Paris Olympic
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- पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बनीं भाकर
- निशानेबाजी में 12 साल का सूखा खत्म किया
- दादी बोलीं-अपनी बेटी को सोने की टूम पहनाऊंगी
- कोरिया की जिन ने ओलंपिक में रिकॉर्ड बना गोल्ड व येजी ने सिल्वर मेडल जीता
- बैडमिंटन में सिंधू, टेबल टेनिस में मनिका और मुक्केबाजी में निकहत भी जीतीं
Paris Olympic : हरियाणा में झज्जर के गांव गाेरिया की बेटी स्टार निशानेबाज मनु भाकर ने रविवार को महिला 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इसके साथ ही निशानेबाजी में ओलंपिक पदक के भारत के 12 साल के इंतजार को खत्म कर दिया। इसके साथ ही पेरिस ओलंपिक में भारत ने कांस्य पदक के साथ खाता खोला। मनु भाकर शूटिंग में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। मेडल जीतने के बाद मनु ने कहा, ‘वह गीता बहुत पढ़ती है। इससे उसे फोकस करने में मदद मिलती है। आज के मैच में मैंने आखिर तक टारगेट पर फोकस किया। हालांकि वह ब्रॉन्ज मेडल ही जीत पाईं। मनु ने फाइनल में 221.7 पॉइंट्स के साथ कांस्य जीता। इस इवेंट में कोरिया की ओह ये जिन ने गोल्ड जीता। उन्होंने 243.2 पॉइंट स्कोर करके ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया। कोरिया की ही किम येजी ने सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने 241.3 पॉइंट बनाए।
मोदी ने मनु को किया फोन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पदक जीतने के बाद मनु से फोन पर बात करके उन्हें बधाई दी। रजत से सिर्फ 0.1 अंक से चूकी मनु ने कहा, ‘मैंने भगवद गीता काफी पढ़ी है और वही करने की कोशिश की जो मुझे करना चाहिए था। बाकी सब भगवान पर छोड़ दिया था। हम भाग्य से नहीं लड़ सकते। आप परिणाम को नियंत्रित नहीं कर सकते।
इन्होंने भी उम्मीद जगाई
राइफल निशानेबाजों रमिता जिंदल और अर्जुन बबूता ने भी क्रमश: महिला 10 मीटर एयर राइफल और पुरुष 10 मीटर एयर राइफल के फाइनल में जगह बनाकर पदक की उम्मीद जगाई।
नारंग ने 2012 में जीता कांस्य
पेरिस में भारत के दल प्रमुख गगन नारंग के लंदन ओलंपिक 2012 में जीते कांस्य के बाद निशानेबाजी में यह पहला ओलंपिक पदक है। झज्जर की रहने वाली 22 साल की मनु ने आठ निशानेबाजों के फाइनल में 221.7 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक जीता।
इनका जीत से आगाज
बैडमिंटन : सिंधू की जीत से शुरूआत
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने महिला एकल स्पर्धा में अपने अभियान की शुरुआत ग्रुप एम के मैच में मालदीव की फातिमाथ अब्दुल रज्जाक के खिलाफ आसान जीत के साथ की। भारतीय खिलाड़ी ने अपने से कम रैंकिंग वाली खिलाड़ी को सिर्फ 29 मिनट में सीधे गेम में 21-9 21-6 से शिकस्त दी।
शरत हारे
भारत के स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल पुरुष एकल प्रतियोगिता से बाहर हो गए अपना पांचवा ओलंपिक खेल रहे 42 वर्षीय शरत को 53 मिनट तक चले मैच में अपने से 86 पायदान नीचे के प्रतिद्वंद्वी स्लोवेनिया के डेनी कोजुल से 2-4 (12-10 9-11 6-11 7-11 11-8 10-12) से हार का सामना करना पड़ा।
टेबल टेनिस : मनिका जीती
स्टार महिला खिलाड़ी मनिका बत्रा ने राउंड 64 में अपनी प्रतिद्वंद्वी को 4-1 से हराकर अपना विजयी अभियान शुरू किया। 2018 राष्ट्रमंडल खेलों की चैम्पियन और 18वीं वरीय मनिका ने 41 मिनट में ब्रिटेन की अन्ना हर्से को 11-8 12-10 11-9 9-11 11-5 से मात दी। अब मनिका का सामना 31 जुलाई को राउंड 32 मैच में फ्रांस की 12वीं वरीय प्रीथिका पवाडे से होगा।
श्रीजा भी जीतीं
इससे पहले श्रीजा ने स्वीडन की क्रिस्टीना कल्बर्ग पर 4-0 की शानदार जीत के साथ राउंड ऑफ 32 में प्रवेश किया। डब्ल्यूटीटी कंटेंडर एकल खिताब जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनकर इतिहास रचने वाली श्रीजा ने स्वीडन की खिलाड़ी को 30 मिनट में 11-4, 11-9, 11-7, 11-8 से पराजित किया।
मुक्केबाजी : निकहत प्री क्वार्टर फाइनल में
दो बार की विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने जर्मनी की मैक्सी करीना क्लोएट्जर पर जीत के साथ महिलाओं के 50 किग्रा मुक्केबाजी के प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। इस 28 साल की गैरवरीय मुक्केबाज ने यहां ‘नॉर्थ पेरिस एरेना’ अंतिम 32 दौर के मुकाबले में जर्मनी की मुक्केबाजी के खिलाफ 5-0 से जीत हासिल की। निकहत के सामने गुरुवार को खेले जाने वाले प्री-क्वार्टर फाइनल में एशियाई खेलों और मौजूदा फ्लाईवेट विश्व चैंपियन चीन की वू यू की चुनौती होगी।
नौकायन : बलराज पंवार क्वार्टर फाइनल में
भारत के बलराज पंवार रेपेचेज दो में दूसरे स्थान पर रहते हुए नौकायन (रोइंग) की पुरुष एकल स्कल्स स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। बलराज ने सात मिनट 12.41 सेकेंड का समय लिया और वह मोनाको के क्वेंटिन एंटोगनेली से पीछे रहे जो सात मिनट 10:00 सेकेंड के समय से शीर्ष पर रहे। प्रत्येक रेपेचेज से शीर्ष दो में रहने वाले खिलाड़ी क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करते हैं।
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