Boxer
- खेल से लिया संन्यास, खेल प्रेमियों को दिया मेहनत करने का संदेश
- कोच राजेश कुमार राजौंद के त्याग और मार्गदर्शन को अपनी सफलता का आधार बताया
Boxer : कैथल। कैथल के कस्बा राजौंद के भीम व अर्जुन अवार्डी बाॅक्सर मनोज ने शुक्रवार को बाक्सिंग को अलविदा कह दिया। बाक्सर मनोज ने कहा कि किसी भी एथलीट के लिए खेल को अलविदा कहना बेहद भावुक पल होता है। मैं अपने कोच राजेश कुमार राजौंद के त्याग और मार्गदर्शन को अपनी सफलता का आधार मानता हूं। यदि वे नहीं होते, तो मुझे ओलंपियन बॉक्सर के रूप में पहचान नहीं मिलती। उन्होंने मुझे बड़े सपने दिखाए और उन्हें हासिल करने के लिए मेरे रास्ते की हर बाधा को दूर किया। एक किसान और सेना के जवान के बेटे होने के नाते, मैंने सीमित संसाधनों के बावजूद अपनी लगन और कड़ी मेहनत में कभी कमी नहीं आने दी। मेरे गुरु राजेश राजौंद का एक ही लक्ष्य था—मुझे ओलंपियन और अर्जुन पुरस्कार विजेता बनाना और हमारे गांव राजौंद को गौरवान्वित करना। मैंने कभी गरीबी को बहाना नहीं बनाया और हमेशा अपने लक्ष्य पर अडिग रहा।
अपने करियर के दौरान सीखे गए सबक साझा करते हुए, मैं नए मुक्केबाजों से कहना चाहता हूं कि वे लगन, दृढ़ इच्छाशक्ति और अनुशासन के महत्व को समझें। मेरा जीवन पूरी तरह से बॉक्सिंग के इर्द-गिर्द घूमता था। संन्यास से पहले, मेरे कोच राजेश कुमार राजौंद ने अगली पीढ़ी को अपनी विरासत सौंपने के लिए ह्लमनोज कुमार बॉक्सिंग अकादमीह्व की स्थापना की। यह अकादमी युवा एथलीटों के साथ हमारे अनुभवों और सबक को साझा करने का एक माध्यम बनेगी, जो एक दिन ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतेंगे।
सबका आभार जताया
मैं गुरु राजेश कुमार राजौंद, अपने भाई और बॉक्सिंग पार्टनर मुकेश कुमार, अपने परिवार, भारतीय रेलवे, बॉक्सिंग फेडरेशन और उन सभी कोचों के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने वर्षों तक मेरा मार्गदर्शन किया। आप सबके समर्थन और प्रोत्साहन के कारण ही मैं ह्यरिंग का राजाह्ण बन पाया। मैं अपने विरोधियों को भी कड़ी प्रतिस्पर्धा के माध्यम से मुझे बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करने के लिए धन्यवाद देता हूँ। मैं अपने कोच राजेश कुमार राजौंद के अथक संघर्ष और समर्पण की प्रशंसा करते हुए कहना चाहता हूँ कि उनका एक ही लक्ष्य था—बॉक्सिंग में उत्कृष्टता हासिल करना। उन्होंने न केवल मेरा मार्गदर्शन किया, बल्कि कई अन्य एथलीटों को भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सफलता तक पहुंचने में मदद की है। वे मेरे आदर्श हैं और हमेशा रहेंगे।
मनोज कुमार एक महान मुक्केबाज रहे
कोच राजेश कुमार राजौंद ने उनकी रिटायरमेंट पर गहरी भावना व्यक्त की। उन्होंने कहा: मनोज कुमार एक महान मुक्केबाज रहे हैं, जिन्होंने न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ी है। उनकी अविश्वसनीय उपलब्धियों और दयालु व्यवहार ने खेल जगत पर अमिट प्रभाव डाला है। मनोज का करियर आने वाली पीढ़ी के लिए हमेशा एक प्रेरणास्रोत रहेगा। उन्होंने अपनी सफलता और खेल भावना से यह साबित कर दिया कि यदि दृढ़ निश्चय हो, तो कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं है। उनकी यात्रा हर युवा मुक्केबाज के लिए एक आदर्श है।
मनोज का योगदान केवल पदकों और जीत तक सीमित नहीं है। उन्होंने खेल जगत में अनुशासन, समर्पण और खेल भावना का जो उदाहरण पेश किया है, वह आने वाले खिलाड़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा देगा। वह केवल एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक आदर्श व्यक्तित्व हैं, जिन्हें हम हमेशा गर्व से याद करेंगे।
