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Career : तकनीक के क्षेत्र में रुचि है तो बनें एथिकल हैकर, इंटरनेट की दुनिया को सुरक्षित बनाने में निभाएं अहम भूमिका

Career

  • नवयुवकों के लिए एक बेहतरीन करियर विकल्प बनकर उभरा
  • डिजिटल सुरक्षा अब हर देश, संस्था और व्यक्ति के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता
  • एथिकल हैकर को ‘वाइट हैट हैकर’ भी कहा जाता है
  •  संगठनों की अनुमति से उनकी वेबसाइट, नेटवर्क और सॉफ़्टवेयर में खामियों को खोजता है
  • परीक्षण के माध्यम से साइबर प्रणाली को सुदृढ़ बनाते हैं और डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं

डॉ. मोहित बंसल

(करियर कोच एवं मोटिवेशन स्पीकर)
Career : यदि आप तकनीक के क्षेत्र में रुचि रखते हैं और इंटरनेट की दुनिया को सुरक्षित बनाने की चाह रखते हैं, तो एथिकल हैकर बनना एक उत्कृष्ट करियर विकल्प हो सकता है। एथिकल हैकिंग वह विधा है, जिसमें आप कम्प्यूटर प्रणाली की कमजोरियों को खोजकर उन्हें सुरक्षित करने का कार्य करते हैं। यह पेशा आधुनिक युग में बेहद आवश्यक होता जा रहा है, क्योंकि डिजिटल सुरक्षा अब किसी भी देश, संस्था या व्यक्ति के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता बन गई है। एथिकल हैकर को ‘वाइट हैट हैकर’ भी कहा जाता है, जो संगठनों की अनुमति से उनकी वेबसाइट, नेटवर्क और सॉफ़्टवेयर में संभावित खामियों को खोजता है। उनका उद्देश्य इन खामियों का दुरुपयोग नहीं, बल्कि उन्हें ठीक कराना होता है, ताकि कोई दुर्भावनापूर्ण हैकर (ब्लैक हैकर) इनका फ़ायदा न उठा सके। वे परीक्षण के माध्यम से साइबर प्रणाली को सुदृढ़ बनाते हैं और डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।

प्रमुख कार्य क्षेत्र

-बैंकिंग और वित्तीय संस्थाएं – ग्राहकों की जानकारी की सुरक्षा
-सरकारी एजेंसियां – राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी सूचना संरचना की रक्षा
-आईटी कंपनियां – सॉफ़्टवेयर और ऐप की सुरक्षा जांच
-ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म – ऑनलाइन भुगतान प्रणाली की निगरानी
-स्वास्थ्य सेवाएं – रोगियों के डिजिटल रिकॉर्ड की रक्षा
-शैक्षणिक संस्थान – छात्र डेटा और पोर्टल सुरक्षा

शिक्षा और योग्यता

एथिकल हैकिंग में करियर बनाने के लिए तकनीकी पृष्ठभूमि बहुत ज़रूरी होती है। इसमें कंप्यूटर नेटवर्क, ऑपरेटिंग सिस्टम और प्रोग्रामिंग की समझ होना आवश्यक है। इसके अलावा, साइबर सुरक्षा से जुड़े विषयों की पढ़ाई भी आवश्यक है। छात्र बी.टेक, एम.टेक या डिप्लोमा जैसे पाठ्यक्रमों के माध्यम से इस क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं। साथ ही, कुछ ऑनलाइन प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम भी उपलब्ध हैं। बहु-विषयक समझ और व्यावहारिक अनुभव इस क्षेत्र में सफलता की कुंजी हैं।
-कंप्यूटर नेटवर्क और ऑपरेटिंग सिस्टम
– साइबर सुरक्षा और नैतिक हैकिंग
– क्रिप्टोग्राफी और सूचना सुरक्षा
– प्रोग्रामिंग भाषाएँ (जैसे: पायथन, सी, जावा)
– डेटा संरचना और एल्गोरिदम

प्रमुख शैक्षणिक संस्थान और पाठ्यक्रम

सरकारी संस्थान:

1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), कानपुर
पाठ्यक्रम: साइबर सुरक्षा में स्नातकोत्तर डिप्लोमा
2. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), तिरुचिरापल्ली
-पाठ्यक्रम: सूचना सुरक्षा में बी.टेक/एम.टेक
3. भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी), हैदराबाद
-पाठ्यक्रम: साइबर सिस्टम और नेटवर्किंग
4. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
-पाठ्यक्रम: सूचना सुरक्षा में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम

निजी संस्थान:

1. वेबसेक लैब्स, बेंगलुरु
-पाठ्यक्रम: एथिकल हैकिंग और पेनिट्रेशन टेस्टिंग
2. अपग्रेड (ऑनलाइन प्लेटफॉर्म)
-पाठ्यक्रम: साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ कार्यक्रम
3. एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
-पाठ्यक्रम: बी.टेक इन साइबर लॉ एंड सिक्योरिटी
4. एरेना मल्टीमीडिया
-पाठ्यक्रम: नेटवर्क सुरक्षा और नैतिक हैकिंग में डिप्लोमा

