• Tue. Aug 5th, 2025

career :  बी कॉम के बाद करियर के विकल्प : सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में सुनहरे अवसर मौजूद

career

  • -बी-कॉम तीन वर्षों की स्नातक डिग्री, चमका सकती है आपका करियर
  • -छात्रों को व्यवसाय, वित्तीय प्रबंधन व कॉर्पोरेट जगत की समझ दे रही
  • -फाइनेंसियल एकाउंटिंग, कॉस्ट एकाउंटिंग, मैनेजमेंट एकाउंटिंग, इनकम टैक्स लॉ, जी एस टी, बैंकिंग और बीमा, बिज़नेस लॉ, कंपनी लॉ, अर्थशास्त्र, सांख्यिकी, लेखा परीक्षा, ई-कॉमर्स, कंप्यूटर एप्लीकेशन और व्यापार संचार में अपार संभावनाएं

डॉ. मोहित बंसल
(करियर कोच एवं मोटिवेशनल स्पीकर)

career : अक्सर देखने में आता है कि बी-कॉम करने के बाद छात्र करियर को लेकर काफी संजीदा हो जाते हैं। जेहन में कई तरह के साल उठते हैं कि अब क्या करें। यानी करियर कैसे बनाएं। अगर आपने भी बी-कॉम किया है तो घबराएं नहीं और सरकारी और निजी क्षेत्र में अवसरों का लाभ उठाते हुए आपने करियर को नई उड़ान दें। इससे आप आपने सुनहरे भविष्य को चमका सकते हैं। बैचलर ऑफ कॉमर्स यानी बी-कॉम तीन वर्षों की एक स्नातक डिग्री है, जो छात्रों को व्यवसाय, वित्तीय प्रबंधन और कॉर्पोरेट वातावरण की मूलभूत समझ देती है। इस कोर्स में विभिन्न विषयों का अध्ययन कराया जाता है। जैसे फाइनेंसियल एकाउंटिंग, कॉस्ट एकाउंटिंग, मैनेजमेंट एकाउंटिंग, इनकम टैक्स लॉ, जी एस टी, बैंकिंग और बीमा, बिज़नेस लॉ, कंपनी लॉ, अर्थशास्त्र, सांख्यिकी, लेखा परीक्षा, ई-कॉमर्स, कंप्यूटर एप्लीकेशन और व्यापार संचार। वहीं, बी कॉम ऑनर्स पाठ्यक्रम इन विषयों का और अधिक गहन अध्ययन कराता है, जहां छात्र किसी एक विषय में विशेषज्ञता प्राप्त करते हैं जैसे कि फाइनेंस, टैक्सेशन, बैंकिंग या अकाउंटिंग। बी-कॉम का यह बहुआयामी ढांचा छात्रों को उच्च शिक्षा, सरकारी सेवाओं और कॉर्पोरेट नौकरियों की तैयारी के लिए उपयुक्त बनाता है।

इंडस्ट्री स्किल्स की भूमिका : एक आवश्यक पूरक

बी-कॉम की शैक्षणिक पृष्ठभूमि एक मजबूत आधार देती है, लेकिन जब तक छात्र व्यावहारिक और इंडस्ट्रियल स्किल्स नहीं विकसित करते, तब तक कॉर्पोरेट दुनिया में प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल हो सकता है। इसलिए वर्तमान समय में कंपनियां उन उम्मीदवारों को प्राथमिकता देती हैं जो अकादमिक ज्ञान के साथ-साथ तकनीकी दक्षताओं से भी लैस हों। चाहे वह एक फर्म में अकाउंटेंट की नौकरी हो या किसी स्टार्टअप में ऑपरेशंस की भूमिका, हर जगह कुशलता की मांग है।

इंडस्ट्री के लिए आवश्यक कौशल

-प्रभावशाली संवाद कौशल
-डिजिटल दक्षता: एम एस एक्सेल, टैली, क्विक बुक्स
-डेटा अनालिसिस एवं एम आई एस रिपोर्टिंग
-कार्य योजना और समय प्रबंधन
-प्रोफेशनल एटीकेट्स और ईमेल लेखन
-बेसिक बिजनेस एथिक्स और ग्राहक सेवा दृष्टिकोण
-ये सभी स्किल्स आज ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से सीखी जा सकती हैं।

निजी क्षेत्र में करियर विकल्प

निजी क्षेत्र में बीकॉम डिग्रीधारकों के लिए जॉब प्रोफाइल की व्यापकता दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। अकाउंटिंग, टैक्सेशन, बैंकिंग, बीमा, रिटेल, डिजिटल मार्केटिंग, सप्लाई चेन, ह्यूमन रिसोर्सेज और एडटेक जैसे क्षेत्रों में रोजगार के बेहतरीन अवसर उपलब्ध हैं। अगर वेतन की बात करे तो, निजी क्षेत्र में बीकॉम डिग्री धारको के लिए आरंभिक वेतनमान 18,000–30,000 रुपये मासिक के बीच होता है। वहीं अनुभवी प्रोफेशनल्स 40,000–80,000 रुपये मासिक या उससे अधिक कमा सकते हैं।

निजी क्षेत्र में जॉब के लिए ऑप्शन

एकाउंटिंग फर्म
-जी एस टी असिस्टेंट
-टैक्स क्लर्क
-जूनियर अकाउंटेंट

कॉरपोरेट सेक्टर

-एम् आई एस एग्जीक्यूटिव
-अकाउंट्स असिस्टेंट
-रिक्रूटमेंट कोऑर्डिनेटर

डिजिटल व ई-कॉमर्स

-डिजिटल मार्केटिंग ट्रेनी
-सोशल मीडिया सहायक
-एसइओ विश्लेषक

बीमा व वित्त संस्थान

-लोन प्रोसेसिंग ऑफिसर
-सेल्स रिलेशनशिप मैनेज

बीपीओ / केपीओ

-डाटा विश्लेषक
-बैंक ऑफिस सहायक
-ग्राहक सेवा कार्यकारी

स्टार्टअप्स

-बिज़नेस डेवलपमेंट ट्रेनी
-अकाउंट्स ऑपरेटर
-एडमिन सहायक

सरकारी क्षेत्र में नौकरी के ऑप्शन

सरकारी क्षेत्र में बीकॉम डिग्रीधारकों के लिए नौकरियों की संख्या एवं विविधता अत्यंत अधिक है। बैंकिंग, बीमा, डाक विभाग, रेलवे, रक्षा सेवाएं, कर्मचारी चयन आयोग और संघ लोक सेवा आयोग जैसी संस्थाएं हर वर्ष हजारों रिक्तियां जारी करती हैं। सरकारी क्षेत्र में एक बीकॉम डिग्री धारक को प्रारंभिक वेतनमान 30,000–45,000 रुपये मासिक मिल सकता है। वहीं अनुभव के साथ यह वेतन 70,000–1,20,000 रुपये मासिक तक संभव है।

इन क्षेत्रों में बना सकते हैं करियर

बैंकिंग और बीमा क्षेत्र

-एसबीआई प्रोबेशनरी अफसर /क्लर्क
-आईबीपिएस प्रोबेशनरी अफसर/क्लर्क
-आरआरबी ऑफिस असिस्टेंट
-एलआईसी अकाउंट अफसर
-असिस्टेंट मैनेजर

यूपीएससी सेवाएं

-आईऐएस
-आईपीएस
-आईईएस
-आईआरएस

राष्ट्रीय एवं राज्य स्टाफ सिलेक्शन कमीशन

-इनकम टैक्स असिस्टेंट
-ऑडिटर
-अकाउंटेंट
-ग्राम सचिव
-जूनियर अकाउंटेंट
-टैक्स इंस्पेक्टर

भारतीय रेलवे

-अकाउंट्स क्लर्क
-जूनियर टाइमक कीपर
रक्षा सेवाएं
-लेफ्टिनेट
-आर्मी एजुकेशन कोर अफसर
-अकाउंट अफसर
-एडमिनिस्ट्रेटिव अफसर
-लोजिस्टिक्स सप्लाई अफसर
-टेरीटोरियल आर्मी अफसर

डाक विभाग

-पोस्टल असिस्टेंट
-सॉर्टिंग असिस्टेंट

उच्च अध्ययन के विकल्प

पाठ्यक्रम                             विवरण
-चार्टर्ड अकाउंटेंसी        आईसीऐआई द्वारा संचालित, लेखा और टैक्स विशेषज्ञता
-कंपनी सेक्रेटरी        आईसीएसआई द्वारा संचालित, कॉर्पोरेट लॉ और कंपनी गवर्नेंस
– कॉस्ट मैनेजमेंट अकाउंटेंट लागत नियंत्रण व प्रबंधन के लिए
– एमबीए                      प्रबंधन के क्षेत्र में वरिष्ठ पदों हेतु
-एम कॉम                      शिक्षा, शोध के लिए आवश्यक
-एलएलबी                      टैक्स लॉ, कॉर्पोरेट लॉ में करियर हेतु

संभावनाओं का समंदर

बी कॉम सिर्फ एक डिग्री नहीं बल्कि संभावनाओं का समंदर है। अगर छात्र इस पाठ्यक्रम को ईमानदारी और व्यावसायिक दृष्टिकोण से करें, आवश्यक कौशलों का निर्माण करें, और लक्ष्य को लेकर स्पष्ट रहें, तो वे नौकरी, व्यवसाय, या उच्च शिक्षा, किसी भी मार्ग में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

करियर काउंसलर से सलाह लें

किसी भी करियर को चुनने से पहले करियर काउंसलर से सलाह लेना फायदेमंद होता है, ताकि आप अपनी रुचियों और क्षमताओं के अनुसार सही निर्णय ले सकें। अधिक जानकारी के लिए आप www.careerjaano.com पर विजिट कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *