Paraolympics
- -पैरालंपिक में भारत के लिए दिन को खास बनाया
- -फ्रांसिस पैरालंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पिस्टल निशानेबाज
- -बैडमिंटन में नितेश और सुकांत सेमीफाइनल में
Paraolympics : शेटराउ। भारतीय निशानेबाज रूबिना फ्रांसिस ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा में कांस्य पदक के साथ भारत की पदकों की संख्या को बढ़ाया तो वहीं बैडमिंटन खिलाड़ी नितेश कुमार और सुकांत कदम शनिवार को पेरिस पैरालंपिक के सेमीफाइनल में पहुंच गए। रूबिना का कांस्य पदक निशानेबाजी में देश का चौथा पदक है। वह पैरालंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पिस्टल निशानेबाज हैं। गत चैंपियन और विश्व रिकार्ड धारी निशानेबाजों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए 25 वर्षीय रूबिना ने कुल 211.1 अंक हासिल कर आठ महिलाओं के फाइनल में तीसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने क्वालीफिकेशन राउंड में सातवें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। ईरान की जावानमार्डी सारेह ने 236.8 के कुल स्कोर के साथ अपना लगातार तीसरा पैरालंपिक स्वर्ण पदक जीता जबकि विश्व रिकॉर्ड धारी तुर्की की ओजगान आयसेल ने 231.1 के साथ रजत पदक जीता।
क्या है एसएच1 वर्ग
एसएच1 वर्ग में वो पैरा निशानेबाज हिस्सा लेते हैं जो बिना किसी परेशानी के बंदूक संभालते हुए व्हीलचेयर या चेयर पर बैठकर या खड़े होकर निशाना लगा सकते हैं।
एमपी की रहने वाली हैं रूबीना
मध्य प्रदेश के जबलपुर में मैकेनिक की बेटी रूबिना का जन्म एक पैर में दिव्यांगता के साथ हुआ था। दिग्गज भारतीय निशानेबाज गगन नारंग की ओलंपिक उपलब्धियों से प्रेरित होकर वह निशानेबाजी में आयीं।
https://vartahr.com/paralympics-rubina-wins-bronze/