political story
- भाजपा नेता किरण चौधरी बोलीं, कांग्रेस पार्टी वेंटिलेटर पर है, विधानसभा चुनाव में बड़ी हार होगी
- पत्रकार वार्ता में कहा, कांग्रेस इस समय वेंटिलेटर पर है। इसका कुछ नहीं हो सकता। हुड्डा षडयंत्र करते हैं। प्रभारी बाबरिया उनका डिक्टेशन लिखते हैं, विधानसभा चुनाव में सिर्फ बाप बेटा ही बचेंगे।
political story : चंडीगढ़। हरियाणा में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं। वैसे वैसे नेताओं में भी पार्टी बदलने की होड़सी लगी है। हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुई प्रदेश की दिग्गज नेता किरण चौधरी ने गुरुवार को एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कांग्रेस पर जमकर हमले बोले। किरण ने कहा कि कांग्रेस इस समय वेंटिलेटर पर चल रही है। इसका कुछ नहीं हो सकता। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा षड्यंत्र करते हैं। पार्टी प्रभारी बाबरिया उनका डिक्टेशन लिखते हैं, विधानसभा चुनाव में सिर्फ बाप बेटा ही बचेंगे। इसके अलावा पार्टी में कोई नहीं बचेगा। बता दें कि पूर्व मंत्री किरण चौधरी। करीब चार दशक तक कांग्रेस के साथ रहीं। किरण के साथ उनकी बेटी श्रुति चौधरी ने भी बीजेपी का दाम थामा है। किरण ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान सहित बड़े प्रमुख नेताओं पर निशाना साधा।
भाजपा में सभी ने मेरा स्वागत किया
किरण ने कहा कि भाजपा में जाने के बाद मुझे बड़ा सहज महसूस हो रहा है। मैं अनजान जगह में नहीं आई हूं। जिस मान सम्मान के साथ मुझे लाया गया है, सारे के सारे कार्यकता चाहे आरआरएस के हों या बीजेपी के, सभी ने जिस तरह मेरा स्वागत किया है, तो मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैं अपने घर में ही हूं। मैं सोच भी नहीं सकती थी कि पूर्व सीएम मनोहर लाल, सीएम नायब सैनी और पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इतना सम्मान देगा।
कांग्रेस खत्म हो रही
हरियाणा कांग्रेस अब वेंटिलेटर पर आ गई है। कोई संगठन नहीं है। सब मनमर्जी है। मनमर्जी इस तरह की है कि जो हमारे प्रतिद्वंदी हैं उनको किस तरह से खत्म किया जाए। हुड्डा पर हमला बोलते हुए किरण ने कहा, जल्द पूरी कांग्रेस खत्म हो जाएगी। निश्चित तौर पर। इन्होंने खुद उनको निर्दलीय चुनाव लड़वाया, अब उनको वापस कर लिया। जिन्होंने कांग्रेस के खिलाफ काम किया। इनके बेटे ने जो हर जगह जाकर पांच-पांच उम्मीदवार तैयार किए हैं, टिकट तो एक को मिलेगी, बाकी जो चार हैं इधर-उधर भागेंगे, क्योंकि उनकी महत्वकांक्षाएं आपने बढ़ा दी है। वे फिर इनको गली देंगे क्योंकि इन्होंने वादा किया है। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में बड़ी भगदड़ मचेगी।
मैं बेबाक तरीके से अपनी बात करती हूं
मैने स्पष्ट तरीके से कहा कि मैं बेबाक तरीके से अपनी बात करती हूं। मैंने उस समय कह दिया था कि उम्मीदवार का बहुत गलत तरीके से चयन हुआ है। यह उम्मीदवार सही तरीके से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। जो चुनाव लड़ता है वो उम्मीदवार सबके सामने हाथ जोड़ता फिरता है। यह उम्मीदवार (यानी राव दान सिंह) तो ऐसे थे जो पूछ ही नहीं रहे थे। नतीजा ये हुआ कि हम तो कुमारी सैलजा के प्रचार में जुट गए। भारी मतों से वे जीतकर आई हैं। जो उम्मीदवार अपने ही विधानसभा क्षेत्र जहां से हारे, अपने बूथ से हारे, अपने जिले से हारे, अपने मामा के गांव से हारे, तो आप उनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं। ये तो हमारे क्षेत्र के लोगों ने उनको भारी संख्या में वोट किया, नहीं तो उनकी जमानत जब्त हो जाती।
बाप बेटे ने माकन को हराया
अजय माकन को हराना पूरी तरह से बाप बेटे का षड्यंत्र था। यह षडयंत्र एक बार नहीं इन्होंने बार-बार किया. 2004 में मेरे साथ किया। 2016 में आर के आनंद के साथ जब स्याही कांड किया। उस स्याही कांड की वजह से चुनाव आयोग को अपने नियमों में लिखना पड़ा कि वहां जो पेन होगा वो इलेक्शन कमीशन का आदमी देगा। वह भी पूरा का पूरा षडयंत्र इनका था. इन जनाब (बिना नाम लिए हुड्डा) का नाम भी उसमें आता है हमने तो यह बातें कभी करी नहीं। इसमें यानी मकान के चुनाव में भी पूरा षडयंत्र इनका था। क्योंकि यह अजय माकन को जीतते नहीं देखना चाहते थे। क्योंकि अजय माकन का केंद्रीय नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं। राहुल गांधी के साथ उनका उठना बैठना है। इनकी असलियत वहां तक पहुंच जाती, तो यह षडयंत्र उनके साथ भी किया।मुझे फसाने की कोशिश की।
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