Andolan
- खनौरी बॉर्डर पर 24 दिन से कर रहे अनशन, दस मिनट तक रहे बेसूध
- खनौरी बार्डर पर किसानों के बीच पहुंचे सांसद दीपेंद्र हुड्डा
- कहा : सरकार तुरंत किसानों की मांग माने और डल्लेवाल का अनशन खत्म कराए
Andolan : जींद। किसान नेता सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल की वीरवार को तबीयत खराब हो गई। हालांकि पिछले दो दिन से डल्लेवाल मंच पर भाषण देने में भी असमर्थ थे। इसके चलते तंबू में ही डल्लेवाल के स्वास्थ्य की देखभाल की जा रही थी। वीरवार को दोपहर के समय डल्लेवाल की तबीयत गंभीर हो गई और वह बेहोश हो गए। इसके बाद उनको तीन से चार उल्टियां भी लगी। शाम को सांसद दीपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिला और उनका हालचाल जाना। प्रतिदिन चिकित्सक उनके स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं। हालांकि शरीर का तापमान पिछले कई दिनों से स्थिर बना हुआ था। बीपी, शुगर, प्लस की प्रतिदिन चिकित्सक जांच कर रहे हैं। अनशन पर होने के कारण शरीर लगातार कमजोर हो रहा था। पिछले एक सप्ताह पहले वजन भी 11 किलोग्राम कम हुआ था। डल्लेवाल के स्वास्थ्य को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी चिंता जाहिर कर चुका है लेकिन वह एमएसपी की मांग को लेकर अनशन पर अडिग है। इसको लेकर केंद्र सरकार द्वारा भी कमेटी बनाई गई है। 18 दिसंबर को कमेटी व किसान संगठनों की बातचीत होनी थीए लेकिन किसान संगठन इसमें शामिल नहीं हुए। धरने पर डल्लेवाल के स्वास्थ्य के खराब होने की सूचना पर पंजाब की तरफ से किसानों के ज्यादा संख्या में एकजूट होने की सूचना मिली है। डल्लेवाल उल्टियां आने के बाद दस मिनट तक बेहोश रहे। इसके बाद मौजूद चिकित्सकों पर किसान नेताओं ने उनकी संभाल की तो होश आया। फिलहाल डल्लेवाल की हालात स्थिर बनी हुई है।
खनौरी बार्डर पर किसानों के बीच पहुंचे सांसद दीपेंद्र हुड्डा
सांसद दीपेंद्र हुड्डा, सांसद जयप्रकाश, सांसद सतपाल ब्रह्मचारी, सांसद वरुण चौधरी, विधायक अशोक अरोड़ा, विधायक रामकरण काला, विधायक नरेश सेलवाल, विधायक इंदुराज नरवाल, विधायक जस्सी पेटवाड़, पूर्व विधायक मेवा सिंह गुरूवार को खनौरी बार्डर पर किसानों के बीच पहुंचे और पिछले 24 दिनों से अनशन पर बैठे सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य का हाल जाना। सांसद दीपेंद्र हुड्डा कहा कि डल्लेवाल की हालत बेहद गंभीर है। सरकार तुरंत एमएसपी गारंटी देने की किसानों की मांग माने और डल्लेवाल जी का अनशन खत्म कराए। दीपेन्द्र हुड्डा ने यह भी कहा कि कहा कि सरकार हठधर्मिता छोड़े और किसान आंदोलन के बाद 9 दिसंबर 2021 को सरकार व किसान संगठनों के बीच हुए समझौते को तुरंत लागू करे। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि नौ दिसंबर 2021 को आंदोलनकारी किसानों व सरकार के बीच हुए समझौते को अमलीजामा पहनाकर लीगल गारंटी देने का वायदा प्रमुख था। पिछली बार हुए किसान आंदोलन के समय भी केंद्र की बीजेपी सरकार की जिद के चलते 750 किसानों को अपनी कुर्बानी देनी पड़ी थी।
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