Agniveer
- तकनीकी, प्रशासनिक और सुरक्षा विंग में तैनात होंगे ‘अग्निवीर’
- भारत-रूस के संयुक्त उपक्रम ने किया बड़ा ऐलान
- चार साल बाद सेनाओं से बाहर निकलने वाले अग्निवीरों को मिलेगा रोजगार
- तकनीकी, प्रशासनिक और सुरक्षा विंग में 15 फीसदी सीटें आरक्षित रखी जाएंगी
- प्रशासनिक और सुरक्षा भूमिकाओं में आउटसोर्स के जरिए 50 फीसदी भर्ती का प्रावधान
Agniveer : नई दिल्ली। सीमा पर बनी हुई सुरक्षा चुनौती और अग्निपथ योजना को लेकर देश में जारी राजनीतिक घमासान के बीच ‘ब्रह्मोस एयरोस्पेस’ प्राइवेट लिमिटेड (बीएपीएल) ने चाल साल के बाद सशस्त्र सेनाओं से बाहर निकलने वाले अग्निवीरों को रोजगार प्रदान करने का निर्णय लिया है। बीते गुरुवार को कंपनी ने इस संबंध में एक आदेश जारी किया है। जिसमें ब्रह्मोस की तकनीकी, प्रशासनिक और सुरक्षा विंग में नौकरी के लिए पूर्व अग्निवीरों के लिए 15 फीसदी सीटें आरक्षित रखी जाएंगी। इसके अलावा प्रशासनिक और सुरक्षा भूमिकाओं में आउटसोर्स के जरिए 50 फीसदी भर्ती का प्रावधान अग्निवीरों के लिए किया गया है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस रक्षा क्षेत्र की पहली अग्रणी कंपनी है। जिसने पूर्व अग्निवीरों के लिए नौकरी में आरक्षण का प्रावधान किया है।
भारत-रूस का संयुक्त उपक्रम ‘ब्रह्मोस’
ब्रह्मोस भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम के रूप में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों के उत्पादन के लिए गठित किया गया है। इन मिसाइलों के जरिए भारत दुश्मन पर जल, थल और नभ से हमला कर सकता है। ब्रह्मोस मिसाइल की गति ध्वनि की गति से ढाई गुना से भी अधिक (2.8 मैक) है। यहां बता दें कि कंपनी ने अपने इस आदेश को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में भी साझा किया।
2022 में शुरू हुई अग्निपथ योजना
केंद्र सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत वर्ष-2022 के मध्य में की थी। इसमें यह तय किया गया कि भविष्य में सेना, वायुसेना और नौसेना में साढ़े सत्रह से लेकर 21 साल तक की आयु के युवाओं को बतौर जवान चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा। इसके बाद 25 फीसदी को ही स्थायी कमीशन प्रदान की जाएगी और बाकी बचे हुए 75 फीसदी को सेनाओं से बाहर कर दिया जाएगा। इसके साथ ही केंद्र की विभिन्न एजेंसियों, विभागों (अर्धसैन्यबलों) ने पूर्व अग्निवीरों के लिए नौकरी में आरक्षण का प्रावधान किया है। अर्धसैन्यबलों ने इन्हें नौकरी में 10 फीसदी आरक्षण देने का निर्णय लिया है। बीते समय में इस बाबत दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
अन्य भागीदारों को भी प्रेरित करती कंपनी
आदेश के मुताबिक, ब्रह्मोस अपने करीब 200 उद्योग जगत के भागीदारों को भी अग्निवीरों के लिए 15 फीसदी सीटें सुरक्षित रखने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। ‘एक्स’ पर पोस्ट में कंपनी ने कहा कि सरकार की अग्निपथ योजना के साथ आगे बढ़ते हुए ब्रह्मोस एयरोस्पेस नई नीति दिशानिर्देशों की घोषणा करती है। जिनमें भारतीय सशस्त्र सेनाओं में चार साल की सेवा देने के बाद कंपनी में उनके लिए नौकरी में आरक्षण का प्रावधान लागू रहेगा।
राष्ट्र निर्माण में योगदान देंगे अग्निवीर
अग्निवीर हमारे लिए एक मूल्यवान संपत्ति होंगे जो कि राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देंगे। वह अपने बेहद जटिल और समयबद्ध सैन्य प्रशिक्षण, तकनीकी कौशल, अनुशासन और तेजी से किसी भी माहौल में ढलने की क्षमता के बल भारत के बढ़ते रक्षा और औद्योगिक क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी बनेंगे। 2047 तक भारत के विकसित राष्ट्र बनने को लेकर निरंतर जारी यात्रा में अग्निवीरों का ब्रह्मोस जैसे उद्योगों में योगदान देश के भविष्य को आकार देने में बेहद महत्वपूर्ण रहेगा।
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