Kangna
- कहा, मेरे विचार पार्टी की सोच के अनुसार होने चाहिए, मैं अपने शब्द वापस लेती हूं
- भाजपा ने कंगना के बयान से खुद को कर लिया था अलग
- हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच कंगना के बयान पर विपक्षी दलों ने साधा था निशाना
Kangna : नई दिल्ली। भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कृषि कानूनों को फिर से वापसी संबंधी अपने बयान को लेकर खेद जताया है। बुधवार को कंगना ने एक वीडियो जारी कर खेद प्रकट किया साथ ही अपने शब्द वापस लेने की बात कही। गौरतलब है कि कंगना के बयान के बाद कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने भाजपा और मोदी सरकार पर निशाना साधा था। जिसके बाद भाजपा ने कंगना के बयान से किनारा कर लिया था। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक वीडियो के जरिये कंगना के बयान को लेकर भाजपा का स्टैंड क्लीयर किया था। उन्होंने कहा कि यह कंगना की व्यक्तिगत राय है और ये पार्टी का आधिकारिक बयान नहीं है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच कंगना का बयान भाजपा को नुकसान पहुंचा सकता था इसलिए पार्टी ने उनके बयान से तुरंत किनारा करने में देर नहीं लगाई। भाजपा पहले भी कंगना को उनके विवादित बयानों के लिए नसीयत दे चुकी है साथ ही पार्टी कह चुकी है कि कंगना पार्टी की अधिकारिक प्रवक्ता नहीं हैं।
कृषि कानूनों की फिर से वापसी की मांग की थी
हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने मंगलवार को अपने लोकसभा क्षेत्र में मीडिया से से बात करते हुए कृषि कानूनों की फिर से वापसी की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि कृषि कानूनों को वापस लाना चाहिए और किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए। यह बयान विवादित हो गया क्योंकि कृषि कानूनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने नवंबर 2021 में बड़े आंदोलन के बाद वापस ले लिया था।
कंगना ने अपनी गलती मानी
सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर कंगना ने अपनी गलती मानी और कहा कि मैं अपने शब्द वापस लेती हूं। उन्होंने कहा, मुझे याद रखना चाहिए कि मैं अब सिर्फ एक कलाकार नहीं, बल्कि बीजेपी की कार्यकर्ता भी हूं। मेरे विचार व्यक्तिगत नहीं होने चाहिए, बल्कि पार्टी की सोच के अनुसार होने चाहिए। अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है, तो मुझे इसका खेद है और मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।
कंगना बयान देने का अधिकार नहीं : भाटिया
पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि कंगना रनौत को इस तरह का बयान देने का अधिकार नहीं है और यह भाजपा का आधिकारिक विचार नहीं है। कंगना ने भी बाद में स्पष्ट किया कि उनके विचार व्यक्तिगत हैं। साथ ही यह भी कहा कि यह पार्टी का स्टैंड नहीं है। बीजेपी के साथ ही एनडीए के सहयोगी दलों ने भी कंगना के बयान को लेकर आपत्ति जताई। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कंगना पर एक्शन लेने की मांग तक कर डाली। कंगना के बयान के बाद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा था कि 750 से अधिक किसानों की शहादत के बाद मोदी सरकार ने इन काले कानूनों को वापस लिया था। अब बीजेपी सांसद इन्हें वापस लाने की बात कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है।
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