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Karvachauth : पति-पत्नी की फोटोयुक्त थाली आकर्षण का केंद्र, रविवार को मनाया जा रहा व्रत

Byadmin

Oct 19, 2024

KarvaChauth

  • लोटा एवं छलनी भी सुहागिनों को लुभा रही, एक सप्ताह में ऑडर पर हो रही तैयार
  • पति की लम्बी उम्र के लिए सुहागिनें रखती हैं उपवास
  • सोलह श्रृंगार करके दिनभर रहती भूखी प्यासी

KarvaChauth : भिवानी। सजना हैं मुझे, सजना के लिए गीत हर सुहागिन अपनी जुबां पर गुनगुना रही हैं, क्योंकि 20 अक्टूबर रविवार को सुहागिनों के लिए सबसे खास करवा चौथ पर्व हैं। करवाचौथ पर्व को लेकर सुहागिनें कोई कोरकसर नहीं छोड़ना चाहती और सप्ताहभर से बाजारों में सुहागिनों की जबरदस्त भीड़ उमड़ रही हैं। बाजार में हर दुकान पर महिलाएं कुछ खरीददारी करती नजर आ रही हैं। करवाचौथ पर सुहागिनें सोलह श्रृंगार करती हैं और पूरे दिन भूखी-प्यासी उपवास रखकर पति की लम्बी उम्र की कामना करती हैं, ये व्रत सुहागिनों के लिए बहुत ही खास होता हैं। सुहागिनें सोलह श्रृंगार करके चांद का दीदार करती हैं और पति के हाथ से जल ग्रहण करके व्रत खोलती हैं। 20 अक्टूबर रविवार को शाम 7:55 बजे पर चंद्रमा का उदय होगा और सुहागिनें अपने पति के हाथों से जल ग्रहण करके उपवास खोलेंगी।

बाजाराें में उमड़ी भीड़

उल्लेखनीय हैं कि करवाचौथ व्रत 20 अक्टूबर रविवार को मनाया जाएगा। सुहागिनें दिनभर निर्जला व्रत रखकर शाम को चंद्रोदय होने के बाद पूजा करती हैं। पूजा संपन्न होने पर चंद्रमा को अर्घ्य देकर सुहागिनें व्रत खोलती हैं। करवाचौथ पर्व को लेकर बाजारों में महिलाओं की जबरदस्त भीड़ हैं। हर दुकान पर महिलाएं कुछ न कुछ खरीदती नजर आ रही हैं। इस पर्व को लेकर महिलाओं में अच्छा खासा उत्साह हैं। बाजारों में चूड़ी शॉप, ज्वैलर्स शॉप, साड़ी शॉप, कॉस्मेटिक शॉप सहित किसी भी चीज की दुकान हो, महिलाओं की भीड़ खरीददारी के लिए उमड़ी हुई हैं। दुकानदारों की माने तो करवाचौथ पर सबसे ज्यादा व्यापार होता हैं, जिससे दुकानदारों को अच्छा खासा मुनाफा होता हैं। इस वर्ष करवाचौथ पर 20 अक्तूबर को 22 मिनट तक भद्रा का साया रहेगा। ज्योतिष शास्त्र में भद्रा को अशुभ माना गया है, क्योंकि भद्रा शुभ कार्यों में बाधा उत्पन्न करती है। करवाचौथ के दिन पूजा का शुभ समय 20 अक्तूबर को शाम 5:46 बजे से शुरू हो रहा है, ये शुभ मुहूर्त शाम 7:02 बजे तक रहेगा। करवाचौथ के दिन भद्रा सुबह 6:24 से 6:46 तक है। करवाचौथ व्रत की शुरुआत भद्रा काल शुरू होने से पूर्व ही हो जाएगी, ऐसे में व्रती सूर्योदय से पहले स्नान करके सरगी ग्रहण कर लें और व्रत का संकल्प ले लें। करवाचौथ हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है और कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन मनाया जाता है। करवाचौथ के दिन प्रत्येक सुहागिन को चांद के निकलने का बेसब्री से इंतजार रहता है और जैसे ही चांद का दीदार होता है, सुहागिनें छलनी में पति का चेहरा देखकर व्रत खोलती हैं।

मां पार्वती ने रखा था भगवानशिव के लिए करवाचौथ व्रत

केएल ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के ज्योतिषाचार्य पंडित विजय शास्त्री ने बताया कि 20 अक्टूबर रविवार को शाम 7:55 बजे पर चंद्रमा का उदय होगा और महिलाएं थाली को सुंदर तरीके से सजाकर चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपने पति की दीर्घायु की कामना करें। हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार करवाचौथ का व्रत रखने की शुरूआत मां पार्वती के समय से है। माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए करवाचौथ का व्रत रखा था, इसके बाद महाभारत में जब अर्जुन तपस्या करने इंद्रनील पर्वत पर गए थे, तो उनकी पत्नी द्रोपदी को चिंता हुई, तब भगवान श्रीकृष्ण के कहने पर द्रोपदी ने करवाचौथ का उपवास रखा था।