मनोज कुमार का संन्यास भारतीय बॉक्सिंग के एक युग का अंत है, लेकिन उनकी उपलब्धियां और प्रेरणादायक व्यक्तित्व हमेशा खिलाड़ियों और प्रशंसकों के दिलों में जीवित रहेंगे। मुझे मनोज का कोच होने पर गर्व है और यह गर्व हमेशा रहेगा।
मनोज कुमार की उपलब्धियां
पुरस्कार और सम्मान
-अर्जुन अवार्ड (2014) भारत सरकार द्वारा प्रदान किया गया।
-भीम अवार्ड (2018) हरियाणा सरकार द्वारा प्रदान किया गया।
ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं
-लंदन ओलंपिक 2012 प्री-क्वार्टर फाइनल तक पहुँचे।
– रियो ओलंपिक 2016 प्री-क्वार्टर फाइनल तक पहुँचे।
स्वर्ण पदक
– राष्ट्रमंडल खेल 2010
-दक्षिण एशियाई खेल 2016
-ग्रैंड प्रिक्स यूरोपियन बॉक्सिंग टूनार्मेंट
-दोहा अंतरराष्ट्रीय टूनार्मेंट 2015
-वाईएमसीए अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2004 और 2007
-सीनियर पुरुष राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप, गुवाहाटी (2016)
-सीनियर पुरुष राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप, विशाखापत्तनम (2017)
-33वें राष्ट्रीय खेल, गुवाहाटी (2007)
-सीनियर राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2008)
-जूनियर पुरुष बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2008)
– ऑल इंडिया सुपर कप (2008)
-ऑल इंडिया इंटर रेलवे बॉक्सिंग चैंपियनशिप (6 बार)
रजत पदक
-वाईएमसीएटउअ अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2003)
-एफएक्सटीएम लिमासोल बॉक्सिंग कप (2013)
-बॉक्सकाई बॉक्सिंग कप (2013)
-उप-जूनियर राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2000)
-स्कूल राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2009)
कांस्य पदक
वर्ल्ड ओलंपिक क्वालिफाइंग बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2016)
-प्री-ओलंपिक क्वालिफाइंग (2016)
-इंटरनेशनल इंडिया ओपन बॉक्सिंग टूनार्मेंट (2018)
-सीनियर एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2007 और 2013)
-ग्रैंड प्रिक्स यूरोपियन टूनार्मेंट (2009)
-एशियन ओलंपिक क्वालिफाइंग बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2008)
-जूनियर अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग टूनार्मेंट (2004)
-सीनियर राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2009 और 2010)
-जूनियर राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2002 और 2004)
-उप-जूनियर राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप (1999)
प्रमुख प्रतियोगिताओं में भागीदारी
-विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप (2009, 2011, 2013, 2015)
-एशियाई खेल (दोहा 2006, इंचियोन 2014, जकार्ता 2018)
-राष्ट्रमंडल खेल (ग्लासगो 2014 झ्र क्वार्टरफाइनल, गोल्ड कोस्ट 2018 झ्र कांस्य पदक)
-लगातार तीन वर्षों (2012-2015) तक विश्व रैंकिंग में 6वें स्थान पर
विशेष उपलब्धियां
-भारत के सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज (2018)
-ऑल इंडिया इंटर रेलवे बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 3 बार सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज का पुरस्कार
https://vartahr.com/boxer-bhim-from-…anoj-has-retired/