Olympic
- भारत की 46 महिला खिलाड़ी पेश करेंगी चुनौती
- हरियाणा के 24 खिलाड़ियों मे 14 महिला प्लेयर
- पहले ओलंपिक में एक भी महिला खिलाड़ी नहीं थी
- 128 साल बाद लगभग 50 फीसदी के करीब पहुंची
- 1896 में हुए थे पहले मॉडर्न ओलंपिक गेम्स
- 11,215 खिलाड़ी पेरिस में लेंगे हिस्सा
- 5,503 महिला खिलाड़ी दिखाएंगी दम
- 5712 पुरुष खिलाड़ी उतरेंगे मैदान पर
Olympic : दुनिया में पहले आधुनिक ओलंपिक खेल साल 1896 में हुए। इनमें महिलाओं की भागीदारी शून्य थी। यानी पहले ओलंपिक खेलों में एक भी महिला खिलाड़ी शामिल नहीं थी, वहीं दूसरे ओलंपिक में पहली बार 22 महिला खिलाड़ियों ने भाग लिया और यह खेल भी पेरिस में ही खेले गए थे। तब से महिलाओं की भागे दारी लगातार बढ़ती जा रही है। अब यानी 128 साल के ओलंपिक में महिलाओं की भागेदारी 49 फीसदी (लगभग फिफ्टी-फिफ्टी) हो गई है। इसी रफ्तार से महिला खिलाड़ी बढ़ती गई तो आने वाले समय में महिलाएं पुरुषों से बाजी मार जाएंगी और इनकी भगेदारी पुरुषों से कही अधिक होगी। इस रिपोर्ट में जानते हैं ओलंपिक से जुड़े कुछ ऐसे ही आंकड़े।
क्या कहते हैं आंकड़े
-साल 1900 के हुए पेरिस ओलंपिक में 22 महिलाओं भाग लिया।
-1900 में पेरिस में हुए खेलों में कुल 997 एथलीटों में से 22 महिलाओं ने पांच खेलों में हिस्सा लिया। इनमें टेनिस, नौकायन, क्रोकेट, घुड़सवारी और गोल्फ़।
-124 साल के बाद अब ओलंपिक में ऐसा पहली बार है जब महिला और पुरुष खिलाड़ियों की भागीदारी लगभग 50-50 होगी।
-इस बार ओलंपिक में कुल 11,215 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।
-इनमें 49% एथलीट महिलाएं (5,503) हैं।
-51 प्रतिशत (5712) पुरुष खिलाड़ी है।
-टोक्यो ओलंपिक में महिला खिलाड़ियों की भागीदारी 47.2% थी।
अमेरिकी दल में पुरुषों से अधिक महिला
इस बार अमेरिका का सबसे बड़ा दल पेरिस पहुंचेगा। अमेरिका के दल में 638 खिलाड़ी शामिल हैं। इसमें 338 यानी 53 प्रतिशत महिलाएं हैं।
-एक छोटे से देश गुआम के दल में 7 खिलाड़ी, इनमें से 6 महिलाएं हैं।
-प्रतिशत के हिसाब से देखें तो दल में 87.5 प्रतिशत महिला खिलाड़ी।
40 फीसदी महिला अफसर
इस बार ओलंपिक खेलों को संचालित करने वाले अधिकारियों में महिलाओं की संख्या 40 फीसदी हो गई है जो टोक्याे ओलंपिक में 30 फीसदी थी।
भारतीय दल में 46 महिला एथलीट
इस बार भारतीय दल (117) में महिला खिलाड़ियों की भागीदारी 40% (46 खिलाड़ी) के आसपास है। रियो ओलंपिक (2016) में भारतीय दल में 63 पुरुषों के मुकाबले 54 महिला खिलाड़ी थीं जो 46 प्रतिशत था। साल 2000 के ओलंपिक से लेकर अब तक भारतीय दल में महिला खिलाड़ियों की भागीदारी केवल लंदन ओलंपिक को छोड़कर बेहतर रही है। साल 2012 में लंदन गए 83 खिलाड़ियों में 23 महिला खिलाड़ी थीं।
सेना के ये खिलाड़ी देंगे चुनौती
सेना की महिला खिलाड़ी
-हवलदार जैसमीन लंबोरिया (मुक्केबाजी)।
-सीपीओ रीतिका हुड्डा (कुश्ती)।
सेना के पुरुष खिलाड़ी
-सूबेदार नीरज चोपड़ा (भाला फेंक)
-सूबेदार अमित पंघाल (मुक्केबाजी)
-सीपीओ तेजिंदर पाल सिंह तूर (शॉटपुट)
-सूबेदार अविनाश साबले (3000 मीटर स्टीपलचेस)
-सीपीओ मुहम्मद अनस याहिया (पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले)
-पीओ मुहम्मद अजमल(पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले)
-सूबेदार संतोष कुमार(पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले)
-जेडब्ल्यूओ मिजो चाको कूरियन (पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले)
– जेडब्ल्यूओ अब्दुल्ला अबूबाकर (त्रिकूद)
-सूबेदार तरूणदीप राय (तीरंदाजी)
-धीरज बोम्मादेवरा (तीरंदाजी)
-नायब सूबेदार संदीप सिंह (निशानेबाजी)