Haryana
- करनाल में पाराली के स्टॉक में लगी आग, 20 लाख से अधिक का नुकसान
- आगजनी से प्रभावित किसानों ने सरकार से मांगा मुआवजा
- शुक्रवार रात अचानक आग लगने से राख में तब्दील हुआ पराली का ढेर
- सूचना के बाद फायरबिग्रेड की गाड़ियों के देर से पहुंचने का आरोप
हरियाणा में करनाल के गांव अकबरपुर निवासी किसान पालाराम नंबरदार के खेतों में शुक्रवार रात पाराली के स्टॉक में अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी तेज़ थी कि देखते ही देखते सैकड़ों एकड़ में फैली पाराली की गांठें जलकर राख हो गईं। इस घटना में किसान को करीब 20 लाख रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। खेत में ही करीब 600 एकड़ क्षेत्र में लगभग 12 हजार क्विंटल पाराली का स्टॉक लगा रखा था। शुक्रवार रात अचानक उस स्टॉक में आग भड़क उठी। पाराली सूखी होने के कारण आग ने कुछ ही पलों में पूरे ढेर को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें उठती देख आस-पास के किसानों में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस व अग्निशमन विभाग को सूचना दी। रात्रि के लगभग 12 बजे पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं, लेकिन तब तक पाराली पूरी तरह जल चुकी थी। ग्रामीणों ने भी आग बुझाने में मदद की, परंतु सूखी पाराली के कारण लपटें फैलती चली गईं।
जानकारी के अनुसार, पालाराम धान की फसल कटाई के बाद बचे अवशेषों से पाराली की गांठें बनाकर सरकार को बेचने का कार्य करता है। इस वर्ष सरकार द्वारा पाराली की गांठें नहीं खरीदी जा रही थीं, जिसके चलते उसने पराली अपने खेत में जमा की हुई थी। पालाराम ने बताया कि आग लगने का कोई स्पष्ट कारण नहीं मिल पाया है। जहाँ स्टॉक लगा हुआ था वहाँ न तो बिजली की तारें थीं और न ही कोई ऐसी वस्तु जिससे स्वतः आग लग सके। ऐसे में यह किसी शरारती तत्व की हरकत लग रही है। उन्होंने बताया कि वह पिछले दो वर्षों से पाराली की गांठें बनाकर सरकार को बेच रहे थे, परंतु इस बार कोई रिफाइनरी या संस्था गांठें नहीं ले रही थी। यूपी की कुछ चीनी मिलों में थोड़ा बहुत माल गया, मगर शेष स्टॉक बिक नहीं पाया। किसान ने कहा कि उसने अपनी सारी जमा पूंजी इस काम में लगा दी थी, लेकिन अब सबकुछ राख हो गया है। पीड़ित ने प्रशासन और सरकार से मुआवजे की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह उसकी साल भर की मेहनत और पूंजी का अंत है, इसलिए सरकार उसकी आर्थिक सहायता करे, ताकि वह फिर से खेती में खड़ा हो सके।
