Operation sindoor
- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भुज में बोले राजनाथ
- पाक आतंक का जन्मदाता आईएमएफ आर्थिक मदद देने पर पुनर्विचार करे
- रक्षा मंत्री बोले, पाक को आर्थिक सहायता टेरर फाइनेसिंग से कम नहीं
- आईएमएफ द्वारा दिए गए एक अरब डॉलर से आतंकी ढांचों का पुनर्निमाण हो रहा
- ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों के माथे पर खतरे की लकीर
- भुज में जवानों का हौसला बढ़ाया, ब्रह्मोस में पाक को अंधेरे में उजाला दिखाया
Operation sindoor : भुज (गुजरात)। भारत ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से पाकिस्तान को दी जाने वाली एक अरब डॉलर की सहायता पर शुक्रवार को पुनर्विचार करने का आग्रह किया और कहा कि इस्लामाबाद इस सहायता का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए कर सकता है। गुजरात के भुज वायुसेना स्टेशन पर वायु योद्धाओं को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ‘ब्रह्मोस’ सुपरसोनिक मिसाइल के इस्तेमाल की पुष्टि की और कहा कि इस हथियार ने पाकिस्तान को ‘रात के अंधेरे में दिन का उजाला’ दिखा दिया है। पाकिस्तान को स्पष्ट और कड़ा संदेश देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन अभी समाप्त नहीं हुआ है, क्योंकि मौजूदा ‘संघर्षविराम’ का मतलब है कि भारत ने पाकिस्तान को उसके बर्ताव के आधार पर ‘परिवीक्षा’ पर रखा है। ‘यदि उसका बर्ताव सुधरता है, तब तो ठीक और यदि कोई गड़बड़ी करता है, तो उसे कड़ा दंड दिया जाएगा।’ ‘हमारी कार्रवाई तो बस एक ट्रेलर थी, अगर जरूरत पड़ी तो हम पूरी पिक्चर भी दिखाएंगे। आतंकवाद पर हमला करना और उसे खत्म करना नए भारत का ‘न्यू नॉर्मल’ है।’
नौ आतंकी ढांचे नष्ट किए
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत ने सात मई की सुबह पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ढांचे नष्ट कर दिए थे। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया गया जिसके बाद भारत की तरफ से की गयी जवाबी कार्रवाई में उसके कई सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा। चार दिन तक चले टकराव के बाद 10 मई को दोनों पक्षों के बीच संघर्ष रोकने पर सहमति बनी थी। अपने संबोधन में सिंह ने कहा कि पाकिस्तान पिछले सप्ताह भारत द्वारा नष्ट किए गए आतंकी ढांचे को फिर से खड़ा करने की कोशिश में लग गया है और इस्लामाबाद ‘पाकिस्तान के आम नागरिकों से एकत्र की गई राशि को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आका और संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी मसूद अजहर को लगभग 14 करोड़ रुपये देने में खर्च करेगा।’
‘न्यू इंडिया’ का संदेश दिया
‘न्यू इंडिया’ का संदेश दिया कि हम सिर्फ विदेशों से आयातित हथियारों और प्लेटफार्म पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि भारत में निर्मित उपकरण हमारी सैन्य शक्ति का हिस्सा बन गए हैं। भारत में निर्मित हथियार अभेद्य भी हैं।’सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने स्वयं ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल की ताकत को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि भारत में निर्मित इस मिसाइल ने पाकिस्तान को रात के अंधेरे में दिन का उजाला दिखा दिया। आकाश मिसाइल प्रणाली समेत भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने इसमें जबरदस्त भूमिका निभाई है। बृहस्पतिवार को श्रीनगर में भारतीय सेना के बहादुर जवानों और शुक्रवार को भुज में वायु सैनिकों के साथ अपनी बातचीत के दौरान सिंह ने कहा कि वह पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि भारत की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं।