Hissar News
- -हिसार में नाबालिग ने दादा की पिस्तौल से की वारदात
- -पुलिस ने नाबालिग आरोपित को हिरासत में लिया
- -आरोपित ने दादा की लाइसेंसी पिस्तौल से दागी गोलियां
Hissar News : हिसार। कैंट की मस्तनाथ कॉलोनी निवासी 10वीं कक्षा के छात्र दीक्षित की उसके सहपाठी न ही गुरुवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने नाबालिग आरोपित को हिरासत में ले लिया है। शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि करीब एक साल पर डेस्क पर बैठने को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था, तभी आरोपित उससे रंजिश रखे हुए था। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपित छात्र ने सेना से रिटायर्ड अपने दादा की लाइसेंसी पिस्तौल से दीक्षित को दो गाेलियां मारकर हत्या की है। घटनास्थल रेलवे लाइन के पास होने के कारण पुलिस ने यह मामला रेलवे पुलिस को सौंप दिया है। राजकीय रेलवे पुलिस और फोरेसिंक विभाग की टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। दीक्षित एक बहन का इकलौता भाई था। मृतक छात्र के शव का नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया।
सुबह दूध लेने गया था दीक्षित
मूलरूप से चरखी दादरी के जिंझर गांव के रहने वाले और सेना से सेवानिवृत्त प्रकाश परिवार के साथ सैनिक छावनी के सामने मस्तनाथ कॉलोनी में रहते है। प्रकाश की एक लड़की दीपिका व एक लड़का दीक्षित है। दीपिका 12वीं कक्षा व दीक्षित 10वीं कक्षा का छात्र है। गुरुवार सुबह करीब साढ़े छह बजे दीक्षित दूध लेने के लिए स्कूटी लेकर निकला था। जाते हुए दीक्षित अपने पिता का फोन लेकर गया था और दूध लेने के बाद फोन करके कहा कि उसने दूध ले लिया है और वापस आ रहा है, लेकिन काफी देर तक वह घर नहीं लौटा। उसके बाद दीक्षित को कई बार फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठाया। परिजन उसकी तलाश में जुटे थे कि उन्हें सूचना मिली की दीक्षित को गोली लगी है और उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। परिजन अस्पताल पहुंचे, मगर तब तक छात्र की मौत हो गई थी।
ऐसे पकड़ में आया आरोपित
पुलिस जांच में पता चला कि आखिरी बार मृतक छात्र की अपने क्लासमेट से बात हुई थी। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग आरोपित को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने दीक्षित के मोबाइल की लोकेशन, कॉल डिटेल के आधार पर जांच शुरू की। उसकी आखिरी लोकेशन सातरोड कैंट के पास रेलवे लाइन के नजदीक लोडिंग पॉइंट पर मिली। वहां झाड़ियों के पास दीक्षित की स्कूटी, दूध लाने वाला बर्तन और चप्पल पड़ी मिली। पुलिस के कॉल डिटेल के आधार पर उसके सहपाठी को हिरासत में ले लिया।
आरोपित ने यह किया खुलासा
पुलिस की पूछताछ में सहपाठी ने दीक्षित की हत्या करने की बात कबूल कर ली। उसने बताया कि उसके दादा फौज से रिटायर हैं। वह सुबह दादा की लाइसेंसी पिस्तौल लेकर गया था। उसने दीक्षित को भी सातरोड पर रेलवे के लोडिंग पॉइंट के पास बुला लिया। जब दीक्षित वहां पहुंचा तो उसे दो गोलियां मारीं। दीक्षित लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद वह दीक्षित को वहीं छोड़कर घर आ गया। अचानक गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो दीक्षित घायल हालत में मिला। उसके पेट में दो गोलियां लगीं थी। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई।
मामले की जांच जारी
छात्र की हत्या के मामले की जांच जारी है। अभी तक की जांच में सामने आया कि आरोपी ने अपने दादा की लाइसेंसी डोगा बंदूक से गोली मारकर छात्र की हत्या की है। करीब एक साल पहले स्कूल में डैक्स पर बैठने को लेकर दोनों में कहासुनी हुई थी।
– विनोद कुमार, प्रभारी, राजकीय रेलवे थाना।
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