Andolan :
- शंभू बॉर्डर से दोपहर 12 बजे 101 किसानों का जत्था रवाना होगा
- किसान नेता पंधेर बोले, सुरक्षा बलों के जुर्म से 25 किसान हुए जख्मी
- तीन की हालत गंभीर, पूरी दुनिया ने देखी मोदी सरकार की ज्यादती
Andolan : अंबाला। शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों का जत्था फिर रविवार को दिल्ली कूच करेगा। जत्थे में 101 किसान होंगे। शांतिपूर्ण तरीके से जत्था शंभू बॉर्डर पार करने की कोशिश करेगा। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनैतिक) के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि अभी तक हमें केंद्र सरकार की ओर से बातचीत की पेशकश नहीं हुई है। इसी वजह से अब हम दोबारा रविवार को 12 बजे शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करेंगे। इसके लिए रणनीति बन चुकी है। 101 किसान जत्थे में शामिल किए गए हैं। शांतिपूर्ण तरीके से सभी किसान आगे बढ़ेंगे। उधर शंभू बॉर्डर पर लगे बैरिकेड व लोहे की जालियों को प्रशासन की आर से और मजबूत कर दिया गया। दिल्ली कूच के दौरान टूटी जालियों को नए सिरे से वैल्डिंग करवाया गया है। दूसरे बंदोबस्त भी पुख्ता किए गए हैं।
25 किसान हुए थे जख्मी
शंभू बॉर्डर पर शनिवार शाम को किसान नेता सरवण सिंह पंधेर से ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि हमारी पेशकश के बावजूद केंद्र सरकार ने बातचीत का कोई संदेश नहीं भिजवाया। उन्होंने कहा कि इससे साफ हो गया है कि केंद्र सरकार किसानों के साथ बातचीत नहीं करना चाहती। इसी वजह से हम दोबारा दिल्ली कूच करेंगे। 101 किसान जत्थे में शामिल होंगे। पंधेर बताया कि शुक्रवार को भी 101 किसानों ने दिल्ली कूच का प्रयास किया था। मगर शंभू बॉर्डर पर तैनात जवानों सरकार के इशारे पर किस तरह निहत्थे किसानों पर जुर्म किया यह पूरी दुनिया ने देखा है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ओर से दागे गए आंसू गैस के गोलों व गोलियों से दो दर्जन से ज्यादा किसान जख्मी हुए थे। उनमें से अभी भी 3-4 की हालत गंभीर है। जबकि दूसरे जख्मी किसानों को राजपुरा के सरकारी अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। कई जख्मी किसानों की पंधेर ने तस्वीरें भी जारी की। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि केंद्र सरकार ने उन्हें फसलों पर एमएसपी देने की बात कही थी लेकिन उस पर अमल नहीं किया। हम लगातार सरकार से एमएसपी पर गारंटी की मांग कर रहे हैं लेकिन उनकी मांग पर विचार नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 12 वें दिन में प्रवेश कर चुका है। शंभू बॉर्डर पर रविवार को किसानों को डटे 300 दिन पूरे हो जाएंगे।
रेलवे ट्रैक की भी सुरक्षा बढ़ाई
किसान आंदोलन के कारण पंजाब से आने वाले रेलवे ट्रैक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। शंभु बार्डर के पास रेलवे ट्रैक की निगरानी के लिए जीआरपी के 50 से अधिक कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है इसके अलावा अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षा पुख्ता की गई है। रेलवे स्टेशन पर कमांडो दस्ते के साथ आरपीएफ की टीमों को भी तैनात किया गया है ताकि किसी भी विपरीत परिस्थिति में हालात से निपटा जा सके। इसके अलावा ट्रेनों के संचालन के संबंध में भी सतर्कता बरती जा रही है। पंजाब की तरफ से आने वाली ट्रेनों में भी सुरक्षा टीमों को तैनात किया गया है। शंभू बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के कारण ट्रेनों का संचालन प्रभावित नहीं हुआ। हालांकि ट्रेन के चालकों को विशेष निर्देश जारी किए थे कि अगर रेलवे ट्रैक पर किसान आदि नजर आएं तो वो ट्रेनों का संचालन न करें। हालांकि किसान रेलवे ट्रैक पर नहीं गए। इस कारण ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंची।