Nafe singh rathi Murder case
- अब 15 अक्टूबर को होगी मामले की अगली सुनवाई
- गवाही देने नहीं पहुंचें दोनों गवाहों के कोर्ट ने जारी किए पांच-पांच हजार के जमानती वारंट
- 25 फरवरी 2024 को इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी की गोली मारकर की गई थी हत्या
- परिवार की मांग पर सरकार ने सीबीआई को सौंपी थी मामले की जांच
- गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू पर लग रहे हैं आरोप
Nafe singh rathi Murder case : हरियाणा के बहादुरगढ़ में 25 फरवरी 2024 को बाहरी रेलवे फाटक के पास गोली मारकर की गई हत्या के मामले की सीबीआई कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान मर्डर के दो गवाह गवाही देने नहीं पहुंचे। जिस पर कोर्ट ने दोनों के पांच पांच हजार के जमानती वारंट जारी कर दिए। सुनवाई के दौरान तीन गवाहों को पेश होना था। जिनमें से एक गवाह पहुंचा, परंतु दो नहीं आए। अब तीनों गवाहों को 15 अक्टूबर को होने वाली अगली सुनवाई के दौरान कोर्ट में पेश होना होगा। नफे सिंह राठी के मौत के बाद विपक्ष विशेषकर इनेलो ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए प्रदेश सरकार को घेरा था। परिवार की मांग पर सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। जिस समय नफे सिंह राठी की हत्या की गई, तब वह इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष थे। उनकी हत्या का आरोप कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग पर लग रहे हैं।
कार पर की थी अंधाधुंध फायरिंग
बदमाशों ने घटना को उस समय अंजाम दिया, जब नफे सिंह राठी अपनी कार में सवार होकर किसी काम से जा रहा थे। जैसे ही नफे सिंह राठी की कार बाहरी फाटक के पास पहुंची तो बदमाशों ने कार पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। फायरिंग के दौरान गोली लगने से नफे सिंह राठी के साथ कार्यकर्ता जयकिशन दलाल की भी मौत हो गई थी। परिवार की मांग पर सरकार ने 2 मई 2024 को इस केस को सीबीआई ने अपने हवाले लेकर जांच शुरू की थी।
चार्जशीट में यह आरोप
सीबीआई ने जून माह अपनी चार्जशीट कोर्ट में पेश की थी। जिसमें कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा है कि शूटरों ने करीब चार माह की प्लानिंग के बाद वारदात को अंजाम दिया। हत्या से पहले लगातार तीन दिन तक बदमाशों ने नफे सिंह राठी का पीछा किया था। गैंगस्टर कपिल सांगवान ने यूके से जीपीएस ट्रैकर से कार की लाइव लोकेशन शूटरों को दी। हत्या के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए थे।