पंजाबी शॉर्ट चूड़ा व कुंदन के कंगन की बाजार में मची धूम

किरोड़ीमल मंदिर के सामने जगदीश कंगन पैलेस के संचालक पवन लखेरा ने बताया कि करवाचौथ व्रत पर पहली बार बाजार में पंजाबी शॉर्ट चूड़ा व कुंदन के कंगन की धूम मची हुई हैं। पंजाबी शॉर्ट चूड़ा 300 से 1500 रुपये में बिक रहा हैं। वहीं कुंदन के कंगन 150 से 600 रुपये तक, रजवाड़ी भंगड़ी 150 से 500 तक जमकर बिक रहे हैं और सुहागिन महिलाएं इनकी डिमांड कर रही हैं। इसके अलावा करवाचौथ थाली 100 से 450 रुपये तक बिक रही हैं, जो महिलाएं की पसंद बने हुए हैं। वहीं भिवानी व दिल्ली की निर्मित लाइटिंग करवाचौथ थाली भी बिक रही हैं, जिसमें थाली, लोटा व छलनी को सुंदर तरीके से सजाया गया हैं, जिससे सुहागिनें चांद और अपने पति का दीदार करेंगी। वहीं बाजार में ऑडर पर 650 से 1000 रुपये तक पति-पत्नी की फोटोयुक्त थाली, छलनी, लोटा व गिलास बहुत ही आर्कषण का केंद्र बना हुआ हैं। सुहागिनें इनकी बुकिंग करवा रही हैं और कुछ महिलाएं ऑनलाइन एप के माध्यम से भी इन्हें बनवा रही हैं, क्योंकि करवाचौथ पर पति-पत्नी की शादी या अन्य सुंदर फोटो को थाली, लोटा, छलनी व गिलास पर प्रिंट करवाया जा रहा हैं, जो बहुत ही सुंदर व आर्कषित करता हैं।

मेहंदी लगाने वालों के पास लगी भीड़

करवाचौथ पर कृष्णा कॉलोनी, हांसी गेट, नया बाजार, बिचला बाजार, महाबीर घाटी आदि में मेहंदी लगवाने के लिए महिलाओं की अच्छी खासी भीड़ रही। दुकानदारों ने अपनी दुकानों के आगे मेहंदी लगाने वालों को बैठा रखा था। मेहंदी लगाने वाली दीपिका, कोमल, खुशी ने बताया कि करवाचौथ पर मेहंदी लगवाने के लिए महिलाओं की खूब भीड़ उमड़ती हैं। बाजारों में दुकानों के बाहर मेहंदी लगाने वाली महिलाओं से दोनों हाथों में मेहंदी लगवाने पर छह सौ रुपये तथा दोनों हाथों व दोनों पैरों में मेहंदी लगवाने पर एक हजार रुपये चार्ज किया जाता हैं। वहीं घंटों अपनी बारी का इंतजार भी करना पड़ता हैं। इसके अलावा महिलाओं ने ब्यूटी पार्लरों पर एडवांस बुकिंग करवाई, ताकि कोई परेशानी न हो।

सुहागिनों ने सोने-चांदी के गहनों की जमकर खरीददारी

अरिहंत ज्वैलर्स के संचालक नीलम जैन व वर्धमान ज्वैलर्स के संचालक सचिन जैन ने बताया कि करवाचौथ पर्व को लेकर बाजार में एक सप्ताह से जबरदस्त भीड़ हैं। करवाचौथ पर सुहागिनों ने सोने व चांदी के गहनों की जमकर खरीददारी की। करवाचौथ पर्व को लेकर स्वर्णकारों ने पहले ही नई-नई डिजाइनों की चांदी की तागड़ी, पायजेब, चुटकी, सिक्का व चांदी के बर्तनों आदि बनवा रखे थे, जिनकी ज्यादा बिक्री हुई हैं। वहीं सोने की चैन और अंगूठी भी खूब बिकी हैं। शनिवार को सोने का भाव 79500 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 97 हजार रूपये की एक किलो रहा।

ऐसे करें पूजन, थाली में ये रखे सामान

पंडित विजय शास्त्री ने बताया कि करवाचौथ पूजन की थाली में चंदन, शहद, अगरबत्ती, पुष्प, कच्चा दूध, शक्कर, शुद्ध घी, दही, मिठाई, गंगाजल, कुमकुम, अक्षत (चावल), मेहंदी, महावर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, बिछुआ, मिट्टी का टोंटीदार करवा व ढ़क्कन, दीपक, रुई, कपूर, गेहूं, शक्कर का बूरा, हल्दी, पानी का लोटा और पीली मिट्टी का गणेश बनाकर रखें और चौथ माता की कहानी सुनकर अर्घ्य दें।

https://vartahr.com/karvachauth-husb…brated-on-sunday/

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