Rohtak news
- रोहतक में बड़ी कार्रवाई, पकड़ी गई ड्रग्स की कीमत 11 लाख रुपये
- ड्रग कंट्रोलर और एनसीबी यूनिट ने मायना के युवक को गिरफ्तार किया
- स्कॉर्पियो गाड़ी में आया था सप्लायर, पुलिस ने आरोपित को रिमांड पर लिया
- 43 रुपये का इंजेक्शन नशेडि़यों को 200 रुपये में बेचा जाता था
Rohtak news : रोहतक में ड्रग कंट्रोलर और एनसीबी यूनिट ने कड़ी कार्रवई करते हुए बहुअकबरपुर के पास से टेझोविन के 5,650 इंजेक्शन के साथ एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया है। ब्यूरो ने आरोपित को रिमांड पर लिया है। नशा तस्करी से जुड़े कई राज और खुलेंगे। बताया जा रहा है कि ड्रग कंट्रोलर और एनसीबी यूनिट ने नशा तस्करों को पकड़ने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहह यह कार्रवाई की है। पकड़ी गई ड्रग्स की कीमत 11 लाख रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। आरोपित युवक का नाम सुमित है और वह रोहतक के गांव मायना का रहने वाला है। उसे मुगलवार को अदालत में पेश किया गया और रिमांड पर ले लिया। अब पता चलेगा कि इंजेक्शन कहां से लेकर आया आर कहां सप्लाई करने थे। फिलहाल सुमित पुलिस को कुछ नहीं बता रहा।
क्या है टेझोविन इंजेक्शन
टेझोविन इंजेक्शन में पेंटाजोसाइन नाम का सॉल्ट होता है, पेंटाजोसाइन एक ओपियड (नारकोटिक) एनालजेसिक है जो दर्द कम करने के लिए मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पर काम करता है। यह इंजेक्शन इसे लगाने के बाद दर्द का एहसास कम हो जाता है। मसल्स रिलैक्स करने के लिए डॉक्टर इसका प्रयोग करते हैं, लेकिन बिना डॉक्टर की पर्ची के यह इंजेक्शन मेडिकल स्टोर से नहीं खरीदा जा सकता। अब युवा इस टेझोविन इंजेक्शन का नशा कर रहे हैं। खासकर रोहतक,सोनी और एनसीआर क्षेत्र में युवा इस नशे की लत का शिकार हो रहे हैं।
ऐसे बिछाया जाल
गांव मायना के आरोपित सुमित का नाम हांसी में भी इसी तरह के एक केस में सामने आया था। उस समय सुमित बच गया था। तब से उस पर कड़ी निगाह रखी जा रही थी। ड्रग कंट्रोलर डॉक्टर डॉ. मनदीप मान ने बताया कि नशे के सप्लायरों को पकड़ने के लिए पूरी प्लानिंग की और रैकी भी की। उन्हें पता चला कि एक युवक टेझोविन के इंजेक्शन सप्लाई करने के लिए स्कॉरपियो गाड़ी से रोहतक आ रहा है। इसके बाद हरियाणा राज्य नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर नाकाबंदी कर दी गई और रोहतक में घुसने से पहले ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया। ड्रग कंट्रोलर डॉक्टर डॉ. मनदीप मान और एनसीबी यूनिट से प्रेम कुमार नाके पर तैनात रात को करीब 8 बजे बिना नंबर की स्कॉरपियो गाड़ी आती दिखाई दी। टीम ने गाड़ी को रोका और तलाशी ली।
पांच कार्टून थे गाड़ी में
ड्यूटी मजिस्ट्रेट एसडीओ सब डिविजन अशोक कुमार की मौजूदगी में गाड़ी की तलाशी ली गई तो बीच वाली सीट पर पांच कार्टून मिले। चेक किया गया तो उनमें इंजेक्शन थे। एक कार्टून में 900, दूसरे में 1200, तीसरे में 1200 चौथे में 1200 और पांचवें कार्टून में 1150 टेझोविन के इंजेक्शन बरामद हुए। पकड़े गए युवक की पहचान गांव मायना के सुमित के रूप में हुई।
इस टीके से मोटी कमाई
डॉक्टर की सलाह पर मेडिकल स्टोर से टेझोविन का इंजेक्शन लिया जा सकता है। एक इंजेक्शन पर प्रिंट रेट 43 रुपये लिखा हुआ है। लेकिन नशेडि़यों को एक इंजेक्शन 200 रुपये में दिया जाता है। 43 रुपये के हिसाब से 5650 इंजेक्शन की कीमत 2 लाख 42 हजार 950 रुपये हुई। लेकिन नशे के सौदागर इन्हें 11 लाख 30 हजार रुपये में बेचते।
नशे का बड़ा केंद्र बन रहा रोहतक
इतनी बड़ी संख्या में ये इंजेक्शन कहां से लाए गए थे और किसे सप्लाई करने थे, इसका पता लगाना पुलिस के लिए चुनौती होगी। गौर करने लायक है कि इंजेक्शन से नशे का प्रचलन युवाओं में बढ़ रहा है और रोहतक में इसकी बड़ी मार्केट हो सकती है। हाल ही में यूनिवर्सिटी एक छात्र की मौत भी ओवरडोज के कारण हुई थी। देखा जाए तो रोहतक नशे का बड़ा बाजार बनकर उभर रहा है।
20 साल तक सजा का प्रावधान
नशे के किसी भी सप्लायर और सौदागर को बक्शा नहीं जाएगा। पकड़े गए इंजेक्शन कमर्शियल क्वांिटटी में आते हैं। इसमें 20 साल तक की सजा का प्रावधान है।
-डॉ. मनदीप मान, ड्रग कंट्रोलर, रोहतक।
अन्य सप्लायर्स के बारे खुलासा होगा
आरोपित को अदालत में पेश करके पूछताछ की जाएगी और अन्य सप्लायर्स व सप्लाई के बारे में पता करके उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। नशा तस्करी व अवैध धंधे में संलिप्त किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। आमजन से अपील की है कि अगर कहीं पर भी नशा बिकता हुआ दिखाई दे तो हरियाणा एनसीबी के टोल फ्री न. 90508-91508 पर सूचना दें। सूचना देने वाले का नाम उजागर नहीं किया जाएगा।
-निरीक्षक पवन कुमार, एनसीबी यूनिट प्रभारी, रोहतक।
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