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Hathras Hadsa : एक छोटी सी लापरवाही और लील गई 122 जिंदगी, 150 से अधिक घायल

Hathras HadsaHathras Hadsa : ट्राम सेंटर के बाहर पड़ी लाशें और अपनों को ढूंढते परिजन।

Hathras Hadsa

  • उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़
  • हर तरफ चीत्कार, शवों में अपनों को ढूंढ़ रहे लोग
  • हादसे के वक्त जमा थे 20000 से अधिक श्रद्धालु
  • मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल
Hathras Hadsa
Hathras Hadsa : अस्पताल के बारर विलाप करती महिला।

 

Hathras Hadsa : हाथरस(उप्र)। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में एक छोटी लापरवाही 122 लोगों की जिंदगी को लील गई। बताया जा रहा है कि सत्संग खत्म होने बाद जब लोग बाहर जाने लगे तो अचानक भगदड़ मच गई और लोग एक दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे। इस भीषण हादसे में समाचार लिखे जाने तक 122 लोगों की मौत हो चुकी थी और 155 से अधिक लोग घायल थे। घायलों में कई की हालत गंभीर बनी हुई है। ऐसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
कहां हो रहा था सत्संग
एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह घटना यूपी के हाथरस जिले में सिकंदराराऊ के पुलराई गांव में सत्संग में हुई, जिसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग आए थे। हाथरस के जिलाधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि इस घटना में अब तक 122 लोगों की मौत हुई है 150 से अधिक घायल हैं।

ऐसे मची भगदड़
हाथरस के सिकंदराराऊ में ‘भोले बाबा’ का समागम हो रहा था और जब समागम का अंत हो रहा था तब उमस काफी थी, ऐसे में लोगों के बाहर निकलते समय भगदड़ मच गई। जिलाधिकारी कुमार ने कहा कि अभी घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा है और प्रशासन की प्राथमिकता घायलों का समुचित उपचार कराना और मृतकों के परिवारों को प्रशासनिक सहायता पहुंचाना है।
निजी आयोजन था
कुमार से जब पूछा गया कि सत्संग की अनुमति किसने दी तो उन्होंने कहा कि इसकी अनुमति एसडीएम साहब द्वारा दी गई थी और यह निजी आयोजन था, जिसमें सुरक्षा और कानून-व्यवस्था के लिए सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन अंदर की व्यवस्था आयोजकों द्वारा की जानी थी।

जांच के लिए समित गठित
इस संबंध मे उच्च स्तर पर एक जांच समिति गठित की गयी है और जांच में सब चीजें स्पष्ट हो जाएंगी। पीड़ितों को मृत अवस्था में या बेहोशी की हालत में ट्रकों तथा अन्य वाहनों से सिकंदराराऊ ट्रामा सेंटर लाया गया। शवों को स्वास्थ्य केंद्र के बाहर रखा गया, जहां लोगों की भारी भीड़ एकत्र हो गई। एक वीडियो क्लिप में एक महिला को ट्रक में पांच छह शवों के बीच बुरी तरह रोते हुए दिखाया गया है। एक अन्य तस्वीर में एक वाहन में एक महिला और एक पुरुष अचेत अवस्था में लेटे नजर आए।
यह बोली प्रत्यक्षदर्शी
प्रत्यक्षदर्शी शकुंतला देवी ने बताया कि सत्संग खत्म होने के बाद लोग जब आयोजन स्थल से निकल रहे थे, तो उसी समय भगदड़ मची। लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए।
सबने शोक जताया
-राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू : मुर्मू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,‘‘उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुए हादसे में महिलाओं और बच्चों सहित कई श्रद्धालुओं की मौत की खबर हृदय विदारक है। मैं उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।’
-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी: प्रधानमंत्री ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के जवाब के दौरान कहा, ‘चर्चा के बीच मुझे अभी एक दुखद खबर दी गई है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक कार्यक्रम में भगदड़ मचने से कई लोगों की दुखद मृत्यु की सूचना आ रही है। मैं मृतकों के प्रति अपनी संवेदना (शोक) व्यक्त करता हूं। मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।’
मुआवजे का ऐलान
इस बीच, प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की।
राज्य सरकार का ऐलान
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस हासे पर गहरा दुख जताया है।
एक पुलिसकर्मी की भी मौत
एटा के जिला अस्पताल में लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही रजनेश (30) को हार्ट अटैक आ गया। साथी उसे डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन उसकी मौत हो गई।

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