आवश्यक कौशल

एक एथिकल हैकर को केवल तकनीकी ज्ञान ही नहीं, बल्कि तेज विश्लेषणात्मक सोच भी होनी चाहिए।
उन्हें नेटवर्क सुरक्षा, एन्क्रिप्शन, वायरस डिटेक्शन जैसे पहलुओं की गहरी समझ होनी चाहिए। संवाद
कौशल और नैतिक जिम्मेदारी इस क्षेत्र में विशेष महत्त्व रखते हैं। उन्हें यह भी जानना होता है कि एक
हमलावर कैसे सोच सकता है। तभी वे सिस्टम को उस स्तर पर सुरक्षित कर पाते हैं। लगातार अपडेट
रहना और नई तकनीकों को सीखना इस पेशे में जरूरी है।
– नेटवर्क सुरक्षा और फ़ायरवॉल की समझ
– पेनिट्रेशन टेस्टिंग तकनीकें
– मैलवेयर विश्लेषण और वायरस डिटेक्शन
– प्रणाली और डेटा एन्क्रिप्शन
– रिपोर्ट लेखन और जोखिम मूल्यांकन
-कानूनी और नैतिक समझ

रोज़गार के अवसर

एथिकल हैकर के लिए नौकरी के अनेक अवसर उपलब्ध हैं। सरकारी विभागों से लेकर निजी कंपनियाँ इनकी सेवाएं लेती हैं। रक्षा, बैंकिंग, आईटी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे कई क्षेत्रों में इनकी मांग बढ़ रही है। आज की दुनिया में डेटा सबसे बड़ा संसाधन बन चुका है। इसकी सुरक्षा एथिकल हैकर की प्राथमिक ज़िम्मेदारी होती है। वे स्वतंत्र सलाहकार, स्टार्टअप संस्थापक या फुल टाइम प्रोफेशनल के रूप में काम कर सकते हैं।
-रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ)
-भारतीय साइबर सुरक्षा एजेंसी (सीईआरटी-इन)
-बैंक और बीमा कंपनियां
-आईटी कंपनियाँ – टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो
-विदेशी फर्म – गूगल इंडिया, अमेज़न, माइक्रोसॉफ्ट
-स्टार्टअप और फ्रीलांसिंग प्रोजेक्ट्स

वेतन और संभावनाएँ

एथिकल हैकर के लिए नौकरी के अनेक अवसर उपलब्ध हैं। सरकारी विभागों से लेकर निजी कंपनियाँ इनकी सेवाएं लेती हैं। रक्षा, बैंकिंग, आईटी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे कई क्षेत्रों में इनकी मांग बढ़ रही है। आज की दुनिया में डेटा सबसे बड़ा संसाधन बन चुका है। इसकी सुरक्षा एथिकल हैकर की प्राथमिक ज़िम्मेदारी होती है। वे स्वतंत्र सलाहकार, स्टार्टअप संस्थापक या फुल टाइम प्रोफेशनल के रूप में काम कर सकते हैं।

वेतन प्रारंभिक स्तर

-25,000 – 60,000 प्रति माह
-वार्षिक: 3,00,000 – 7,20,000
-मध्यम अनुभव (3–5 वर्ष):
-80,000 – 1,50,000 प्रति माह
-वार्षिक: 9,60,000 – 18,00,000
वरिष्ठ स्तर:
-20 लाख – 40 लाख प्रति वर्ष
-1,66,667 – 3,33,333 प्रति माह (लगभग)

स्वतंत्र सलाहकार

प्रति प्रोजेक्ट: 50,000 – 5,00,000
-यदि 12 प्रोजेक्ट साल में करें तो 6,00,000 – 60,00,000 वार्षिक (अनुमानित)
-प्रति घंटा (यदि प्रोजेक्ट के बजाय घंटे के आधार पर हो):
1,000 – 5,000 प्रति घंटा

करियर सलाहकार से सलाह लें

एथिकल हैकिंग एक ऐसा क्षेत्र है जो न केवल तकनीकी विशेषज्ञता, बल्कि ईमानदारी और ज़िम्मेदारी की भी मांग करता है। यदि आप डिजिटल दुनिया को सुरक्षित बनाने की दिशा में योगदान देना चाहते हैं, तो यह करियर न केवल चुनौतीपूर्ण बल्कि बेहद सम्मानजनक भी हो सकता है। किसी भी करियर का चुनाव करने से पहले किसी योग्य करियर सलाहकार से सलाह ज़रूर लें। अधिक जानकारी के लिए आप www.careerjaano.comपर भी विज़िट कर सकते हैं।

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