन तक चलने वाली प्रतियोगिता का शुभारंभ पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई एवं नलवा विधायक रणधीर पनिहार ने किया। प्रतियोगिता 27 जुलाई तक चलेगी। प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि खिलाड़ियों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में हिस्सा लेना चाहिए। खेलों में भी बच्चों को स्वर्णिम भविष्य है। सरकार ने खेलों को बढ़ावा देकर खिलाड़ियों की सुविधाओं के लिए अनेक योजनाएं लागू की है ताकि हमारे खिलाड़ी देश व विदेश में नाम रोशन कर सकें। उन्होंने प्रतियोगिता में लड़कियों के भाग लेने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं है। वे हर क्षेत्र में अपना कामयाबी प्रदर्शित कर रही है। अच्छी बात है कि बॉक्सिंग जैसी प्रतियोगिओं में भी लड़कियां बढ़-चढ़कर भाग ले रही है।
सरकार ने चलाई अनेक योजनाएं
नलवा विधायक रणधीर पनिहार ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश की सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं लागू की है ताकि हमारे खिलाड़ी खेलों में भी भविष्य सुरक्षित कर सकें। उन्होंने कहा कि हरियाणा बॉक्सिंग संघ व अन्य संस्थाएं मिलकर समय-समय पर प्रतियोगिताएं आयोजित करती रहती है, ताकि खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें।
700 बॉक्सर भाग ले रहे
चार दिन तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में लगभग 700 बॉक्सर भाग ले रहे हैं। इसमें 150 कोच व मैनेजर, 35 पदाधिकारी शामिल है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों को 6 से 14 अगस्त तक नोएडा में होने वाली राष्ट्रीय सब जूनियर बॉक्सिंग चैम्पियनशिप के लिए तैयार करना है। प्रतियोगिता के चलते सभी खिलाड़ियों के लिए रहने और खाने की सुविधा सुनिश्चित की गई है और अनुभवी ऑफिसियल टीम द्वारा मुकाबलों का संचालन किया जा रहा है।
लड़कियों के मुकाबलों में ये रहे परिणाम
प्रतियोगिता के पहले दिन लड़कियों के मुकाबलों में विभिन्न भार वर्गों में यमुनानगर की रामभतेरी ने करनाल की सिद्धक कौर को पराजित किया। इसी तरह साई भिवानी की दीक्षा ने झज्जर की सोनम को, पंचकूला की मन्नत ने सोनीपत की चेतना को, हिसार ए की मोनू ने गुरुग्राम की मानसी को, रोहतक की खुशी ने जींद की यानसू को, कुरुक्षेत्र की रीतिका ने सोनीपत की साक्षी को, पंचकूला की खुशी अहलावत ने भिवानी की वासु को हराया। इसी तरह सिरसा की वीरपाल ने साई भिवानी की भूमिका को, सोनीपत की एंजल ने जींद की मन्नत को, महेन्द्रगढ़ की जयश्री ने पंचकूला की परणीत कौर को, करनाल की मिसती रावल ने पानीपत की तनवी को, झज्जर की याशी यादव ने मेवात की टीटीक्षा कौर को, सिरसा की रेशमा कौर ने हिसार बी की आंचल पूनिया को, रेवाड़ी की नमया ने रोहतक की कनिका को, पानीपत की हिमानी ने हिसार बी की सोनिया को, अंबाला की दिव्या ने झज्जर की रिद्धि गुलिया को, फरीदाबाद की नंदिनी रानी ने मेवात की दिव्या को, जींद की इशा ने भिवानी की सोनिका को, गुरुग्राम की सिया ने पलवल की भावना को, कैथल की रीतिका ढुल ने सिरसा की विशाखा को, जींद की हर्षिता ने फतेहाबाद की हरप्रीत कौर को, कुरुक्षेत्र की धुव्रिका ने झज्जर की ईशु को, सोनीपत की रोनक ने यमुनानगर की ईशिता को, साई भिवानी की रचना शर्मा ने रेवाड़ी की पलक को पराजित करके अपने—अपने भार वर्ग के मुकाबले जीते।
लड़कों के मुकाबलों में इन्होंने मारी बाजी
प्रतियोगिता के विभिन्न भार वर्गों में लड़कों ने भी जमकर पंच चलाए। लड़कों के विभिन्न भार वर्गों में हुए मुकाबलों में भिवानी के गौरव बैनीवाल ने साईं भिवानी के शिवम गौतम को, रोहतक के अंश ने हिसार ए के अखिल को, कुरुक्षेत्र के देवीश ने फरीदाबाद के गर्वित अत्री को, कैथल के रणदीप ने पंचकूला के कल्पित को, जींद के अनमोन ने फरीदाबाद के जिक्षवांसु रावत को पराजित किया। इसी तरह पानीपत के आदित्य ने साईं बी के वंश को, झज्जर के रौनक ने हिसार बी के हिमांशु को, भिवानी के हर्षिल ने फतेहाबाद के केशव को, रेवाड़ी के दीवेश ने सिरसा के कमल मान को, हिसार ए के परनव ने करनाल के प्रतीक को, कैथल के वंश तंवर ने पलवल के यथार्थ को, यमुनानगर के कुनाल ने कुरुक्षेत्र के ध्रुव को, गुरुग्राम के मेघ ने चरखी दादरी के मनजीत को, मेवात के सागर मलिक ने पलवल के यश को, फरीदाबाद के बिसंत ने करनाल के प्रीत को, महेन्द्रगढ़ के वीर ने झज्जर के मिलन को हराया। इसी तरह अन्य मुकाबलों में सोनीपत के आदित्य ने चरखी दादरी के मिराज चहल को, गुरुग्राम के दीपांशु ने रेवाड़ी के निखिल को, पानीपत के तनीश ने राई सोनीपत के गौरव को, जींद के अंशुल ने कुरुक्षेत्र के दीपेश को, अंबाला के दक्ष कुमार ने पंचकूला के तेजश को, हिसार बी के कुनाल ने यमुनानगर के भावन को, भिवानी के निखिल ने पंचकूला के दर्शित शर्मा को तथा महेन्द्रगढ़ के पीयूश शर्मा ने कैथल के रोबिन को पराजित करके मुकाबले जीते।